राजस्थान के नागौर जिले के डांगावास गांव में दबंग जाट जाति के एक व्यक्ति की हत्या के बाद में तीन दलितों को ट्रैक्टर से रौंद कर मार डालने की घटना के बाद सामाजिक तनाव गहरा गया है।
चमचमाते कैमरों के बीच व्हील चेयर पर शशि कपूर जब पृथ्वी थियेटर के मंच पर अरुण जेटली से दादा साहेब फाल्के अवार्ड लेने आये, तो माहौल भावुक हो उठा। उनकी अभिनय यात्रा को उनके पौत्र रणवीर कपूर ने अपनी आवाज से जिंदा किया, तो सारा हॉल तालियों की गडग़ड़ाहट से गूंज उठा। हर किस्म के किरदार में फिट और नए-नए तरह के किरदार निभाने का माद्दा रखने वाले रणवीर की हाल ही में नई फिल्म प्रदर्शित हुई है, बॉम्बे वेल्वेट। अनुष्का के संग उनकी जोड़ी खूब जमी है। फिल्मी दुनिया में दो कलाकारों के बीच के सामंजस्य का बहुत फर्क पड़ता है। यही केमेस्ट्री बाद में दोनों कलाकारों को फायदा पहुंचाती है। इन दोनों कलाकारों ने दिल से बताए फिल्मी दुनिया के अपने खट्टे मीठे अनुभव
अनुराग कश्यप अपनी फिल्में अंधेरा बुनते हैं। ऐसा अंधेरा जिससे सभी का साबका पड़ता है। लेकिन सभी दौड़ते हुए इसलिए आगे निकल जाते हैं कि शायद आगे रोशनी की किरणें हों। अनुराग फिल्मों के सिरे इतनी आसानी से पकड़ में नहीं आते कि दर्शक उन्हें पकड़ कर फिल्मों की परद में घुसता चला जाए।
राजीव गांधी हत्याकांड से जुड़े कई प्रश्न आज भी जिंदा हें। कई लोग भी इन सवालों के घेरे में आए। राजीव गांधी की 24वीं पुण्यतिथि इक्कीस मई से पूर्व इस हत्याकांड से जुड़े सवालों पर नजर
लोकसभा में एक केंद्रीय मंत्री को उस समय फटकार लगी जब वह बिना अनुमति के ही एक सदस्य को सलाह देने लगे। ऐसे में पूरा विपक्ष एकजुट हो गया और लोकसभा अध्यक्ष को मंत्री को फटकार लगानी पड़ी।
शुरुआती मैचों में निराशाजनक प्रदर्शन के बाद मुंबई इंडियंस ने इंडियन प्रीमियर लीग के मैच अब अपनी जीत की लय बरकरार रखी है। मंगलवार को हुए मैच में मुंबई इंडियंस ने दिल्ली डेयरविल्स को पांच विकेट से हराकर अंक तालिका में चौथे स्थान पर पहुंच गया है।
केरल के मौजूदा राज्यपाल पी. सदाशिवम को राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग का अध्यक्ष बनाए जाने की सुगबुगाहट जैसे ही तेज हुई, वैसे ही मानवाधिकार संगठनों ने इसके खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। संभवतः यह पहला मौका है जब किसी राज्यपाल को इस पद के लिए चुना जा रहा है।
अनुराग कश्यप की आगामी फिल्म बॉम्बे वेलवेट का एक गाना सिल्विया 1959 के उस बेहद चर्चित नानावटी मामले से प्रेरित है, जिसकी देशभर के मीडिया में खासी चर्चा रही थी।
केंद्र सरकार को झटका देते हुए दिल्ली उच्च न्यायालय ने केंद्रीय सूचना आयोग के वरिष्ठतम सूचना आयुक्त से कहा है कि वह अपने मुखिया की अनुपस्थिति में मामले पर सुनवाई करें। अदालत ने कहा कि किसी भी तरह का बैकलॉग आरटीआई आवेदकों के हितों को खतरे में डालेगा।