धान की सरकारी खरीद और मिलिंग में भारत के नियत्रंक एवं महालेखा परीक्षक (कैग) ने कई अनियमितताएं पाई हैं। कैग की ओर संसद में पेश की गई इस रिपोर्ट में कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए जिसका एक उदाहरण यहां पेश है।
राज्यसभा में आज कांग्रेस के प्रमोद तिवारी ने सड़कों पर सम और विषम संख्या के आधार पर कारों को उतारने के संबंध में दिल्ली सरकार के निर्णय को तुगलकी फैसला करार देते हुए कहा कि सार्वजनिक परिवहन प्रणाली को दुरुस्त किए बिना यह कदम नहीं उठाया जाना चाहिए। हालांकि सरकार एवं कांग्रेस सहित कई सदस्यों ने राजधानी में वायु प्रदूषण पर चिंता जताते हुए इसे नियंत्रित करने की आवश्यकता पर सहमति जताई।
दिल्ली को दमघोंटू प्रदूषण से बचाने के लिए सम, विषम नंबर के आधार पर एक दिन छोड़कर गाड़ियां चलाने की योजना को भारत के चीफ जस्टिस से महत्वपूर्ण समर्थन मिला है।
अभी तक जनता से एलपीजी सब्सिडी छोड़ने की अपील करने वाली मोदी सरकार जल्द ही आबादी के एक बड़े वर्ग को इससे वंचित कर सकती है। सालाना 10 लाख रुपये से ज्यादा कमाई करने वाले लोगों के अलावा लग्जरी कार और क्रेडिट कार्ड का अधिक इस्तेमाल करने वालों को भी एलपीजी सब्सिडी से हाथ छोना पड़ सकता है।
आम भाषा में कहा जाए तो अब रसोइयों को भी पद्मश्री पुरस्कार मिल सकेगा। देश के नामी-गिरामी शेफ जिन्होंने भारत के साथ विदेश में भी नाम कमाया है उन्हें पद्मश्री दिए जाने की सिफारिश संस्कृति मंत्रालय ने गृह मंत्रालय को भेजी है।
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने कहा है कि पुरस्कारों की कद्र करनी चाहिए, इन्हें संजोकर रखना चाहिए। भावनाओं में बहने के बजाय अपनी असहमति को बहस और विमर्श के जरिए व्यक्त करना चाहिए। राष्ट्रपति की इस बात को पुरस्कार वापसी मुहिम में जुटे लोगों को नसीहत भी माना जा रहा है।
कार बिक्री में लगातार 12वें महीने बढ़ोतरी का रुख है। अक्टूबर माह में कारों की बिक्री 21.8 प्रतिशत बढ़ गई है। दरअसल त्योहारी मौसम में लगातार मांग से वाहन उद्योग में यह रौनक आई है। सोसायटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्यूफैक्चरर्स (सियाम) द्वारा जारी आंकड़े के मुताबिक घरेलू बाजार में अक्टूबर माह के दौरान कारों की बिक्री बढ़कर 1,94,158 इकाइयों की रही जो 2014 के इसी माह में 1,59,408 इकाइयों की थी।
देश में असहिष्णुता के माहौल को लेकर पुरस्कार वापसी का सिलसिला जारी है। अब जाने-माने फिल्म फिल्मकार कुंदन शाह, निर्देशक सईद मिर्जा और प्रसिद्ध लेखिका अरुंधति रॉय समेत 24 फिल्मकारों ने अपने राष्ट्रीय पुरस्कार लौटाने का ऐलान किया है। इससे पहले दिबाकर बनर्जी और आनंद पटवर्धन समेत 11 लोगों ने अभिव्यक्ति की आजादी और असहिष्णुता के मुद्दे पर अपने पुरस्कार लौटा दिए थे।
देश में बढ़ती असहिष्णुता और तर्कवादियों की हत्या के खिलाफ चल रही मुहिम में देश के जाने-माने वैज्ञानिक पीएम भार्गव भी शामिल हो गए हैं। भार्गव ने कहा कि वह अपना पद्म भूषण पुरस्कार लौटा रहे। उन्होंने आरोप लगाया कि राजग सरकार भारत को हिंदू धार्मिक निरंकुश तंत्रा में बदलने का प्रयास कर रही है।