उत्तर प्रदेश में योगी सरकार की एक मंत्री के द्वारा किए गए एक बीयर बार के उद्घाटन की तस्वीरें वायरल हो रही हैं। तस्वीरों में उत्तर प्रदेश की महिला कल्याण राज्य मंत्री स्वाति सिंह एक बीयर बार का फीता काटते दिख रही हैं।
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने पाकिस्तान में हैदराबाद की एक महिला के फंसे होने और उसे कथित तौर पर प्रताड़ित करने की खबरों पर पाकिस्तान में तैनात भारतीय उच्चायुक्त से ब्योरा मांगा है।
मणिपुर विधानसभा चुनाव में नगा संगठनों की नाकेबंदी की वजह से भारतीय जनता पार्टी की उम्मीद फंस गई है। जबकि इस बार वहां पर मुख्यमंत्री इबोबी सिंह के शासनकाल के दौरान सरकारी योजनाओं में व्याप्त भ्रष्टाचार और पिछड़ेपन की वजह से भाजपा की संभावना दिख रही थी।
लगता है मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को इस वर्ष का सिंहस्थ कुंभ बहुत भारी पड़ने वाला है। कांग्रेस ने इस सिंहस्थ में बड़े पैमाने पर घोटाले के आरोप लगाए हैं। पार्टी ने खर्चों को लेकर सारे आंकड़े मीडिया के सामने रखे हैं और इन खर्चों पर एक सरसरी नजर डालने से ही गड़बड़ियों की बू आने लगती है।
दिल्ली में भ्रष्टाचार दूर करने की बात कहने वाले मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की बस योजना की एंटी करप्शन ब्रांच ने जांच शुरु कर दी है। केजरीवाल सरकार की एप्प बेस्ड प्रीमियम बस सर्विस योजना की बुधवार 1 जून से शुरुआत होनी थी। एलजी ने अभी इस योजना पर रोक लगा दी है।
मध्य प्रदेश में कांग्रेस की ओर राज्यसभा सीट के लिए नामांकन करने वाले वरिष्ठ अधिवक्ता विवेक तन्खा की सीट फंसती नजर आ रही है। मंगलवार को निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर भाजपा के वरिष्ठ नेता विनोद गोटिया ने भी नामांकन कर दिया।
रिद्धिमान साहा और मुरली विजय के अर्धशतकों तथा गेंदबाजों के बेहतरीन प्रदर्शन की बदौलत किंग्स इलेवन पंजाब ने आईपीएल-9 में मुंबई इंडियंस को 7 विकेट से हरा दिया। यह पंजाब की 11 मैचों में चौथी जीत है जबकि मुंबई की 12 मैचों में छठीं हार।
हरियाणा की भाजपा सरकार की मुसीबत यह है कि अगर उसने जाटों पर सख्ती की तो इसका असर उत्तर प्रदेश में होगा जहां जाटों के समर्थन के बूते पार्टी अगले साल सत्ता में आने का ख्वाब देख रही है। पार्टी की इस मजबूरी की वजह से आंदोलनकारियों पर सख्ती नहीं हो पाई और यह तूल पकड़ गया।
ऐसा लगता है कि तेलगु देशम पार्टी ने तेलंगाना में कैश फॉर वोट मामले में अपने विधायक की गिरफ्तारी के बावजूद कुछ नहीं सीखा है। तभी तो पार्टी आंध्र प्रदेश में भी विधान परिषद चुनावों में भी ऐसे ही तरीके अपनाने से नहीं चूक रही है।