प्रतिरोध का सिनेमा अभियान 12 साल का हो गया है। हर साल कुछ चुनिंदा फिल्में, फिल्मकार और बुद्धिजीवी जुटते हैं और सिनेमा की भाषा में वह कहते हैं जो आम आदमी भी कहना चाहता है।
साहित्य अकादेमी, दिल्ली ने अपने महत्वपूर्ण ‘भाषा सम्मान’ के लिए वेद-वेदांगों, महाभारत आदि पुरा महाकाव्यों के विद्वान प्रो. मधुकर अनंत मेहेंदले और डॉ. अमृत सोमेश्वर का चयन किया है। वर्ष 1996 में शुरू हुआ यह सम्मान तीन दशक पूरा कर चुका है।
मासूम जैसी फिल्म से चर्चा में आए कलाकार इंदर कुमार की 44 साल की अल्पायु में हार्ट अटैक से मौत हो गई है। आपको उनका चेहरा वांटेड, खिलाड़ियों का खिलाड़ी जैसी फिल्मों में याद होगा। टीवी पर भी इंदर कुमार एकता कपूर के लोकप्रिय सीरियल 'क्योंकि सास भी कभी बहू थी' में मिहिर वीरानी के किरदार में दिखे थे।
बॉलीवुड में पिछले कुछ समय से लीक से हटकर फिल्में बनाने का दौर चल रहा है। यूं तो बॉलीवुड में हमेशा से जब-तब अलग तरह के विषयों पर फिल्में बनती रहीं हैं। पहले इन फिल्मों को दर्शक वर्ग न होने का बहाना बनाकर खारिज कर दिया जाता था। पर अब पिछले कुछ समय मे सोशल मीडिया के कारण हर मुद्दे के बारे में लोग की समझ बढ़ी है।