Advertisement

Search Result : "पुस्तक चर्चा"

पूर्व अटार्नी जनरल सोराबजी ने पुस्तकों के प्रति अपने प्रेम को साझा किया

पूर्व अटार्नी जनरल सोराबजी ने पुस्तकों के प्रति अपने प्रेम को साझा किया

जाने-माने विधिवेत्ता सोली सोराबजी अपनी विधिक कुशाग्रता के लिए भले ही दुनियाभर में जाने जाते हों लेकिन आप उनसे कविता के बारे में बात करें और उनकी जुबां पर शेक्सपियर का नाम आ जाता है। साहित्य अकादेमी द्वारा पीपुल एंड बुक्स शीर्षक से आयोजित सत्र में भारत के पूर्व अटार्नी जनरल ने कहा कि अंग्रेजी के नाटककार विलियम शेक्सपियर की चतुर्दश पदी (साॅनेट) उनकी पसंदीदा कविताओं में शामिल है और शेक्सपियर से बेहतर कोई नहीं है।
मोदी को बजट सत्र में समग्र चर्चा की उम्मीद

मोदी को बजट सत्र में समग्र चर्चा की उम्मीद

बजट सत्र की शुरुआत से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद में समग्र वार्ता होने की आज उम्मीद व्यक्त की। उन्होंने रेखांकित किया कि सरकार ने पिछले कुछ दिनों में यह सुनिश्चित करने के लिए सभी राजनीतिक दलों के साथ वार्ता की है कि सदन की कार्यवाही बाधित नहीं हो।
रस्किन बॉन्ड ने आत्मकथा-चर्चा में उड़ाया सलमान का मजाक

रस्किन बॉन्ड ने आत्मकथा-चर्चा में उड़ाया सलमान का मजाक

आत्मकथा लिखने में मसरूफ दिग्गज लेखक रस्किन बॉन्ड को उम्मीद है कि उनकी आत्मकथा से युवा लेखकों को मदद मिलेगी। कोलकाता के विक्टोरिया मेमोरियल में टाटा स्टील कोलकाता लिटरेरी में एक सत्र के दौरान बॉन्ड ने यह बात कही। उन्होंने बातचीत में फिल्म अभिनेता सलमान खान का मजाक भी उड़ाया।
कोई बदलावों से अप्रभावित नहीं रह सकता : गुलजार

कोई बदलावों से अप्रभावित नहीं रह सकता : गुलजार

बॉलीवुड को कई हिट गाने देने वाले दिग्गज कवि-गीतकार गुलजार ने आज कहा कि कोई भी व्यक्ति अपने देश में घटित होने वाली घटनाओं से अछूता नहीं रह सकता है और लोगों को अपने आसपास के परिवर्तन के बारे में सोचने और महसूस करने की जरूरत है। गुलजार ने यह बात जयपुर में अपनी नयी पुस्तक सस्पेक्टेड पोएम्स के विमोचन के अवसर पर कही।
बल्देव भाई ने लिखा है समकालीन इतिहास : दत्तात्रेय

बल्देव भाई ने लिखा है समकालीन इतिहास : दत्तात्रेय

राष्ट्रीय पुस्तक न्यास के अध्यक्ष बल्देव भाई शर्मा की दो पुस्तकों ‘मेरे समय का भारत’ और ‘आध्यात्मिक चेतना और सुगंधित जीवन’ का विमोचन आज राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले ने किया।
प्रकाशकों के लिए फायदे का सौदा रहा इस बार का विश्व पुस्तक मेला

प्रकाशकों के लिए फायदे का सौदा रहा इस बार का विश्व पुस्तक मेला

विश्व पुस्तक मेले का आज आखिरी दिन रहा और इसमें भाग लेने वाले प्रकाशकों ने पिछले सालों की तुलना में किताबों की बिक्री से अच्छा लाभ हासिल किया है और इस तरह से नौ दिनी यह आयोजन कई प्रकाशकों के लिए अच्छा रहा।
‘प्रबंधकाव्य न भी मानें, तो एक काव्यप्रबंध है इंद्रप्रस्‍थ में’

‘प्रबंधकाव्य न भी मानें, तो एक काव्यप्रबंध है इंद्रप्रस्‍थ में’

‘महाभारत के बहाने आज की नारी की संघर्षगाधा को शब्द देती है, वरिष्ठ कवि उपेन्द्र कुमार की काव्य-कृति इंद्रप्रस्‍थ ।’ कल शाम पुस्तक मेला के सेमिनार मंच पर कृति-चर्चा में शामिल विद्वान वक्ताओं ने कहा।
पुस्तक मेले का आकर्षण बना थीम मंडप

पुस्तक मेले का आकर्षण बना थीम मंडप

विश्व पुस्तक मेला में इस बार की थीम ‘मानुषी’ पर बना विशेष मंडप यहां आने वाले पुस्तक प्रेमियों के आकर्षण का केंद्र बना हुआ है, तो साहित्यिक/सांस्कृतिक मंच पर चल रही गतिविधियों के साथ ही बाल मंडप भी लोगों को खास लुभा रहा है।
खराब नेटवर्क, छुट्टे की कमी से पुस्तक मेले का मजा किरकिरा

खराब नेटवर्क, छुट्टे की कमी से पुस्तक मेले का मजा किरकिरा

नोटबंदी के दो माह बाद आयोजित हो रहे विश्व पुस्तक मेले में उम्मीद थी कि मेले को नकदी की कमी का सामना नहीं करना पड़ेगा और प्रकाशक नकदी रहित लेन-देन के जरिये अपनी किताबें बेच लेंगे, लेकिन रुक-रुककर चलने वाले नेटवर्क और 2,000 रुपये के नोट के छुट्टे न मिल पाने से प्रकाशकों का किताब बिक्री का खेल बिगड़ रहा है।
प्रगति मैदान में शुरू हुआ किताबों का महाकुंभ

प्रगति मैदान में शुरू हुआ किताबों का महाकुंभ

बढ़ी सर्दी को धता बताते हुए पुस्तक प्रेमियों के जमावड़े के साथ आज नई दिल्ली विश्व पुस्तक मेला शुरू हो गया। उद्घाटन संबोधन में मानव संसाधन राज्य मंत्री ने आशा व्यक्त की कि मेले के प्रभाव से महिलाओं का सम्मान बढ़ेगा।
Advertisement
Advertisement
Advertisement