दूसरे टी20 में अर्धशतक जड़कर भारत को जिंबाब्वे के खिलाफ टी20 श्रृंखला में बराबरी दिलाने वाले युवा बल्लेबाज मनदीप सिंह ने कहा कि दबाव के कारण मैच से पहले रात को उनकी नींद उड़ गई थी लेकिन मैदान पर कदम रखते ही दबाव खत्म हो गया।
कानून मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के मुताबिक, देश के विभिन्न उच्च न्यायालयों में 458 न्यायाधीशों की कमी है। ये आंकड़े ऐसे समय में आए हैं जब न्यायपालिका और सरकार के बीच हाईकोर्टों में न्यायाधीशों की भावी नियुक्ति को दिशा देने वाले एक दस्तावेज के विभिन्न उपबंधों को लेकर मतभेद हैं।
देश के 13 राज्य गंभीर सूखे के संकट से जूझ रहे हैं। देश में औसतन हर साल 30 हजार हेक्टेयर खेती योग्य भूमि कम हो रही है। पर्यावरणविदों ने सरकार से मांग की है कि सूखे की समस्या के निपटारे के लिए दीर्घाकालीन पहल करने की जरूरत है।
शुरू में ममता बनर्जी ने योजना बनाई थी कि चुनाव प्रचार खत्म होने के बाद कम से कम हफ्ता भर के लिए दीघा जाएंगी। समुद्र के किनारे छुट्टियां बिताएंगी। मतगणना होने तक वहीं से शासन चलाएंगी। लेकिन आखिरी वक्त में योजना बदल दी। वे कूचबिहार के चालसा के रिसोर्ट चली गईं। वहां से गुरुवार को बंगाल में आखिरी चरण के मतदान के दौरान राजनीतिक रूप से दांव पर लगी सीटों पर व्यक्तिगत रूप से खोज-खबर लेती रहीं। खासकर, उनकी नजर कूचबिहार की नौ और पूर्व मेदिनीपुर की 16 सीटों पर रहीं। इन सीटों पर तृणमूल कांग्रेस की प्रतिष्ठा दांव पर है।
देश के कई राज्यों के जल संकट से जूझने का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज कहा कि पानी के संबंध में संवेदनशीलता जरूरी है क्योंकि शुद्ध पीने का पानी जीडीपी वृद्धि का कारण बन जाता है और इस दृष्टि से वर्षा का पानी, गांव का पानी, गांव में रोकने के लिए सामूहिक प्रयत्न करने की जरूरत है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज कहा कि जनवरी में लागू की गई सम-विषम योजना से प्रदूषण उम्मीद के अनुरूप कम नहीं हुआ था लेकिन इससे शहर में यातायात जाम को कम करने में उल्लेखनीय मदद मिली थी। सर्वोदय बालिका विद्यालय की एक छात्रा के सवाल का जवाब देते हुए केजरीवाल ने कहा, सम-विषम योजना से प्रदूषण कम हुआ था लेकिन उतना नहीं जितने की हमने उम्मीद की थी। हालांकि इससे यातायात जाम में उल्लेखनीय कमी आई थी। सड़कें खाली थीं और लोगों ने इसे बहुत पसंद किया।
पश्चिमी देशों की तरह भारत में क्रिकेट के धंधे में शामिल दादा लोग बोतलबंद पानी, जूस या विदेशी ब्रांड शराब पसंद करते हैं। क्रिकेट खेल की सर्वोच्च संस्था बीसीसीआई में कुछ उस्ताद ऐसे भी होंगे, जिन्होंने कभी गांव के कुएं, तालाब या नाले के किनारे किसी तरह पानी को निकालते या ले जाते लोगों के दर्शन ही नहीं किए। उन्हें पानी की कीमत का अंदाज नहीं है।