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Search Result : "नींद की कमी"

नौकरी की तलाश करने वालों के बुरे दिन, नया साल होगा चुनौतीपूर्ण

नौकरी की तलाश करने वालों के बुरे दिन, नया साल होगा चुनौतीपूर्ण

वैश्विक स्तर पर दिक्कतों तथा घरेलू मोर्चे पर नकदी की कमी की वजह से कर्मचारियों या नौकरी तलाश कर रहे लोगों के लिए नया साल चुनौतीपूर्ण रहेगा। कर्मचारी पहले से ही देखो और इंतजार करो की नीति अपना रहे हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि वेतनवृद्धि में भी कमजोर रुख दिख रहा है।
नोटबंदी : एटीएम-नकदी की कमी से भाजपा का दांव यूपी में कहीं उल्‍टा न पड़ जाए

नोटबंदी : एटीएम-नकदी की कमी से भाजपा का दांव यूपी में कहीं उल्‍टा न पड़ जाए

पीएम नरेंद्र मोदी ने नोटबंदी लाकर देशभर में भ्रष्‍टाचार मिटाने की जो कोशिश की है उसमें अब पलीता लगने की आशंका व्‍यक्‍त की जा रही है। जगह जगह बैंकों में लगी लाइनें और एटीएम में नकदी का अभाव लोगाें को परेशान कर रहा है। देश के सबसे बड़े राज्‍य उत्‍तर प्रदेश में तो हाल और बुरा है।
देश के 91 प्रमुख जलाशयों के जलस्तर में दो प्रतिशत की कमी

देश के 91 प्रमुख जलाशयों के जलस्तर में दो प्रतिशत की कमी

एक दिसंबर, 2016 को समाप्‍त सप्‍ताह के दौरान देश के 91 प्रमुख जलाशयों में 102.841 बीसीएम (अरब घन मीटर) जल का संग्रहण आंका गया। यह इन जलाशयों की कुल संग्रहण क्षमता का 65 प्रतिशत है। यह पिछले वर्ष की इसी अवधि के कुल संग्रहण का 126 प्रतिशत तथा पिछले दस वर्षों के औसत जल संग्रहण का 98 प्रतिशत है।
बेंगलुरू में गरजे भाजपा अध्यक्ष, नोटबंदी से राहुल, ममता की रातों की नींद उड़ी

बेंगलुरू में गरजे भाजपा अध्यक्ष, नोटबंदी से राहुल, ममता की रातों की नींद उड़ी

भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने आज कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उच्च मूल्य के पुराने नोट को चलन से बाहर करने के कदम से विपक्षी नेताओं राहुल गांधी और ममता बनर्जी की रातों की नींद उड़ गई है।
नोटबंदी:अमरोहा में अंतिम संस्‍कार के लिए पैसे जुटाने मुर्दे को ही लाइन में लगाया

नोटबंदी:अमरोहा में अंतिम संस्‍कार के लिए पैसे जुटाने मुर्दे को ही लाइन में लगाया

मोदी सरकार द्वारा पांंच सौ और हज़ार रुपए के नोट को चलन से बाहर करने का सर्वाधिक असर उत्तर प्रदेश पर पड़ा है। प्रदेश में काम-धंधे लगभग बंद हैं और रबी की फ़सल की बुआई भी प्रभावित हुई है। स्कूल कॉलेजों में छात्र-छात्राओं की उपस्थिति भी आधी रह गई है। जिसे देखो वही बैंकों की लाइन में लगा है।
ठाकुर की गुहार : देश में 500 जजों की कमी, नियुक्तियां करें

ठाकुर की गुहार : देश में 500 जजों की कमी, नियुक्तियां करें

न्यायपालिका और कार्यपालिका के बीच मतभेदों का सिलसिला अभी भी जारी है। प्रधान न्यायाधीश तीरथ सिंह ठाकुर ने एक बार फिर शनिवार को उच्च न्यायालयोें और न्यायाधिकरणों में न्यायाधीशों की कमी का मामला उठाया जबकि विधि एवं न्याय मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने जोरदार तरीके से इससे असहमति व्यक्त की।
नोटबंदी : राजस्थान में पर्यटकों की संख्‍या में 40 फीसदी की कमी

नोटबंदी : राजस्थान में पर्यटकों की संख्‍या में 40 फीसदी की कमी

राजस्थान में पर्यटन मौसम के शुरू होते ही पर्यटकों का आना शुरू हो जाता है लेकिन नोटबंदी के कारण राजस्थान में आने वाले पर्यटकों पर विपरीत प्रभाव पड़ा है। पर्यटकों, होटलों, रेस्तराओं और टैक्सी आपरेटरों सहित पर्यटन से जुड़े उद्योगों को प्रतिदिन के खर्च का भुगतान करने में समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
नोटों की किल्लत : सिनेमा हालों में सन्नाटा, शो रूम में ग्राहकों का अता पता नहीं

नोटों की किल्लत : सिनेमा हालों में सन्नाटा, शो रूम में ग्राहकों का अता पता नहीं

पुराने 500 और 1000 के नोट बंद होने के एक सप्‍ताह बाद भी स्थिति सामान्य नहीं हो पायी है। बड़ी दुकानें बंद हैं। माल मल्टीप्लेक्स में सन्नाटा है। बैंकों के सामने लंबी लंबी लाइनें लगी हैं और लोग अपने नोटों को नये नोट में बदलवाने के लिये सुबह से ही लाइन में लगे हैं।
गाजीपुर में मोदी का विरोधियों पर पलटवार, कालाधन वाले ले रहे हैं नींद की गोलियां

गाजीपुर में मोदी का विरोधियों पर पलटवार, कालाधन वाले ले रहे हैं नींद की गोलियां

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज 500 और हजार रुपये के नोटों का चलन बंद किए जाने को लेकर अपनी सरकार पर हमलावर हुए विपक्ष, खासकर कांग्रेस पर पलटवार करते हुए कहा कि ईमानदारी के महायज्ञ से तकलीफजदा इस पार्टी ने भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए नहीं, बल्कि इंदिरा गांधी की गद्दी बचाने के लिये आपातकाल लगाकर देश को जेलखाना बना दिया था। अपने फैसले को कड़क चाय की तरह बताते हुए पीएम ने कहा कि कालाधन रखने वाले नींद की गोलियां ले रहे हैं।
नोटबंदी का असर, शादी विवाह का मौसम बुरी तरह प्रभावित

नोटबंदी का असर, शादी विवाह का मौसम बुरी तरह प्रभावित

पांच सौ और हजार रूपये के बड़े नोटों के चलन से बाहर होने से फौरी तौर पर नकदी की भारी कमी हो जाने की वजह से शादी-विवाह का मौसम बुरी तरह प्रभावित हुआ है। वर्तमान हालात में कोई बड़ा उत्सव कर पाना काफी कठिन काम हो गया है।
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