अगस्त 2015 में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के प्रमुख ने एक संक्षिप्त सर्कुलर जारी किया जो कि इसके शीर्ष स्तर पर एक सामान्य प्रक्रिया है। ईडी के कार्यकारी निदेशक करनैल सिंह कहते हैं कि ईडी को किसी मामले की जांच करने के लिए दूसरी एजेंसियों मसलन सीबीआई का इंतजार करने की जरूरत नहीं है।
बताया जाता है कि जवाहर लाल नेहरू ने 1938 में अपने शुरू किए गए अखबार नेशनल हेराल्ड के कर्मचारियों से एक बार कहा था, हमें बनियागिरी नहीं आई। यदि सुब्रह्मण्यम स्वामी की कोशिशें सिरे चढ़ीं तो माना जाएगा कि शायद नेहरू के उत्तराधिकारी इस कला को सीख चुके हैं।
संसद में हो रहे लगातार शोर-शराबे से आजिज आकर संसदीय कार्यमंत्री वेंकैया नायडू ने भावुक होकर कहा कि कांग्रेस देशहित में संसद चलने दे। वेकैंया ने कहा कि कांग्रेस सांसदों को नियम और कानून से कुछ लेना-देना नहीं है। संसद की कार्यवाही में अड़चन डालना उनकी आदत सी बन गई है।
रूस में एक अस्पताल में आग लगने की बेहद दर्दनाक घटना में कई लोगों की जान चली गई है। बताया जा रहा है कि यह आग दक्षिणी रूस के एक मनोरोग अस्पताल में लगी, जिसमें 23 लोगों की मौत हो गई और कई लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं।
नेशनल हेराल्ड मामले में कांग्रेस ने शुक्रवार को राज्यसभा में जमकर हंगामा किया जिससे सदन की कार्यवाही कई बार बाधित हुई। हंगामे के ही बीच भ्रष्टाचार निवारण (संशोधन) विधेयक, 2015 को सदन की प्रवर समिति को सौंपने के लिए एक प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया।
नेशनल हेराल्ड मामले को लेकर संसद में कांग्रेस का हंगामा जारी है। बदले की राजनीति का आरोप लगाते हुए कांग्रेस के सांसदों ने आज भी राज्यसभा में भारी हंगामा किया जिसके कारण बैठक तीन बार स्थगन के बाद दोपहर दो तक के लिए स्थगित कर दी गई।
मुंबई में 26 नवंबर 2008 को हुए आतंकी हमले के आरोपी डेविड कोलमैन हेडली को सरकारी गवाह बनने के बदले माफ़ी मिल गई है। आज मुंबई की एक अदालत में हेडली की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये पेशी हुई। इस दौरान हेडली ने अपने ऊपर लगाए गए आरोपों को स्वीकार करते हुए कहा कि अगर उसे माफी दी जाए तो वह सरकारी गवाह बनने को तैयार है। इस पर सरकारी वकील उज्ज्वल निकम ने कहा कि सरकार हेडली को वादामाफ गवाह बनाने को तैयार है। खबर है कि कोर्ट ने इसकी इजाजत दे दी है।
नेशनल हेराल्ड मामले को लेकर राहुल गांधी के प्रधानमंत्री कार्यालय पर लगाए गए आरोपों पर पलटवार करते हुए सरकार ने आज उन्हें चुनौती दी कि संसद की कार्यवाही को ठप करने के बजाए वह संसद में इस बारे में सुबूत पेश करें।