कंपनियां रियो ओलंपिक की रजत पदकधारी पीवी सिंधू से अनुबंध करने के लिये बेताब हैं लेकिन इस शीर्ष बैडमिंटन खिलाड़ी की ब्रांड प्रबंधन फर्म उसकी ब्रांड वैल्यू और बढ़ने देना चाहती है।
ओलंपिक पदक विजेता पीवी सिंधू का मंगलवार को विजयवाड़ा में आंध्र प्रदेश सरकार ने भव्य नागरिक सम्मान किया। इसी शहर में बैडमिंटन खिलाड़ी के रूप में सिंधू ने पहले कदम बढ़ाए थे। मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने सिंधू और उनके कोच पुलेला गोपीचंद को सम्मानित किया। चंद्रबाबू ने मंच पर सिंधू के साथ बैडमिंटन भी खेला।
सरकार ने पहली बार अप्रत्याशित कदम उठाते हुए इस साल चार खिलाडि़यों को देश का सर्वोच्च खेल सम्मान राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार देने का फैसला किया है। इनमें ओलंपिक पदक विजेता पीवी सिंधू और साक्षी मलिक के अलावा जिम्नास्ट दीपा कर्मकार और निशानेबाज जीतू राय भी शामिल हैं। खेल मंत्रालय ने आज इसकी घोषणा की।
रियो ओलंपिक में रजत पदक जीतने के बाद हैदराबाद पहुंचने पर हुए भव्य स्वागत से अभिभूत भारत की चोटी की शटलर पीवी सिंधू ने आज कहा कि उनके बलिदानों और ईश्वर की कृपा से वह रियो में पोडियम तक पहुंचने में सफल रही।
पीवी सिंधु बैडमिंटन में महिलाओं की एकल स्पर्धा में रजत पदक जीतकर खुश हैं। उन्होंने कहा कि देश को स्वर्ण पदक दिलाने के लिए उन्होंने अपना सब कुछ झोंक दिया था।
जब बात अनुशासन की आती है तो भारत के दिग्गज बैडमिंटन कोच पुलेला गोपीचंद कोई समझौता नहीं करते और यही वजह रही कि उन्होंने पिछले तीन महीने से पी.वी. सिंधु को फोन से दूर रखा और रियो पहुंचने पर इस रजत पदक विजेता शटलर को आईसक्रीम भी नहीं खाने दी।
रियो ओलंपिक में रजत पदक जीतने वाली भारतीय महिला बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु को देश का गौरव बताते हुए अभिनेता अमिताभ बच्चन, रजनीकांत, सलमान खान और एआर रहमान सहित कई बॉलीवुड अभिनेताओं ने उन्हें बधाई दी है।
रियो ओलंंपिक में शुक्रवार का दिन भारत के लिए एक स्वर्णिम अवसर बनकर नहीं आया। देश की स्टार बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु गोल्ड मेडल नहीं जीत पाई। वह स्पेन की विश्व नंबर वन कैरोलिना मारिन की चुनौती नहीं ध्वस्त कर पाईं। फाइनल में उन्हें मारिन ने तीन गेम तक चले मुकाबले में 21-19, 12-21, 15-21 से हरा कर भारत की उम्मीदों को तोड़ दिया। इस तरह पीवी सिंधु ने सिल्वर मेडल जीत देश को रजत सम्मान दिलाया।
कहा जाता है कि गुरु को मुक्ति तब मिलती है, जब शिष्य उससे बड़ा हो जाए। गोपीचंद ने इसे अपनी जिंदगी में अपनाया है। ओलंपिक के लिहाज से देखा जाए, तो आज उनके शिष्य बड़े मुकाम पर खड़े हैं। गोपी से भी ऊंचे मुकाम पर। फर्क बस यह है कि गोपी का कद भी उसके साथ बढ़ता जा रहा है। जीवन में जो सीखा, उसे संसार को वापस करना क्या होता है, इसे गोपी से समझा जा सकता है।
बुधवार को साक्षी मलिक ने महिला कुश्ती में जहां देश को पहला पदक दिलाया वहीं भारत की महिला शटलर पी वी सिंधू ने रक्षा बंधन के दिन पूरे देश को नायाब तोहफा दिया है और महिला बैडमिंटन के फाइनल में पहुंच गई हैं जहां वह गोल्ड मेडल के लिए स्पेन की खिलाड़ी और वर्ल्ड नंबर एक कैरोलीना मरीन से भिड़ेंगीं। फाइनल शुक्रवार की शाम साढ़े सात बजे से खेला जाएगा।