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Search Result : "बरेलवी मरकज दरगाह आला हजरत"

देवबंदी- बरेलवी मसलक को साथ लाने की पहल

देवबंदी- बरेलवी मसलक को साथ लाने की पहल

कौम की समस्याओं को सुलझाने के लिए मुसलमानों के दो सबसे प्रभावशाली और परस्पर विरोधी माने जाने वाले देवबंदी और बरेलवी मसलकों के लोगों को एक मंच पर लाकर आतंकवाद के आरोप में मुस्लिम नौजवानों की गिरफ्तारी और मुसलमानों से जुड़ी अन्य तमाम समस्याओं को सुलझाने के लिए न्यूनतम साझा एजेंडा बनाने की पहल की गई है।
मुंबई: कड़ी सुरक्षा में हाजी अली दरगाह में दाखिल हुईं तृप्ति देसाई

मुंबई: कड़ी सुरक्षा में हाजी अली दरगाह में दाखिल हुईं तृप्ति देसाई

महिला अधिकार कार्यकर्ता तृप्ति देसाई ने कड़ी सुरक्षा के बीच मुंबई के हाजी अली दरगाह में प्रवेश कर वहां की जियारत की। कुछ लोगों के विरोध के बीच पुलिस की मौजुदगी में दरगाह में दुआ मांगने के बाद तृप्ति ने कहा कि उनका संघर्ष लैंगिक समानता को लेकर है।
हाजी अली के दर तक नहीं पहुंच पाईं तृप्ति

हाजी अली के दर तक नहीं पहुंच पाईं तृप्ति

महाराष्ट्र के शनि शिंगणापुर और त्रयंबकेश्वर मंदिरों में महिलाओं के प्रवेश के अधिकार के मुद्दे पर कामयाबी हासिल करने के बाद भूमाता ब्रिगेड की प्रमुख तृप्ति देसाई लैंगिक समानता का अपना अभियान आज मुंबई के प्रसिद्ध हाजी अली दरगाह तक ले जाना चाहती थीं लेकिन वे अंदर नहीं गईं और वहां उन्हें रोकने के लिए मौजूद प्रदर्शनकारियों से टकराव टल गया।
तृणमूल सीडी कांड पर आला नेताओं की चुप्पी से बंगाल भाजपा में असमंजस

तृणमूल सीडी कांड पर आला नेताओं की चुप्पी से बंगाल भाजपा में असमंजस

तृणमूल कांग्रेस घूसकांड को लेकर भारतीय जनता पार्टी की केन्द्रीय नेताओं की चुप्पी के चलते बंगाल के भाजपाई असमंजस में हैं। घूसकांड के मुद्दे को भुनाने के लिए क्या योजना बनाई जाए- इसके लिए वे आलाकमान का मुंह जोह रहे हैं। इस मुद्दे पर न तो अब तक भाजपा अध्यक्ष अमित शाह का कोई बयान आया है और न ही अरुण जेटली, राजनाथ सिंह या फिर कैलाश विजयवर्गीय।
दहेज के खिलाफ उलेमाओं की पहल

दहेज के खिलाफ उलेमाओं की पहल

बरेलवी मरकज दरगाह आला हजरत के उलमा ने दहेज मांगने वालों और शादियों में खड़े होकर खाना खिलाने वालों का बहिष्कार करते हुए उनके यहां निकाह न पढ़ाने का फैसला किया है।
प्रेमचंद का हजरत अली पर अनूठा लेख

प्रेमचंद का हजरत अली पर अनूठा लेख

कानपुर से प्रकाशित होने वाली पत्रिका प्रभा में सन 1923 में प्रेमचंद का एक लेख हजरत अली शीर्षक से प्रकाशित हुआ था। यह लेख अब तक असंकलित है।
अजमेर शरीफ दरगाह में प्रधानमंत्री की ओर से चादर चढ़ाई

अजमेर शरीफ दरगाह में प्रधानमंत्री की ओर से चादर चढ़ाई

सदियों से चली आ रही परंपरा का निर्वाह करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अजमेर स्थित मशहूर सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह पर चादर भेंट की।
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