गत दो जनवरी को पठानकोट वायुसेना स्टेशन पर हुए आतंकी हमले की जांच के सिलसिले में भारत आया पाकिस्तानी संयुक्त जांच दल (जेआईटी) भारतीय अधिकारियों के साथ आज पठानकोट रवाना हो गया है।
पठानकोट के वायु सेना स्टेशन पर हमले के मामले की जांच के लिए पाकिस्तान का पांच सदस्यीय संयुक्त जांच दल (जेआईटी) रविवार को भारत पहुंचा। इस जांच दल में आईएसआई का एक अधिकारी भी शामिल है। किसी आतंकी मामले की जांच के लिए पाकिस्तान के दल की यह इस तरह की यह पहली भारत यात्रा है।
भारत ने पठानकोट वायु सेना अड्डे पर आतंकी हमले की जांच के लिए पाकिस्तान में गठित संयुक्त जांच दल (जेआईटी) के पांच सदस्यों को आज वीजा जारी किया। भारत इस हमले के लिए पाकिस्तान आधारित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद को जिम्मेदार ठहराता रहा है।
एक सनसनीखेज खुलासे में लश्कर-ए-तैयबा के आतंकी डेविड कोलमेन हेडली ने आज मुंबई की एक अदालत को बताया कि मुंबई पर 26/11 आतंकी हमलों के कुछ सप्ताह बाद ही पाकिस्तान के तत्कालीन प्रधानमंत्री यूसुफ रज़ा गिलानी उसके घर आए थे।
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने आज पाकिस्तानी प्रधानमंत्री के विदेश मामलों के सलाहकार सरताज अजीज के साथ बातचीत के बाद कहा कि पठानकोट आतंकवादी हमले की अपनी जांच आगे बढ़ाने के लिए पाकिस्तान की एक संयुक्त जांच टीम 27 मार्च को भारत पहुंचेगी।
भारत में पाकिस्तान से ज्यादा प्यार मिलने की बात कहकर अपने देश के निशाने पर आए पाकिस्तानी क्रिकेट टीम के कप्तान शाहिद अफरीदी ने आज इस मसले को शांत करने की कोशिश करते हुए कहा कि उनका इरादा अपने देश को नीचा दिखाने का नहीं था और वह सिर्फ यहां प्रशंसकों का सम्मान करके सकारात्मक संदेश देने का प्रयास कर रहे थे।
शाहिद अफरीदी की टिप्पणी से आहत और हैरान पाकिस्तान के पूर्व कप्तान जावेद मियांदाद ने कहा कि इस तरह के बयान देने वाले खिलाड़ियों को खुद पर शर्म आनी चाहिए। अफरीदी ने कहा था कि पाकिस्तानी क्रिकेटरों को यहां से कहीं ज्यादा भारतीय दर्शकों से प्यार मिलता है। मियांदाद ने आज टीवी चैनल से कहा, इन क्रिकेटरों को इस तरह की चीज कहने से पहले खुद पर शर्म करनी चाहिए। शर्म करो।
अपने देश की सरकार से स्वीकृति मिलने के बाद पाकिस्तान की क्रिकेट टीम विश्व ट्वेंटी20 चैम्पियनशिप में हिस्सा लेने के लिए लंबी विमान यात्रा के बाद शनिवार कोलकाता पहुंची। पाकिस्तान का 27 सदस्यीय दल अबुधाबी से यहां पहुंचा जिससे टूर्नामेंट में टीम के प्रतिनिधित्व को लेकर कई दिनों से चल रही अनिश्चितता समाप्त हो गई।
पाकिस्तानी अमेरिकी आतंकवादी डेविड कोलमैन हेडली ने आज बताया कि उसके आकाओं ने उससे कहा था कि 26/11 के मुंबई हमले के मामले में जकी उर रहमान लखवी और हाफिज सईद के खिलाफ कुछ नहीं होगा। हेडली ने यह भी दावा किया कि उसे बताया गया था कि उनके और लश्कर के अन्य सदस्यों के खिलाफ पाकिस्तानी संघीय जांच एजेंसी की कार्रवाई दिखावटी है।
पाकिस्तानी-अमेरिकी आतंकवादी डेविड हेडली ने अदालत को बताया है कि आईएसआई और लश्कर 26/11 आतंकवादी हमलों के दौरान मुंबई हवाईअड्डे और नौसेना स्टेशन को निशाना बनाना चाहते थे और उसने भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र (बीएआरसी) की वीडियोग्राफी की थी और उसे वहां के किसी ऐसे व्यक्ति को भर्ती करने को कहा गया था जो पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी के लिए काम कर सके।