अस्पताल इमरजेंसी वार्ड (आई.सी.यू.) में व्यक्ति उस समय भर्ती किया जाता है, जब उसकी जान को गंभीर खतरा हो। भारत में सामान्यतः डॉक्टर और जज को लोग भगवान का रूप देवता ही मानते रहे हैं।
एंबूलेंस नहीं देने के बाद ओडिशा के कालाहांडी में पत्नी की लाश को 10 किलोमीटर तक कंधे पर ढोने के मामले पर अभी भी बहस जारी है, इसी बीच इसी तरह का एक और प्रकरण सामने अाया है। राज्य के बालासोर में अस्पताल से एंबुलेंस नहीं मिलने के बाद महिला के मृत शरीर की हड्डियां तोड़ उसकी गठरी बनाकर बांस के डंडे और मजदूरों के जरिये उसे ढोकर स्टेशन तक पहुंचाया गया।
विजय, सुख, समृद्धि के आशीर्वाद के साथ मस्तक पर तिलक लगा जय-जयकार हुई। गंगा-यमुना सहित अनेक नदियों का जल समेटे विशाल सागर की लहरों से करतल ध्वनि का आभास हुआ। सब हर्ष विभोर हुए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके साथ पहुंचे नेता-सहयोगी भी पिछले दिनों जगन्नाथ पुरी मंदिर के दर्शन के बाद दरवाजे पर प्रसन्न मुद्रा में दिखाई दिए। बारहवीं शताब्दी में निर्मित भव्य जगन्नाथ पुरी मंदिर के गर्भगृह में भगवान जगन्नाथ (श्रीकृष्ण) की प्रतिमा वाले गर्भगृह में मरम्मत कार्य की वजह से एक वर्ष के लिए प्रवेश पर रोक लगी हुई है। लेकिन प्रबंध समिति ने महा भक्त नरेंद्र मोदी और उनकी मंडली को गर्भगृह में प्रवेश कर अर्चना एवं आशीर्वाद ग्रहण की अनुमति दे दी।
कीर्ति आजाद ने एसएफआईओ जांच में डीडीसीए में कोई घोटाला नहीं होने की भाजपा की दलील को खारिज करते हुए पूरे मामले की सीबीआई और ईडी से व्यापक जांच कराने की मांग की है। आजाद ने डीडीसीए विवाद में कुछ कांग्रेस नेताओं को भी लपेटा।
झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा ने एक विशेष अदालत में आवेदन दायर करते हुए मांग की है कि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और दो अन्य लोगों को कोयला घोटाला मामले में आरोपियों के रूप में तलब किया जाए।
पूर्व कोयला राज्य मंत्री दसारी नारायण राव ने मंगलवार को कहा कि कोयला ब्लाकों के आवंटन के बारे में सभी निर्णय तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने किए जो उस समय कोयला मंत्री की जिम्मेदारी भी संभाल रहे थे।
जी मीडिया और नवीन जिंदल समूह के बीच की लड़ाई और बढ़ गई है। अब इस कड़ी में जिंदल ग्रुप के सहायक उपाध्यक्ष डी.के. भार्गव की याचिका पर जी मीडिया के मालिक सुभाष चंद्रा के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
कोयला घोटाला मामले के एक आरोपी और कांग्रेस नेता नवीन जिंदल के औद्योगिक समूह से जुड़े एक व्यक्ति ने विशेष न्यायाधीश से एकाधिक बार संपर्क करने की कथित रूप से कोशिश की जिन्होंने उसे भविष्य में ऐसी हरकत करने के खिलाफ चेतावनी दी।