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महिलाओं की नग्न तस्वीरें नहीं छापेगी 'प्लेबाॅय', लेकिन क्‍यों?

महिलाओं की नग्न तस्वीरें नहीं छापेगी 'प्लेबाॅय', लेकिन क्‍यों?

मर्लिन मुनरो की उत्‍तेजक तस्‍वीर वाले कवर के साथ वर्ष 1953 में लांच हुई व्‍यस्‍कों की पत्रिका प्लेबाॅय अब महिलाओं की पूर्ण नग्न तस्वीरें नहीं छापेगी। महिलाओं की नग्नता से जुड़ी वर्जना तोड़ने वाली पत्रिका के लिए यह साहसिक कदम है। दरअसल, इंटरनेट का शिकार होने वाली चीजों की फेहरिस्‍त में अब प्‍लेबॉय भी शामिल हो गई है।
सौ प्रभावशाली लोगों में मोदी अौर केजरीवाल

सौ प्रभावशाली लोगों में मोदी अौर केजरीवाल

टाइम पत्रिका के पाठकों द्वारा कराई गई एक ऑनलाइन रायशुमारी में दुनिया भर के सर्वाधिक प्रभावशाली 100 व्यक्तियों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल शामिल हैं।
पत्रिका पर पाबंदी को सही ठहराता सेंट स्टीफंस

पत्रिका पर पाबंदी को सही ठहराता सेंट स्टीफंस

सेंट स्टीफंस के छात्रों द्वारा शुरू की गई साप्ताहिक ई-पत्रिका पर कॉलेज के प्राचार्य विल्सन थंपू ने रोक लगा दी है। कॉलेज के चार छात्रों ने इसे शुरू किया था। सात मार्च को यह पत्रिका इंटरनेट पर आई थी और इसमें प्रकाशित थंपू के साक्षात्कार को 2000 से ज्यादा हिट मिले थे।
शार्ली एब्दो के घृणास्पद कार्टून की रूस ने निंदा की

शार्ली एब्दो के घृणास्पद कार्टून की रूस ने निंदा की

रूसी संसद के विदेश मामलों की समिति के प्रमुख एलेक्जेई पुशकोव ने फ्रांस की साप्ताहिक व्यंग्य पत्रिका शार्ली एब्दो के नवीनतम संस्करण में छपे यूक्रेन में युद्धविराम से संबंधित कार्टून की निंदा करते हुए इसे घृणास्पद करार दिया है।
कहाँ गए हमारे कार्टून?

कहाँ गए हमारे कार्टून?

कार्टून पर हमले भलेही यूरोपीय देशों में हो रहे हों, लेकिन अपने देश में वह पहले ही मरणासन्न हालत में है. साढ़े तीन दशक पहले जब हमने पत्रकारिता में कदम रखा था तब लगभग हर अखबार में कार्टून छपा करते थे, उन पर चर्चा हुआ करती थी, नामी कार्टूनिस्ट हुआ करते थे. हिन्दी अखबार, जिनकी अर्थव्यवस्था अपेक्षाकृत कमजोर मानी जाती थी, वहाँ भी दो-दो कार्टूनिस्ट होते थे.