बड़े पर्दे पर अपने अभिनय का जौहर दिखाने के बाद बॉलीवुड स्टार नवाजुद्दीन सिद्दीकी अब लेखन में अपना कमाल दिखाने वाले हैं और अब उन्होंने अपने हाथों में कलम थाम ली है।
बाबूमोशाय बंदूकबाज फिल्म के शीर्षक से यह तो पता चल रहा है कि यह बंदूक की कहानी है। बंदूक होगी तो गोलियां भी होंगी, गोलियां होंगी तो गालियां खुद ब खुद चली आएंगी और खून...वह तो फैलेगा ही।
अपने परिवार को हमेशा मीडिया और लाइमलाइट से दूर रखने वाले बॉलीवुड के स्टार एक्टर नवाजुद्दीन सिद्दीकी ने सोशल मीडिया पर अपने बेटे की एक बहुत ही बेहतरीन फोटो साझा की है।
कोलकाता में पढ़ाई के दिनों में ही बिदिता बाग ने मॉडलिंग शुरू कर दी थी। ढेरों बांग्ला फिल्में कर चुकीं बिदिता हिन्दी में ‘फ्रॉम सिडनी विद लव’ और ‘एक्स-पास्ट इज प्रेजेंट’ में आ चुकी हैं। अब वह ‘बाबूमोशाय बंदूकबाज’ में नवाजुद्दीन सिद्दिकी की नायिका बन कर आ रही हैं।
अपनी धाकड़ एक्टिंग और स्टाइल के लिए मशहूर बॉलीवुड स्टार नवाजुद्दीन सिद्दीकी अब आईफा-2017 में भी एक अलग अंदाज में नज़र आएं। इस दौरान जहां सभी स्टार्स एक से बढ़कर एक लुक में दिखे तो वहीं, नवाजुद्दीन लुंगी और शर्ट में नजर आए।
इंग्लिश-विंग्लिश के बाद श्रीदेवी ने मॉम के रूप में एक बार फिर अपनी दमदार उपस्थिति दर्ज कराई है। फिल्म शुरू होते ही लगता है कि निर्देशक रवि उद्यावर कुछ ऐसा रचने जा रहे हैं जो श्री और सभी के खाते में एक ऐतिहासिक सफलता दर्ज करा जाएगा। लेकिन फिल्म जैसे-जैसे आगे बढ़ती है, बॉलीवुडिया मसाले की अधिकता उसे एक आम फिल्म बना कर छोड़ती है। फिल्मी संवाद, रोना, फिर विलेन को मारना और दो लोगों की गलतफहमी प्यार में बदल जाती है। बस फिल्म खत्म।
आज बाबा सिद्दकी और उनके दोस्त रफीक मकबूल कुरैशी समेत कई लोगों के ठिकानों पर एन्फोर्समेंट डायरेक्टोरेट (ED) ने छापा मारा। बताया जा रहा है कि यह कार्रवाई मनी लॉन्डरिंग के मामले में की गई। इनका नाम स्लम रिहैबिलिटेशन स्कैम से भी जुड़ा था।बाबा सिद्दकी का असली नाम जिआउद्दीन सिद्दकी है और उनका जन्म बिहार की राजधानी पटना में हुआ था। लेकिन जिआउद्दीन ने शौहरत,दौलत और पहचान मुंबई में पायी। वह महाराष्ट विधान में कई बार एमएलए रहें और एक बार राज्य सरकार में मंत्री भी बनें।
कांग्रेस नेता बाबा सिद्दकी और रफीक मकबूर कुरैशी के अलग अलग ठिकानों पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने छापेमारी की है। यह कार्रवाई मनी लांड्रिंग मामले में की गई है। बाबा पर आरोप है कि मुंबई स्थित बांद्रा के स्लम एरिया के विकास के नाम पर सौ करोड़ रुपये से ज्यादा का घोटाला किया गया है। इसके अलावा एक जमीन के टुकड़े के विवाद के चलते दाऊद ने बाबा को धमकी भी दी थी कि तुम्हारी फिल्म बनवा दूंगा, ‘एक था एमएलए’।
नवाजुद्दीन सिद्दीकी के संघर्ष की दास्तान अब किसी के लिए नई नहीं है। उन्होंने अपने जीवन में लंबा वक्त संघर्ष कर बिताया है। जब तक नवाज, फैसल (गैंग्स ऑफ वासेपुर में उनके किरदार का नाम) में नहीं बदल गए तब तक उनके दिन नहीं बदले थे। उनके लिए पहले जन्मदिन सिर्फ एक तारीख तक सिमटा रहता था लेकिन अब 19 मई पर उनके पास बधाई का तांता लगा रहता है।