कश्मीर घाटी में तनाव को रोकने के लिए इंटरनेट सेंवाएं बंद कर दी गई है। बताया जा रहा है कि मोबाइल इंटरनेट सेवा के सस्पेंड किए जाने के बाद पत्थरबाजी की घटनाओं में भारी कमी आई है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किसानों के आधुनिक तकनीक अपनाने पर जोर देते हुए कहा कि उनकी सरकार ने वर्ष 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने का फैसला किया है, जब भारत अपनी आजादी के 75 वर्ष पूरे करेगा।
वैज्ञानिकों के अनुसार किशोर एथलीट्स के लिए स्पोर्ट्स ड्रिंक्स की अपेक्षा पानी पीना ज्यादा बेहतर है क्योंकि ऊर्जा वाले पेय पदार्थ ब्लड प्रेशर (रक्तचाप) बढ़ा सकते हैं। कई लोग खेलों के साथ स्पोर्ट्स ड्रिंक्स को जोड़ते हैं। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि वह पेशेवर खिलाडि़यों को भी ऐसा करते देखते हैं।
पत्थरबाजी से बचने के लिए सेना द्वारा एक कश्मीरी युवक को जीप के आगे बांधने का मुद्दा तूल पकड़ चुका है। यह वीडियो नेशनल कांफ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने शेयर किया था। पीड़ित युवक ने मीडिया से बातचीत में अपने साथ हुई बदसलूकी गहरा आक्राेेश व्यक्त किया है। वह पूछा रहा है कि आखिर उसका कसूर क्या है। उसने तो वोट भी दिया था।
खाद्य एवं उपभोक्ता मामलों के मंत्री रामविलास पासवान ने शुक्रवार को नई दिल्ली में कहा कि पेप्सी का बोतलबंद पानी एक्वाफिना देश भर में एक ही अधिकतम खुदरा बिक्री मूल्य (एमआरपी) पर उपलब्ध होगा।
भारतीय सेना द्वारा पिछले वर्ष पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में भारतीय सेना द्वारा की गयी सर्जिकल स्ट्राइक्स के बाद जम्मू कश्मीर में आतंकी घटनाओं में 25 फीसदी की कमी आयी है।
जाति के आधार पर चल रहे भेदभाव पर खेद व्यक्त करते हुए केन्द्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री थावरचंद गहलोत ने कहा कि दलित जाति के जो लोग कुएं खोदते हैं और मूर्तियां बनाते हैं, उन्हें कुएं से पानी पीने एवं मंदिरों में प्रवेश से रोका जाना आज के युग में ठीक नहीं है। लोगों में ऐसी सोच बदलनी चाहिए।
गेंदबाजों के कमाल के बाद बल्लेबाजों के धमाल से किंग्स इलेवन पंजाब ने इंडियन प्रीमियर लीग के एकतरफा मुकाबले में सोमवार को इंदौर में रायल चैलेंजर्स बेंगलूर को आठ विकेट से हराकर लगातार दूसरी जीत दर्ज की।
नींद की कमी से बुजुर्गों में अल्जाइमर रोग जैसे कई शारीरिक एवं मानसिक विकार पैदा होने का खतरा बढ़ सकता है जबकि गहरी नींद लेने से व्यक्ति सदा जवान बना रह सकता है। अनुसंधानकर्ताओं ने कहा है कि उम्र बढ़ने के साथ व्यक्ति की नींद बार-बार टूटती है, उसे बार-बार शौचालय जाना पड़ता है और इसी प्रकार की अन्य बाधाएं उसकी नींद में खलल डालती हैं। व्यक्ति उम्र बढ़ने के साथ उस तरह गहरी नींद नहीं ले पाता जैसी वह युवावस्था में लेता है।