प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अभी चीन दौरे पर हैं। पीएम मोदी ब्रिक्स सम्मेलन में हिस्सा ले रहे हैं। 9वें ब्रिक्स सम्मेलन में ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका देश शामिल हैं।
नौवें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आतंकवाद का मुद्दा उठाया। साथ ही, ब्रिक्स के बाकी सदस्य देशों के नेताओं ने भी आतंकवाद की कड़ी निंदा की और इसके किलाफ ऐक्शन लेने की जरूरत पर जोर दिया।
ब्रिक्स देशों के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों की बैठक के लिए चीन पहुंचे भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहाकार अजीत डोभाल ने शुक्रवार को चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात की।
आतंकवाद के मुद्दे को लेकर पाकिस्तान पर निशाना साधते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज उसे आतंकवाद के पोषण की भूमि करार दिया जिससे दुनिया भर के आतंकी मॉड्यूल जुड़े हैं। उन्होंने ब्रिक्स देशों के नेताओं से कहा कि वे इस खतरे से निपटने के लिए साथ मिलकर काम करें।
आज से शुरू ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन आज सुबह गोवा पहुंचे। जहां उनसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुलाकात की।
ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग की मेजबानी करने वाला भारत पाकिस्तान से पैदा हो रहे आतंकवाद के खतरे को लेेकर इस दौरान भी उसके खिलाफ अपनी राजनयिक आक्रामकता जारी रख सकता है। पांच देशों वाले ब्रिक्स समूह का यह शिखर सम्मेलन गोवा में रविवार को आयोजित होगा।
दक्षिण गोवा के बेनौलिम गांव में होने वाले ब्रिक्स सम्मेलन में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। भारतीय तट रक्षक दल को अरब सागर में हवाई और समुद्र में निगरानी की जिम्मेदारी सौंपी गई है। मरीन पुलिस के कर्मियों को राज्य की नदियों में तैनात किया गया है। नौसेना के मार्कोस कमांडो को अलर्ट पर रखा गया है।
उड़ी में हुए आतंकी हमला और उसके बाद एलओसी के पार पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में भारतीय सेना के सर्जिकल स्ट्राइक के छाए में हो रहे इस सम्मेलन में आतंकवाद का मुद्दा हावी रहने की संभावना है। भारत की तरफ से यह मुद्दा जोर-शोर से उठाए जाने की तैयारी है और इस मुद्दे पर चीन को साथ लेने की पूरी राजनयिक तैयारी है। इस सम्मेलन में भी पाकिस्तान को अलग-थलग करने की अपनी राजनयिक मुहिम जारी रखेगा भारत।
गोवा में 15 अक्तूबर से शुरू हो रहेे ब्रिक्स शिखर सम्मेलन और बिम्सटेक सम्मेलन के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 10 राष्ट्राध्यक्षों के साथ दोतरफा संबंधों को लेकर बातचीत करेंगे। तीन दिनों तक चलने वाले सम्मेलन में भाग लेने के लिए आ रहे रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमिर पुतिन के साथ भारत-रूस वार्षिक शिखर वार्ता भी मोदी शामिल होंगे।