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Search Result : "बच्चे को गोद कैसे लें"

तसलीमा की ममता बनर्जी को सलाह, चिदंबरम से लें सीख

तसलीमा की ममता बनर्जी को सलाह, चिदंबरम से लें सीख

बांग्लादेशी लेखिका तसलीमा नसरीन ने आज पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को सलाह दी कि वह कांग्रेस नेता पी चिदंबरम से सीखें और इस बात को कबूल करें कि उनके द्वारा लिखे गए टेलीविजन धारावाहिक के प्रसारण पर रोक लगाना गलत था। मुस्लिम कट्टरपंथियों की आपत्ति के बाद इस टेलीविजन धारावाहिक के प्रसारण पर रोक लगा दी गई थी।
एबेकस तकनीकी से तीन हजार बच्चों ने चुटकियों में सवालों का निकाला हल

एबेकस तकनीकी से तीन हजार बच्चों ने चुटकियों में सवालों का निकाला हल

क्या कोई बच्चा गणित का कठिन से कठिन सवाल तीन मिनट में हल कर सकता है। जवाब हां भी हो सकता है लेकिन 120 सवालों के जवाब अगर तीन मिनट में हल करना हो तो यह कैसे संभव है। लेकिन एबेकस तकनीकी के जरिए एक, दो या तीन बच्चें नहीं बल्कि तीन हजार बच्चों ने जब एक साथ सवालों के जवाब हल करना शुरू किया तो सभी ने दांतों तले उंगली दबा ली।
अक्षुण्‍ण नहीं बोल पाए थे मोदी, दोबारा लें शपथ: लालू

अक्षुण्‍ण नहीं बोल पाए थे मोदी, दोबारा लें शपथ: लालू

राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव के बेटे तेज प्रताप से शपथ लेने में हुई चूक का मुद्दा तूल पकड़ता जा रहा है। बहुत से लोग इस त्रुटि को तेज प्रताप की शिक्षा और अनुभव से जोड़कर लालू यादव पर निशाना साध रहे हैं। लेकिन आज लालू यादव ने पलटवार करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ही लपेट में लिया। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी की शपथ के दौरान एक शब्द के गलत उच्चारण की याद दिलाते हुए कहा कि उन्‍हें दोबारा शपथ लेनी चाहिए।
आईआईएफटी प्रवेश परीक्षा में कैसे पाएं सफलता

आईआईएफटी प्रवेश परीक्षा में कैसे पाएं सफलता

22 नवंबर को होने जा रही आईआईएफटी (इंडियन इंस्टीटयूट ऑफ फॉरेन ट्रेड) की प्रवेश परीक्षा में हजारों अभ्यर्थी भाग लेने जा रहे हैं लेकिन सबसे बड़ी कठिनाई कट-ऑफ लिस्ट को लेकर होती है। पिछले तीन साल के दौरान कट-ऑफ 48 से 36 के बीच रही है। ऐसे में छात्रों के सामने सबसे मुश्किल होता है कि अगर कट-ऑफ निकाल भी लिया तो अगले चरण में कैसे सफल हो यह मुश्किल हो जाता है।
बिहार चुनाव में कैसे पलटा भाजपा का अंकगणित

बिहार चुनाव में कैसे पलटा भाजपा का अंकगणित

बिहार चुनाव में क्यों इतनी क्रूरता से पलटा भाजपा का भाग्य। भाजपा के प्रवक्ता और समर्थक महागठबंधन के अंकगणित और विपक्षी एकता को ही बढ़-चढ़कर अपनी हार की मुख्य वजह बताने मे लगे हैं। इस बहस में यह तथ्य बिल्कुल ही नजरअंदाज कर दिया गया कि हाल के चुनाव में भाजपा के परंपरागत मतदाताओं के अच्छे खासे प्रतिशत ने पार्टी का साथ छोड़ दिया।
संसद की मंजूरी के बाद चीन में दो बच्चों की नीति को मंजूरी

संसद की मंजूरी के बाद चीन में दो बच्चों की नीति को मंजूरी

चीन के शीर्ष परिवार नियोजन प्राधिकार ने जोर दिया है कि उससे जुड़े स्थानीय संगठनों को फिलहाल तब तक एक बच्चे की नीति लागू रखनी होगी जब तक कि सभी दंपति के लिए दो बच्चों की नई नीति को कानूनी रूप नहीं मिल जाता है।
चीन ने बदली नीति, दो बच्चे पैदा कर सकेंगे दंपति

चीन ने बदली नीति, दो बच्चे पैदा कर सकेंगे दंपति

चीन ने आज दशकों पुरानी एक बच्चे की अपनी विवादास्पद नीति को निरस्त कर दिया। अब चीन की सरकार के इस कदम से विश्व के सर्वाधिक आबादी वाले देश में सभी दंपतियों को दो बच्चे रखने की अनुमति मिल गई है।
बड़हरा का चित्तौड़गढ़ कैसे बचेगा

बड़हरा का चित्तौड़गढ़ कैसे बचेगा

बिहार में चुनावों की तैयारी में जुटे विभिन्न दलों और उम्मीदवारों ने अपने-अपने एजेंडे को जनता के सामने रखने की कवायद शुरू की। भोजपुर के बड़हरा विधानसभा क्षेत्र में मुद्दों, जाति और विकास पर हो रही बातचीत
डेंगू से एक बच्चे समेत तीन की मौत, हाईकोर्ट ने मांगा जवाब

डेंगू से एक बच्चे समेत तीन की मौत, हाईकोर्ट ने मांगा जवाब

दिल्ली में डेंगू के बढ़ते प्रकोप के कारण हो रही मौतों पर दिल्ली हाईकोर्ट ने आज एक याचिका पर सुनवाई करते हुए केंद्र और राज्य सरकार से हलफनामा दाखिल कर जवाब देने को कहा।
अटाली की औरतें नहीं जानती कि उनके बच्चे कहां पैदा होंगे

अटाली की औरतें नहीं जानती कि उनके बच्चे कहां पैदा होंगे

बीस साल की सहरुमा पेट से है। नवां महीना जारी है। उसके पास न तो जच्चा-बच्चा कार्ड और न ही उसे पता है कि बच्चे की पैदाइश कहां हो सकेगी। पिछले चार महीनों से उसने डॉक्टर के यहां कोई चेकअप भी नहीं करवाया है। सहरुमा फरीदाबाद के गांव अटाली के उस अल्पसंख्यक पीड़ित समुदाय से है जिन्हें सांप्रदायिक हिंसा के चलते चार महीने पहले अपना घर और गांव छोड़ना पड़ा था। फरीदाबाद के अटाली में हालात जस के तस हैं। जिन 175 परिवारों ने गांव छोड़ा था उनके हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं। गौरतलब है कि लगभग चार महीने पहले अटाली गांव में मस्जिद बनाने के विवाद पर सांप्रदायिक हिंसा भड़क गई थी।
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