केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा है कि भारत में अलग-अलग राजनीतिक दल के लोगों के गैर जिम्मेदाराना बयान देने जैसी छिटपुट घटनाएं हो सकती हैं लेकिन इसे देश में असहिष्णुता के माहौल के तौर पर नहीं देखा जाना चाहिए। वरिष्ठ भाजपा नेता ने इस तरह की घटनाओं को बहुत खराब बताया लेकिन कहा कि भारत जैसे बड़े देश में ये बहुत कम होती हैं।
जर्मनी में अंधेरी-हिल्फे संगठन की 90 वर्षीय संस्थापक रोजी गोलमान को वर्ल्ड्स चिल्ड्रेन्स प्राइज के लिए नामांकित किया गया है। लाखों बच्चे मिलकर इस पुरस्कार के विजेता का चुनाव करेंगे जिसे पूरी दुनिया की मीडिया द्वारा चिल्ड्रेंस नोबल प्राइज कहा जाता है।
एनआईटी श्रीनगर परिसर में तनाव के बीच दूसरे राज्यों के छात्रों ने मांग की है कि स्थिति के सामान्य होने तक सोमवार से शुरू हो रही परीक्षाओं सहित संस्थान में शिक्षण गतिविधियों को टाल दिया जाना चाहिए। दूसरे राज्यों के विद्यार्थियों में लड़कियां भी शामिल हैं और वे विरोध प्रर्दशन कर रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि कालेज और मानव संसाधन विकास मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा कि उनकी मांग पर चर्चा संभव नहीं है।
'पनामा पेपर्स’ ने विकीलीक्स से ज्यादा विश्वभर में हलचल पैदा की है। भारत में भी क्योंकि 500 से ज्यादा भारतीयों के विदेशी कंपनियों में हिस्सेदारी होने के कागजातों का खुलासा हुआ है। लेकिन मेरा मानना है कि यह भारतीय खोजी पत्रकारिता की बहुत अच्छी मिसाल नहीं है। कारण दुनिया भर के तथाकथित खोजी पत्रकारिता के 'स्टार अलाइंस’ ने जो दस्तावेज एकत्रित किए, उनको हमारे अखबारों ने हूबहू छाप दिया है। उनकी आगे से कोई खोजबीन नहीं की। मीडिया अब भी, ज्यादातर घटनाओं में, सरकारी एजेंसियों एवं कचहरी द्वारा प्राप्त किए कागजातों को अपने सूत्रों के हवाले से छापकर वाहवाही लूटने की कोशिश करता है। ज्यादातर 'खोजी खबरें’ प्लेट में सजी-सजाई मिलती हैं।
भारत कुछ समय से विश्व के नेताओं को आतंकवाद के खिलाफ एकजुट करने की कोशिश कर रहा है और काफी हद तक वह इसमें सफल भी रहा है। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विभिन्न देशों के राष्ट्राध्यक्षों के साथ मीटिंग के दौरान जिस तरह से आतंकवाद के मुद्दे पर विश्व के नेताओं को एकजुट करके उनसे एक साथ मिलकर आतंकवाद का मुकाबला करने का आश्वासन मिला वह काबिले तारीफ है।
भाजपा के नेतृत्व वाली राजग सरकार पर उसकी प्रमुख सहयोगी शिवसेना ने आज कई मुद्दों को लेकर तीखा हमला किया। पार्टी अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने विदेश यात्राओं के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का उपहास उड़ाते हुए दावा किया कि इस सरकार के प्रति देश में भारी रोष है।
अब राजनीतिक चुनाव सिर्फ सभाओं, जुलूसों, नारेबाजियों और पोस्टरों के जरिये नहीं लड़े जाते हैं। इस जंग का एक और ऐसा मैदान है जो दिखाई तो नहीं देता लेकिन वहां महत्वपूर्ण मुद्दों पर बहस होती है। जनमत बनता है। जंग का यह नया मैदान सोशल मीडिया है। इस नए मैदान की लागत कम है और इसका फल इस मायने में मीठा है कि यह जनता को प्रभावित करने की जबरदस्त क्षमता रखता है। आज लगभग तमाम केंद्रीय मंत्री, सरकार, राज्य सरकारें, छोटे-बड़े नेता, विधायक, सांसद, मंत्रालय और राजनीतिक पार्टियों समेत देश की तमाम प्रभावशाली हस्तियां सोशल मीडिया का प्रयोग कर रही हैं।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पीएम नरेंद्र मोदी पर सीधा हमला करते हुए कहा कि आईएसआई के अधिकारी सहित पांच सदस्यीय पाकिस्तानी जेआईटी को पठानकोट हमले की जांच के लिए भारत आने देना पाक खुफिया एजेंसी को क्लीन चिट देने के समान था और ऐसा कर पीएम ने भारत माता की पीठ में छुरा घोंपा है।
बसपा प्रमुख मायावती पठानकोट में हुए आतंकी हमले की जांच के लिए पाकिस्तान से आई टीम को लेकर सरकार को आगाह किया है। बसपा प्रमुख ने कहा कि पाकिस्तान की जांच टीम ने जिस तरह का नकारात्मक रवैया अपनाया है उसे लेकर भारत सरकार को ठोस कदम उठाना चाहिए।