भाजपा विधायक मंगल प्रभात लोढा ने आज मांग की कि पाकिस्तान के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना के दक्षिण मुंबई स्थित आवास जिन्ना हाउस को गिराया जाए और उसकी जगह एक सांस्कृतिक केंद्र बनाया जाए।
महाराष्ट्र विधानसभा में गत सप्ताह बजट पेश किये जाने के दौरान हंगामा करने के कारण विपक्षी दल कांग्रेस और राकांपा के 19 विधायकों को सदन से नौ महीने के लिए आज निलंबित कर दिया गया।
गोरखपुर के सांसद और भाजपा के वरिष्ठ नेता योगी आदित्यनाथ को आज लखनऊ में भाजपा विधायक दल का नेता चुना गया। वह रविवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। राज्य के मुख्यमंत्री को लेकर आज सुबह से ही केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह और मनोज सिन्हा, पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य सहित कई नामों पर चर्चा रही, लेकिन सहमति योगी के नाम पर बनी। सूत्रों के अनुसार राज्य में दो उपमुख्यमंत्री भी बनाए जा सकते हैं।
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में ऐतिहासिक जीत दर्ज करने के बाद भारतीय जनता पार्टी के नवनिर्वाचित विधायकों की बैठक कल राजधानी में होगी। बैठक में पार्टी विधायक दल का नेता चुने जाने की उम्मीद है और 19 मार्च को मुख्यमंत्री सहित नए मंत्रिपरिषद का शपथ ग्रहण समारोह होगा।
केंद्रीय मंत्री मनोज सिन्हा ने आज कहा कि वह उत्तरप्रदेश में मुख्यमंत्री पद की दौड़ में नहीं है। हालांकि सिन्हा को राज्य में मुख्यमंत्री पद के मजबूत दावेदारों के रूप में देखा जा रहा है।
गोवा में मनोहर पर्रिकर के नेतृत्व में सरकार बनाने लायक बहुमत का जुगाड़ कर चुकी भारतीय जनता पार्टी ने आज मणिपुर में भी बहुमत का गणित बिठा लिया। राज्य में चार सीटें जीतने वाले नगा पीपुल्स फ्रंट (एनपीएफ) के चारों विधायकों ने आज मणिपुर में राज्यपाल नजमा हेप्तुल्ला से मुलाकात कर राज्य में सरकार गठन के लिए भारतीय जनता पार्टी को अपने समर्थन का ऐलान किया।
उच्चतम न्यायालय ने गोवा के मुख्यमंत्री के रूप में भाजपा नेता मनोहर पर्रिकर के शपथग्रहण पर मंगलवार को रोक लगाने से इनकार कर दिया और 16 मार्च को सदन में शक्ति परीक्षण कराने का आदेश दिया।
उत्तर प्रदेश की सवायजपुर सीट से भाजपा के नवनिर्वाचित विधायक माधवेन्द्र सिंह पर एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी को फोन पर धमकाने का आरोप लगा है। इस मामले में विधायक और पुलिस अफसर की कथित बातचीत का ऑडियो सोशल मीडिया पर प्रसारित होने के बाद प्रशासन ने मामले की जांच के आदेश दिये हैं।
उत्तर प्रदेश के चुनाव इस बार कई मायनों में खास रहे। कई दिलचस्प बदलाव देखने को मिले तो कई सकारात्मक परिवर्तन भी हुए। एडीआर और यूपी इलेक्शन वॉच ने कुछ आंकड़े इकट्ठे किए, जिनमें सबसे महत्वपूर्ण रहा, दागी उम्मीदवारों को नकारा जाना। इस बार उत्तर प्रदेश में सन 2012 की तुलना में दागी विधायकों की संख्या 24 प्रतिशत तक घटी है।
उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की प्रचंड जीत ने राज्य विधानसभा में मुस्लिम प्रतिनिधित्व को भारी चोट पहुंचाई है। पिछली विधानसभा में जहां इस समुदाय से आने वाले विधायकों की संख्या 68 थी वहीं नई विधानसभा में यह संख्या घटकर सिर्फ 23 रह गई है। यानी करीब दो तिहाई मुस्लिम प्रतिनिधित्व नई विधानसभा में कम हो गया है।