शुक्रवार को देश की आर्थिक राजधानी मुंबई की सारी गतिविधियां अचानक से रुक गईं। लगातार 24 घंटे की भारी बारिश और समुद्र में उठे ज्वार ने मुंबई की सड़कों और लोकल ट्रेन की पटरियों में इतना पानी भर दिया कि पूरे शहर में बाढ़ के हालात बन गए। लोकल के पहिये तो तत्काल थम ही गए, सड़कों पर भी गाड़ियां जहां-तहां खड़ी हो गईं। इसके साथ ही यह सवाल एक बार फिर से पूछा जाने लगा कि अगर शहर मानसून की पहली बारिश भी नहीं झेल पाया तो इसके लिए कौन जिम्मेदार है।
सन 2014 में आई विनाशकारी बाढ़ से अब तक उबर नहीं पाए जम्मू के किसानों को उस समय एक और झटका लगा जब राज्य सरकार की ओर से उन्हें महज 32 रुपये से लेकर 113 रुपये की राशि वाला चेक प्रदान किया गया।
उत्तराखंड में जून 2013 में आई विनाशकारी बाढ़ से मची तबाही के दौरान हजारों लोग कई दिनों तक भूखे रहने को मजबूर थे, बच्चे भूख से बिलबिला रहे थे, सर्दी- बीमारी काल बन निगल रही थी, उस वक्त राहत के काम में जुटे राज्य सरकार के अधिकारी मटन, चिकन और बेहतरीन खाने का लुत्फ उठा रहे थे। सूचना अधिकार कानून (आरटीआई) के जरिये हुए इस सनसनीखेज खुलासे में कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं।
नेपाल और भारत में बाढ़ का खतरा टल गया है क्योंकि भूस्खलन की वजह से नदी का रूका हुआ पानी सामान्य रूप से बहने लगा है। जिस मलबे ने इसे रोका हुआ था वह बह गया है।
जम्मू-कश्मीर सरकार ने बुधवार को कहा कि झेलम नदी में जलस्तर अब घट रहा है। इससे पहले संगम और राम मुंशी बाग इलाके में इस नदी का जलस्तर बाढ़ के स्तर को छू गया था। एक आधिकारिक प्रवक्ता ने कहा, संगम और राम मुंशी बाग इलाके में पानी का स्तर बाढ़ के स्तर को छूने के बाद से झेलम नदी में जल स्तर निरंतर कम हो रहा है।
जम्मू के कुछ हिस्सों और घाटी के कई स्थानों में मूसलाधार वर्षा के कारण भूस्खलन से मारे गए छह अन्य लोगों के शव मंगलवार को बरामद किए गए और इसके साथ ही जम्मू कश्मीर में वर्षा और बाढ़ के कारण मरने वालों की संख्या बढकर 16 हो गई है।
कश्मीर घाटी में पिछले 24 घंटों में बारिश नहीं होने से बाढ का खतरा कम हो गया है और झेलम नदी के जलस्तर में गिरावट आई है। नदी में पानी बाढ़ के स्तर से नीचे बह रहा है। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि दक्षिण कश्मीर के संगम में झेलम का जलस्तर 16.45 फुट है जो कि 24 घंटे पहले के 22.80 फुट के जलस्तर की तुलना में छह फुट कम है। उन्होंने बताया कि शहर के राममुंशी बाग में भी जलस्तर में डेढ फुट से अधिक की गिरावट आई है और जलस्तर के दिन में और गिरने की उम्मीद है। हालांकि आसमान में बादल छाए हुए हैं लेकिन पिछले 24 घंटों में ताजा बारिश नहीं हुई है जिससे शहर में बाढ़ आने की चिंता कम हुई है।