सलामी बल्लेबाज लोकेश राहुल ने आज कहा कि भारतीय कप्तान विराट कोहली ने अपनी उर्जा, जुनून और उदाहरण पेश करने के अपने जज्बे से महान कप्तान होने के संकेत पहले ही दे दिये हैं।
भारतीय क्रिकेट टीम के लिये पिछले दस सालों में अगर कोई मैदान सबसे भाग्यशाली रहा है तो वह कटक का बाराबती स्टेडियम है जहां विराट कोहली की अगुवाई वाली टीम को इंग्लैंड के खिलाफ 19 जनवरी को दूसरा एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच खेलना है।
भारतीय कप्तान विराट कोहली ने पहले एकदिवसीय मैच में इंग्लैंड के विशाल लक्ष्य को हासिल कर दर्ज की गयी जीत को विशेष करार देते हुए केदार जाधव की बेजोड़ शतकीय पारी के लिये जमकर तारीफ की। भारत के सामने 351 रन का लक्ष्य था लेकिन कोहली के 122 और जाधव की 120 रन की पारी तथा अंतिम क्षणों में हार्दिक पंड्या के 40 रन की मदद से वह यह मैच तीन विकेट से जीतने में सफल रहा।
कप्तान विराट कोहली की सदाबहार फार्म और केदार जाधव की चमत्कृत करने वाली शतकीय पारी से भारत ने आज शुरूआती झटकों के बावजूद इंग्लैंड के विशाल स्कोर को बौना बनाया और पहले एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में तीन विकेट से जीत दर्ज करके तीन मैचों की श्रृंखला में शुरूआती बढ़त हासिल की।
महेंद्र सिंह धोनी ने भारत के सीमित ओवरों का कप्तान पद छोड़ने के अपने अचानक लिये गये फैसले के संदर्भ में आज कहा कि भारत में अलग प्रारूप के लिये अलग कप्तान की व्यवस्था नहीं चलती। उन्होंने इसके साथ ही कहा कि विराट कोहली की अगुवाई वाली टीम अब तक की सबसे सफल टीम बनकर इतिहास रचेगी।
विराट कोहली के लिए महेंद्र सिंह धोनी कप्तान ही नहीं बल्कि संरक्षक भी थे। भारतीय टीम के तीनों प्रारूपों के नव नियुक्त कप्तान ने खुलासा किया है कि धोनी ने कई बार उन्हें भारतीय टीम से बाहर होने से बचाया।
इंग्लैंड के खिलाफ वनडे और टी20 सीरीज के लिए भारतीय क्रिकेट टीम की कमान विराट कोहली को सौंपी गई है। गौरतलब है कि सीमित ओवरों की टीम के कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी ने चंद रोज पहले अचानक कप्तानी को अलविदा कह दिया। टीम में आलराउंडर युवराज सिंह को वनडे और टी20 दोनों ही प्रारूपों की टीमों में शामिल किया गया है। कई माह बाद उनकी टीम में वापसी हुई है।
भारतीय चयनकर्ता शुक्रवार को जब इंग्लैंड के खिलाफ तीन एकदिवसीय और तीन टी 20 अंतरराष्ट्रीय मैचों के लिये टीम का चयन करने के लिये बैठेंगे तो यह लगभग तय है कि विराट कोहली को इन दोनों प्रारूपाेें की कप्तानी भी सौंपी जाएगी, जिससे भारत की सीमित ओवरों की क्रिकेट में नये युग की शुरूआत होगी।
सुनील गावस्कर को खुशी है कि महेंद्र सिंह धोनी ने केवल सीमित ओवरों की कप्तानी छोड़ी है और संन्यास नहीं लिया क्योंकि उनका मानना है कि यह विकेटकीपर बल्लेबाज भारतीय टीम में अभी काफी योगदान दे सकता है।
राष्ट्रीय चयन समिति के प्रमुख एमएसके प्रसाद ने महेंद्र सिंह धोनी के सीमित ओवरों की कप्तानी छोड़ने के फैसले को सही समय पर लिया गया फैसला करार देते हुए संकेत दिया कि विराट कोहली को कमान सौंपी जायेगी।उन्होंने यह भी संकेत दिया कि धोनी 15 जनवरी से इंग्लैंड के खिलाफ शुरू हो रही वनडे श्रृंखला के लिये टीम में रहेंगे और उनके भीतर अभी क्रिकेट बाकी है।