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Search Result : "पठानकोट वायु सेना स्टेशन"

बहादुरी की मिसाल, आतंकियों से निहत्‍थे भिड़े हवलदार जगदीश

बहादुरी की मिसाल, आतंकियों से निहत्‍थे भिड़े हवलदार जगदीश

पठानकोट एयरफोर्स स्‍टेशन पर आतंकी हमले के बाद पिछले 42 घंटे से मुठभेड़ जारी है। अभी दो आतंकियों के एयरफोर्स स्टेशन में छिपे होने की आशंका है। इस बीच हमले से जुड़ी कई अहम जानकारियां सामने आई हैं। पता चला है कि डिफेंस सिक्‍योरिटी कॉर्प के हवालदार जगदीश सिंह ने अदम्‍य साहस का परिचय देते हुए निहत्‍थे ही आतंकियों का मुकाबला किया और एक आतंकवादी को उसी की राइफल से मार गिराया।
पठानकोट हमले पर राजनीति तेज, कांग्रेस ने उठाए सवाल

पठानकोट हमले पर राजनीति तेज, कांग्रेस ने उठाए सवाल

पठानकोट आतंकवादी हमले को लेकर देश की राजनीति भी गरमा गई है। कांग्रेस ने पाकिस्तान मामलों से निपटने में मोदी सरकार की नाकामी पर सवाल उठाए जबकि भाजपा ने पलटवार करते हुए उस पर आरोप लगाया कि वह घटना को राजनीतिक रंग देने की कोशिश कर रही है। वहीं, राजग में शामिल शिवसेना ने मुंहतोड़ जवाब देने की मांग की है।
'पठानकोट ऑपरेशन' बोले पीएम मोदी - हमें जवानों पर गर्व

'पठानकोट ऑपरेशन' बोले पीएम मोदी - हमें जवानों पर गर्व

दिन भर चले ऑपरेशन के बाद सुरक्षाबलों ने पठानकोट में वायुसेना एयरबेस पर हुए आतंकी हमले को नाकाम कर दिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जांबाज सैनिकों को सलाम करते हुए कहा कि हमें हमारे जवानों एवं सुरक्षा बलों पर गर्व है। हमले में 4 आतंकियों के मारे जाने की खबर है जबकि वायुसेना के एक कमांडो समेत सेना के 3 जवान भी शहीद हो गए।
पठानकोट एयरबेस पर हमला: 4 आतंकी मारे, 3 जवान शहीद

पठानकोट एयरबेस पर हमला: 4 आतंकी मारे, 3 जवान शहीद

पंजाब के पठानकोट में एयरफोर्स स्टेशन पर आज तड़के बड़ा आतंकी हमला हुआ। सुबह 3.30 बजे शुरू हुई मुठभेड़ में सुरक्षा बलों ने सभी 4 आतंकियों को मार गिराया जबकि एक कमांडो समेत 3 सुरक्षाकर्मी शहीद हो गए। हमले के पीछे आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्‍मद का हाथ माना जा रहा है। पिछले छह महीने में संदिग्ध पाकिस्‍तानी आतंकियों का यह तीसरा हमला है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की औचक लाहौर यात्रा के सिर्फ हफ्ते भर बाद हुआ है।
पठानकोट हमला: जैश-ए-मोहम्मद की भूमिका से इंकार नहीं-राजनाथ

पठानकोट हमला: जैश-ए-मोहम्मद की भूमिका से इंकार नहीं-राजनाथ

गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने पठानकोट में हुए आतंकी हमले में पाकिस्तानी आतंकी समूह जैश-ए-मोहम्मद के शामिल होने की संभावना से इनकार नहीं किया और कहा कि भारत अपनी जमीन पर कोई भी आतंकी हमला होने पर कठोरता से पलटवार करेगा।
वायु प्रदूषण के संघर्ष में दिल्ली अकेला शहर नहीं- ग्रीनपीस

वायु प्रदूषण के संघर्ष में दिल्ली अकेला शहर नहीं- ग्रीनपीस

ग्रीनपीस इंडिया ने देश के 17 शहरों के राष्ट्रीय वायु गुणवत्ता सूचनांक (एनएक्यूआई) से पाए आँकड़ों का विश्लेषण प्रकाशित किया है जिससे स्पष्ट होता है कि दिल्ली के अलावा केन्द्र और कई अन्य राज्य सरकारों को भी अपने शहरों में वायु प्रदूषण के रोकथाम पर तुरंत क़दम उठाने होंगे। जिन 17 शहरों में प्रदूषण के आँकड़े उपलब्ध हैं, उनमें से 15 शहरों में प्रदूषण का स्तर हकीकत से कहीं ज्यादा खतरनाक है। सच तो यह है कि अप्रैल से नवबंर के बीच वायु प्रदूषण के जो आंकड़े एकत्रित किए गए थे वे मानक स्तर से 50 फीसदी अधिक है जिससे वायु प्रदूषण आपदा का संकेत मिलता है।
अमेरिकी सेना में सिख सैनिक को दाढ़ी, पगड़ी की छूट

अमेरिकी सेना में सिख सैनिक को दाढ़ी, पगड़ी की छूट

अमेरिकी सेना में लड़ाकू सैनिक के तौर पर तैनात एक सिख जवान को दुर्लभ अपवाद के तहत अस्थायी धार्मिक रियायत मिली है, जिसके तहत उसे दाढ़ी रखने और पगड़ी पहनने की अनुुमति होगी। यह जानकारी एक मीडिया रिपोर्ट के जरिए मिली है।
प्रदूषण रेड अलर्ट के करीब दिल्ली

प्रदूषण रेड अलर्ट के करीब दिल्ली

वायु प्रदूषण को लेकर चीन की राजधानी बीजिंग में रेड अलर्ट जारी कर दिया गया है। वहां स्कूल-कॉलेज, निर्माण कार्य, कारें और बाहरी वाहन बंद है। दिल्ली का वायु प्रदूषण बीजिंग के वायु प्रदूषण के आसपास ही है। दिल्ली सरकार ने भी इस धुंध और धूल (स्मॉग) भरे प्रदूषण से निपटने के लिए कुछ योजनाएं लागू करने का फैसला किया है। जिनमें सबसे अधिक बवाल उस फैसले पर हो रहा है, जिसके तहत सड़कों पर एक दिन सम (ईवन) और दूसरे दिन विषम (ऑड) संख्या वाली कारें चलेंगी।
वायु प्रदूषणः स्वराज अभियान का केजरीवाल को समर्थन

वायु प्रदूषणः स्वराज अभियान का केजरीवाल को समर्थन

स्वराज अभियान के राज्य सचिव राजीव गोदारा का कहना है कि हम सैद्धांतिक रूप से दिल्ली की सड़कों पर निजी वाहनों को कम करने के लिए उठाए गए कदम का स्वागत करते हैं लेकिन दिल्ली में वायु प्रदूषण पर लगाम लगाना इतना भी आसान नहीं है। स्वराज अभियान के अनुसार इस संबंध में नीतियों में बदलाव के समय ध्यान से सोचा जाना चाहिए। इस योजना की सफलता मजबूत सार्वजनिक परिवहन पर निर्भर करती है। इसके जरिये सरकार के प्रशासनिक कौशल और राजनीतिक इच्छाशक्ति की असली परीक्षा होगा।