पठानकोट वायु सेना स्टेशन पर हुए आतंकी हमले के बाद अपनी पहली औपचारिक द्विपक्षीय वार्ता में भारत और पाकिस्तान के विदेश सचिवों ने हमले की जांच और कश्मीर समेत कई पेचीदा मुद्दों पर बातचीत की। मुलाकात के दौरान पाकिस्तानी पक्ष ने कश्मीर को मुख्य मुद्दा बताया।
बसपा सुप्रीमो मायावती को मां काली और उनके हाथ में भाजपा नेताओं के कटे सिर दर्शाने वाला पोस्टर सामने आने से यूपी में राजनीति का पारा अचानक से गरम हो गया है। कुछ दिनों पहले ही प्रदेश भाजपा अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य का भी ऐसा ही एक पोस्टर सामने आया था।
पाकिस्तान के विदेश सचिव एजाज अहमद चौधरी हार्ट ऑफ एशिया क्षेत्रीय सम्मेलन में भाग लेने के लिए मंगलवार को भारत की यात्रा पर आएंगे। इस दौरान वह अपने भारतीय समकक्ष से भी मुलाकात करेंगे। दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय वार्ताएं पठानकोट आतंकवादी हमले के बाद पटरी से उतर गई थीं।
महारानी एलिजाबेथ द्वितीय ने प्रिंस फिलिप से मोहब्बत होने की दास्तां जिस दो पन्ने की चिट्ठी में बयां की थी, उसे खरीदने के लिए नीलामी के दौरान आज लोगों ने बढ़-चढ़ कर बोली लगाई और अंतत: वह 14,000 पाउंड में बिका। इक्कीस साल की उम्र में राजकुमारी एलिजाबेथ ने शादी से कुछ ही महीने पहले 1947 में यह चिट्ठी लेखिका बेटी शॉ को लिखी थी।
टीवी अभिनेत्री प्रत्युषा बनर्जी के अभिभावकों ने अपनी बेटी की मौत की जांच मुंबई पुलिस की अपराध शाखा से कराने के लिए मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस को पत्र लिखकर गुजारिश की है। प्रत्युषा ने कथित तौर पर आत्महत्या कर ली थी।
दलित छात्र रोहित वेमुला की मां और भाई ने आज डॉ.भीमराव अंबेडकर की 125वीं जयंती के मौके पर बौद्ध धर्म ग्रहण कर लिया। हैदराबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय के शोध छात्र रोहित वेमुला ने जनवरी में आत्महत्या कर ली थी, जिसे लेकर देशभर में विरोध प्रदर्शन हुए थे।
जम्मू कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने गुरुवार को भाजपा अध्यक्ष अमित शाह से मुलाकात की। इस माह की शुरूआत में प्रदेश की कमान संभालने के बाद शाह के साथ उनकी यह पहली मुलाकात थी।
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने बीकानेर जिले के नोखा कस्बे में स्थित एक शिक्षण संस्थान में पिछले दिनों संदिग्ध परिस्थितियों में मृत पाई गई दलित छात्रा के परिजनों से आज उनके गांव त्रिमोही में मुलाकात कर उन्हें ढांढस बंधाया और मुख्यमंत्री तथा प्रशासन से मांग की कि वे पीड़ित परिवार की मदद करे। राहुल ने कहा यह राजनीति का मुद्दा नहीं है।
अब राजनीतिक चुनाव सिर्फ सभाओं, जुलूसों, नारेबाजियों और पोस्टरों के जरिये नहीं लड़े जाते हैं। इस जंग का एक और ऐसा मैदान है जो दिखाई तो नहीं देता लेकिन वहां महत्वपूर्ण मुद्दों पर बहस होती है। जनमत बनता है। जंग का यह नया मैदान सोशल मीडिया है। इस नए मैदान की लागत कम है और इसका फल इस मायने में मीठा है कि यह जनता को प्रभावित करने की जबरदस्त क्षमता रखता है। आज लगभग तमाम केंद्रीय मंत्री, सरकार, राज्य सरकारें, छोटे-बड़े नेता, विधायक, सांसद, मंत्रालय और राजनीतिक पार्टियों समेत देश की तमाम प्रभावशाली हस्तियां सोशल मीडिया का प्रयोग कर रही हैं।