मोदी ने कहा कि अटलजी के वक्त जो काम 6 महीने में पूरा हो जाता, वह पूरा होते-होते 2015 आ गया। अटल सरकार के बाद दूसरी सरकार बनी तो ऐसे रेल मंत्री (लालू ) आए जिन्होंने हमारे काम को रोक दिया।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की हालिया सांप-चंदन टिप्पणी से सहयोगी राजद खेमे में खलबली मचने के बाद मुख्यमंत्री परोक्ष रूप से विवादों को दूर करने के लिए गुरुवार की रात राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद से मिले। राजद प्रमुख के करीबी सहयोगी और विधानपार्षद भोला यादव ने शुक्रवार को पीटीआई-भाषा को बताया कि कुमार बिना किसी सुरक्षा घेरे के रात में करीब 10 बजे प्रसाद के 10 सर्कुलर रोड आवास पर गए और बड़े भाई (प्रसाद) के साथ एक घंटे तक रहे।
एबीपी न्यूज-नीलसन के ओपिनियन पोल में नीतीश कुमार का गठबंधन भाजपा और सहयोगी दलों पर भारी पड़ता दिख रहा है। पोल के अनुसार, लोकप्रियता के मामले में नीतीश कुमार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी आगे चल रहे हैं और चुनाव नतीजे उनके पक्ष में जा सकते हैं।
बिहार चुनाव के लिए सूरत से तैयार की जा रही मोदी साड़ी को बड़ा घोटाला बताया है जनता दल यूनाइटेड ने। उसका कहना है कि यह 200 करोड़ रुपये से पड़ा घोटाला है। इस बाबत चुनाव आयोग तक जा सकती है पार्टी
संप्रग एक की सरकार में लालू प्रसाद के साथ केंद्रीय मंत्री रहे और वर्ष 2009 का लोकसभा और 2010 का विधानसभा चुनाव उनके साथ मिलकर लड़ने वाले बिहार के वरिष्ठ दलित नेता और केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान का कहना है कि लालू के साथ रहने के जमाने में भी कभी दोनों के दिल नहीं मिले।
बिहार विधानसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी ने पिछड़े वर्ग के मतदाताओं को लुभाने के लिए नया दांव चला है। भाजपा अब राज्य में पहली बार पार्टी द्वारा गठित ओबीसी मोर्चा की पहली राज्य स्तरीय कार्यकारिणी का गठन बिहार में करेगा।
'बहुत हुआ जुमलों का वार, फिर एक बार नीतीश कुमार’, 'आगे बढ़ता रहे बिहार, फिर एक बार नीतीश कुमार’ कुछ ऐसे ही नारे लिखे पोस्टरों से बिहार की राजधानी पटना अटा पड़ा है। पटना की सडक़ों पर बड़े-बड़े होर्डिंग देखकर ऐसा लगता है मानों राज्य में और किसी सियासी दल का कोई वजूद नहीं है। राजनीतिक दलों के पार्टी कार्यालयों को छोड़ दें तो चौराहों या सार्वजनिक स्थलों पर दूसरे दलों के होर्डिंग न के बराबर दिखेंगे। यहां तक कि सडक़ों पर चल रहे ऑटो रिक्शा पर भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की मुस्कुराती तस्वीरों वाले पोस्टर चिपके मिलेंगे।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जयप्रकाश नारायण और कर्पूरी ठाकुर जैसे समाजवादी नेताओं के सपनों को तोड़ने का आरोप लगाते हुए भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने आसन्न बिहार विधानसभा चुनाव के लिए बिगुल फूंक दिया।