शांति के लिए नोबेल पुरस्कार से सम्मानित दिग्गज हस्तियों ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रवासियों के खिलाफ नफरत भरे भाषणों की एकस्वर में निंदा की।
पूरी दुनिया के हाशिए पर के बच्चों के लिए समाज के ऐसे तबके ने आवाज उठाने का फैसला किया है जिनकी अपनी खास पहचान है। अलग-अलग क्षेत्रों में उत्कृष्टतम कार्य के लिए दुनिया के सर्वोच्च सम्मान नोबेल पुरस्कार से नवाजे गए ये लोग एक मंच पर आकर समाज के इस वंचित तबके के हक की न सिर्फ आवाज उठाएंगे बल्कि इनके लिए कुछ ठोस करने का भी प्रयास करेंगे।
विख्यात लेखक रस्किन बांड ने आज कहा कि गायक-गीतकार बॉब डिलन को साहित्य का नोबेल पुरस्कार देने का निर्णय सही नहीं है और यह उन सभी महान लेखकों का एक अपमान है जिन्हें यह पुरस्कार अभी तक मिला है।
अमेरिकी गीतकार बॉब डिलेन को इस साल का नोबेल साहित्य पुरस्कार दिया जाएगा। डिलेन यह प्रतिष्ठित सम्मान हासिल करने वाले पहले गीतकार हैं। इस घोषणा ने पुरस्कार पर नजर जमाए हुए लोगों को हैरान कर दिया है।
कोलंबिया में पांच दशक से चले आ रहे गृहयुद्ध को खत्म करने के कोलंबियाई राष्ट्रपति जुआन मैनुएल सांतोस के प्रयासों को मान्यता देते हुए शुक्रवार को उन्हें नोबेल शांति पुरस्कार देने की घोषणा की गई।
नोबेल पुरस्कार विजेताओं का चयन करने वाली जूरी ने आज भौतिकी के नोबेल पुरस्कार की घोषणा कर दी। जूरी ने तीन ब्रिटिश वैज्ञानिकों, डेविड थौलेस, डंकन हाल्डेन और माइकल कोस्टरलिट्ज को इस साल भौतिकी के नोबल पुरस्कार के लिए चुना है।
जापान के योशिनोरी ओहसुमी ने सोमवार को आॅटोफैगी से संबंधित अपने काम के लिए इस साल का नोबल चिकित्सा पुरस्कार जीता। आॅटोफैगी एक एेसी प्रक्रिया है, जिसमें कोशिकाएं खुद को खा जाती हैं और उन्हें बाधित करने पर पार्किंसन एवं मधुमेह जैसी बीमारियां हो सकती हैं।
लड़कियों को शिक्षा दिलाने के सवाल पर तालिबान का विरोध कर दुनिया भर में सुर्खियां बटोरने वाली और नोबेल शांति पुरस्कार विजेता मलाला यूसुफजई करोड़ों की मालकिन हो गई हैं। अपनी जीवनी 'आई एम मलाला' की बिक्री और दुनियाभर में बच्चों की शिक्षा और अन्य मुद्दों पर भाषण देकर उन्होंने ये पैसे कमाए हैं। पाकिस्तानी मूल की मलाला और उनका परिवार इंग्लैंड में रहता है।
नोबेल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी ने कहा है कि भारत का प्रधानमंत्री बनने की उनके मन में कोई चाह नहीं है। उन्होंने इस बारे में कभी नहीं सोचा। सत्यार्थी ने कहा कि आम लोगों की ताकत और एक आम आदमी की नैतिक शक्ति दुनिया में किसी प्रधानमंत्राी या नेता से लाखों गुना ज्यादा है।
भारतीय संस्कृति और भारत के रुतबे को दुनिया में बनाने के लिए राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ नोबेल की तरह एक पुरस्कार शुरू करना चाहता है। इस पुरस्कार में भी शांति, सामाजिक क्षेत्र, आर्थिक क्षेत्र में अपना अतुलनीय योगदान देने वालों को सम्मानित किया जाएगा।