ब्रसेल्स हमलों के बाद भड़की मुस्लिम विरोधी भावनाओं के बीच पोप फ्रांसिस ने मुस्लिम, ईसाई एवं हिंदू शरणार्थियों को एक ही ईश्वर की संतान बताते हुए उनके पैर धोए और उन्हें चूमा।
ईसाई धर्म के सर्वोच्च धर्मगुरु पोप फ्रांसिस ने भारत के मिशिनरीज ऑफ चैरिटी की संस्थापक रहीं मदर टेरेसा को संत की उपाधि देने की स्वीकृति दे दी है। आज पोप ने ईसाई धर्मगुरुओं और चर्च अधिकारियों के साथ चर्चा के बाद यह फैसला लिया।
सदा मानव सेवा के लिए समर्पित रहीं मदर टेरेसा को राेमन कैथोलिक चर्च का संत घोषित किया जाएगा। ईसाई धर्मगुरू पोप फ्रांसिस ने उनके दूसरे चमत्कार को मान्यता दे दी है जो संत घोषित करने की दिशा में एक कदम है। मिशनरीज आॅफ चैरिटी की प्रवक्ता सुनीता कुमार ने बताया कि मदर टेरेसा को संत घोषित किया जाएगा।
टाइम पत्रिका द्वारा दुनिया के सबसे प्रभावशाली लोगों के चयन के लिए जारी मतदान में अभी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आठवें स्थान पर चल रहे हैं और दस सबसे प्रभावशाली व्यक्तित्व में नोबेल पुरस्कार विजेता मलाला यूसुफजई और पोप फ्रांसिस क्रमशः दूसरे और तीसरे स्थान पर चल रहे हैं।