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Search Result : "भूकंप मीडिया कवरेज"

‘खेर के मार्च को दादरी कांड-कुलबर्गी की हत्या के समर्थन में माना जाए?’

‘खेर के मार्च को दादरी कांड-कुलबर्गी की हत्या के समर्थन में माना जाए?’

देश में बढ़ रही असहिष्णुता के खिलाफ पुरस्कार लौटाने वाले फिल्मकारों और साहित्यकारों के खिलाफ फिल्म अभिनेता और भाजपा समर्थक अनुपम खेर आज राष्ट्रपति भवन तक मार्च का नेतृत्व कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर हैशटैग ‪#‎MarchForIndia टॉप ट्रेंड कर रहा है। खेर का कहना है कि पुरस्कार लौटाने वालों ने न केवल सरकार का बल्कि दर्शकों और ज्यूरी का भी अपमान किया है। खेर के साथ फिल्म जगत की कई और हस्तियां और साहित्यकार भी मार्च में हिस्सा लेंगे। सोशल मीडिया पर अनुपम खेर समेत इन फिल्मकारों और साहित्यकारों के बारे में कुछ ऐसा लिखा गया-
गुटबाजी में हार बैठे 'इज्जत’ की बाजी

गुटबाजी में हार बैठे 'इज्जत’ की बाजी

दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ तीसरे एकदिवसीय मैच के बाद से ही सोशल मीडिया पर यह चर्चा जोर-शोर से चलने लगी, 'अरे भाई, धोनी के साथ नहीं खेलना है तो साफ मना कर दो, मैदान पर इस तरह खेलकर क्यों टीम की लुटिया डूबा रहे हो?’
जुकरबर्ग के इन जवाबों में मिली फेसबुक के भविष्‍य की झलक

जुकरबर्ग के इन जवाबों में मिली फेसबुक के भविष्‍य की झलक

दुनिया की सबसे बड़ी सोशल मीडिया कंपनी फेसबुक के संस्‍थापक मार्क जुकरबर्ग आज आईआईटी-दिल्‍ली के छात्रों से रूबरू हुए। इस दौरान आयोजित एक गोष्‍ठी में उन्‍होंने देश भर से पूछे गए सवालों के जवाब दिए। जुकरबर्ग की इन बातों में इंटरनेट और सोशल मीडिया को लेकर फेसबुक की भावी रणनीति की झलक देखी जा सकती है। जानिए, इस बार भारत को क्‍या बताकर गए जुकरबर्ग
इन छह चीजों ने तय की बिहार चुनाव की तस्‍वीर

इन छह चीजों ने तय की बिहार चुनाव की तस्‍वीर

चुनाव अपने यहां सचमुच उत्सव हैं। चुनाव लड़ने-लड़ाने वालों को छोड़कर सभी इसको इंज्वॉय करते हैं। और बिहार चुनाव तो उत्सवों के समय ही होते रहे हैं। बिहार का आदमी थोड़ा हटकर होता है। उसे अमेरिकी चुनाव की भी अंदरुनी जानकारी होती है तो यह कैसे कह सकते हैं कि बिहार में हो रहे चुनाव के अंदर की खबरें उसके पास नहीं होंगी।
भूकंप से अफगानिस्‍तान और पाक में भारी तबाही, सैकड़ों मरे

भूकंप से अफगानिस्‍तान और पाक में भारी तबाही, सैकड़ों मरे

हिंदूकुश पर्वत में आए 7.5 तीव्रता के जबरदस्त भूकंप से अफगानिस्‍तान और पाकिस्तान में तबाही मचा दी है। इस भूकंप के झटके उत्‍तर भारत में भी महसूस किए गए थे। यूएस जियोलोजिकल सर्वे के अनुसार भूकंप का केंद्र काबुल से 250 किलोमीटर दूर उत्तर-पूर्व अफगानिस्तान में करीब 190 किलोमीटर की गहराई में स्थित था। पाकिस्‍तान में भूकंप से 150 से ज्‍यादा लोगों के मरने की खबर है। वहीं अफगानिस्तान में भी 50 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है जबकि दोनों देशों में हजारों लोग घायल हो गए हैं।
अब कन्नड़ फिल्मकार-लेखिका को दी गई धमकी

अब कन्नड़ फिल्मकार-लेखिका को दी गई धमकी

देश में बढ़ती असहिष्णुता के मुद्दे पर जारी विरोध-प्रदर्शनों के बीच एक महिला कन्नड़ फिल्मकार एवं लेखिका को सोशल मीडिया पर गंभीर नतीजे भुगतने की धमकी दिए जाने की खबर है।
नेपाल छोड़ने को मजबूर भारतीय जैन संगठन

नेपाल छोड़ने को मजबूर भारतीय जैन संगठन

एनजीओ भारतीय जैन संगठन (बीजेएस) ने नेपाल में 100 स्वास्थ्य केंद्रों के निर्माण की योजना बनाई थी। लेकिन अब उसने अपना काम बंद कर दिया है क्योंकि वहां के प्रशासन ने कड़ी शर्तों को हटाने से इंकार कर दिया।
चीनी मीडिया ने उड़ाया भारत का मजाक

चीनी मीडिया ने उड़ाया भारत का मजाक

अमेरिकी मीडिया में आई इस खबर पर चुटकी लेते हुए कि अमेरिकी तकनीकी कंपनियों के लिए अगले बड़े मोर्चे के तौर पर भारत ने चीन की जगह ले ली है, सरकारी चाइना डेली ने एक आलेख में कहा है कि भारत उस मुकाम तक भी नहीं पहुंच पाया है, जहां चीन पांच साल पहले था।
झूठी अफवाहों पर यूपी पुलिस सख्त, भाजपा नेत्री की एफआईआर

झूठी अफवाहों पर यूपी पुलिस सख्त, भाजपा नेत्री की एफआईआर

उत्तर प्रदेश में सांप्रदायिक सदभाव बिगाड़ने वालों पर पुलिस ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। प्रदेश सरकार के निर्देश के बाद अगर कोई झूठी अफवाह फैलाता है तो पुलिस उस पर कार्रवाई कर सकती है। ताजा मामला सहारनपुर का है जहां रितु राठौर नाम की एक महिला के खिलाफ गाय से संबधित अफवाह फैलाने के आरोप में एफआईआर दर्ज की गई है। बताया जा रहा है कि रितु राठौर भाजपा से जुड़ी हैं।
सोशल मीडिया में पीएम की यात्राओं पर चुटकी

सोशल मीडिया में पीएम की यात्राओं पर चुटकी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आयरलैंड की यात्रा पर हैं। उसके बाद उनका अमेरिका की आई टी उद्योग भूमि सिलिकन वैली में भी कार्यक्रम है। प्रधानमंत्री की बार-बार विदेश यात्राओं पर देशवासी टि्वटर पर हैशटैग #modiforeignjunkets के जरिये छीटाकंशी कर रहे हैं। यही नहीं प्रधानमंत्री के अमेरिका और सिलिकन वैली जाने को भी कुछ तबकों में आड़े हाथों लिया जा रहा है। अमेरिका में रह रहे गुजराती मूल के पटेल उनके खिलाफ सड़कों पर उतरने को तैयार हैं तो अमेरिकी विश्वविद्यालयों में पढ़ा रहे विद्वानों ने भी मोदी को वहां बुलाए जाने पर नाराजगी जाहिर की है।
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