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Search Result : "मानव संसाधन मंत्रालय"

नेशनल हेराल्ड मामला: दस्तावेजों के लिए नई अर्जी दाखिल करेंगे स्वामी

नेशनल हेराल्ड मामला: दस्तावेजों के लिए नई अर्जी दाखिल करेंगे स्वामी

भाजपा नेता सुब्रह्मण्यम स्वामी ने शनिवार को दिल्ली की एक अदालत को बताया कि वह नेशनल हेराल्ड मामले में दस्तावेज समन करने के लिए एक नई अर्जी दाखिल करेंगे। इस मामले में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, उपाध्यक्ष राहुल गांधी और कुछ अन्य लोग आरोपी हैं।
पनामा के दाग भुला अमिताभ स्वच्छता के दूत बने

पनामा के दाग भुला अमिताभ स्वच्छता के दूत बने

पिछले दिनों पमाना की एक कानूनी फर्म के दस्तावेजों से यह खुलासा हुआ था कि विदेशी कंपनी में अमिताभ बच्चन भी निदेशक रहे हैं। तब इस बात को लेकर खासा हंगामा मचा था मगर धीरे-धीरे वो मसला ठंडे बस्ते में चला गया और अब केंद्र सरकार ने बॉलीवुड के इस मेगास्टार को अपने स्वच्छ भारत मिशन के तहत सिटी कंपोस्ट अभियान का अंबेसडर बनाने का फैसला किया है।
राम रथ लंका के रास्ते जनकपुरी

राम रथ लंका के रास्ते जनकपुरी

भारत सरकार का पर्यटन मंत्रालय जल्द ही बुद्ध सर्किट की तरह भारत भर में कृष्ण और राम सर्किट बनाने पर विचार कर रहा है। रामायण से जुड़े स्थानों पर काम भी शुरू हो गया है।
उपराष्ट्रपति अंसारी करेंगे आसेम सम्मेलन में भारत की अगुवाई

उपराष्ट्रपति अंसारी करेंगे आसेम सम्मेलन में भारत की अगुवाई

इसी सप्ताह मंगोलिया में हो रहे ग्यारहवें आसेम सम्मेलन में आतंकवाद समेत विभिन्न महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा हो सकती है। उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी इस सम्मेलन में भारतीय प्रतिनिधिमंडल की अगुवाई करेंगे।
तंजानिया को 9.2 करोड़ डाॅलर की ऋण सहायता के लिए भारत ने किया समझौता

तंजानिया को 9.2 करोड़ डाॅलर की ऋण सहायता के लिए भारत ने किया समझौता

संसाधन संपन्न तंजानिया के साथ संबंध बढ़ाने के क्रम में भारत ने आज उसकी विकास जरूरतों को पूरा करने के लिए उसे पूरा सहयोग देने की पेशकश की और पांच समझौतों पर हस्ताक्षर किये जिनमें एक जल संसाधन के क्षेत्र में 9.2 करोड़ डाॅलर की ऋण सहायता देने से संबंधित है।
कैबिनेट विस्तार: मोदी ने लिया था टेस्ट, 10 सांसदों को छोड़ सभी फेल

कैबिनेट विस्तार: मोदी ने लिया था टेस्ट, 10 सांसदों को छोड़ सभी फेल

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पार्टी अध्‍यक्ष अमित शाह ने कैबिनेट विस्‍तार से पहले अपने मंत्रियों और सांसदों का एक स्‍क्रीनिंग टेस्‍ट लिया। जिसमें पार्टी के महज दस सासंद ही 100 में 100 अंक हासिल कर सके। वोटरों की राय, संसद और मंत्रालय में कामकाज के आधार पर टेस्‍ट में ग्रेडिंग दी गई। सूत्रों के अनुसार इस टेस्‍ट के बाद ही पीएम मोदी और शाह ने योग्‍य नेताओं को मंत्री पद से नवाजा।
फाइनेंस से हटाकर एविएशन में क्यों भेजा गया जयंत सिन्हा को

फाइनेंस से हटाकर एविएशन में क्यों भेजा गया जयंत सिन्हा को

कभी अति सक्रियता और कभी संयम खोकर लक्ष्मण रेखा पार कर जाना। स्मृति ईरानी की तरह इसी कारण संघ की नाराजगी के चलते जयंत सिन्हा का भी विभाग बदला। उनके मामले में एक अतिरिक्त तथ्य यह भी रहा कि उन्होंने कॉरपोरेट घरानों की लॉबी को नाराज कर रखा था। उन्हें अपेक्षाकृत कम महत्वपूर्ण मंत्रालय नागर विमानन मंत्रालय में राज्यमंत्री बनाकर भेजा गया। हालांकि, स्मृति ईरानी के मानव संसाधन विकास मंत्रालय से कपड़ा मंत्रालय में बदली की चर्चा के बीच जयंत सिन्हा का विभाग बदले जाने की बात दब गई।
स्मृति के मंत्री बनने से पहले कपड़ा मंत्रालय को मिले छह हजार करोड़

स्मृति के मंत्री बनने से पहले कपड़ा मंत्रालय को मिले छह हजार करोड़

स्मृति ईरानी को कपड़ा मंत्रालय मिलने से भले ही यह कहा जा रहा है कि उनका डिमोशन किया गया है। लेकिन जानकारों का कहना है कि हाल ही कपड़ा मंत्रालय को विशेष पैकेज के तहत छह हजार करोड़ रूपये दिया गया जो प्रधानमंत्री की महत्वकांक्षी योजना कौशल विकास को आगे ले जाने में सहायक होगी। स्‍मृति को मंत्रालय दिए जाने के पीछे कहा जा रहा है कि इसकी पृष्ठभूमि पहले से ही तैयार कर ली गई थी।
स्मृति ईरानी का मंत्रालय जब टकराया प्रधानमंत्री कार्यालय से

स्मृति ईरानी का मंत्रालय जब टकराया प्रधानमंत्री कार्यालय से

स्मृति इरानी के मंत्रालय में हुए फेरबदल के पीछे क्या एक बड़ी वजह प्रधानमंत्री कार्यालय से हुई सीधी भिंडत है या फिर कुछ और। जब से स्मृति इरानी से इस पदभार को संभाला था, लगातार वह निगेटिव वजहों से चर्चा में बनी हुई थीं। क्या उनके लिए बड़ी राजनीतिक तैयारी की जा रही है। इन तमाम कयासों के बीच, उनके बचे हुए कामों पर
दुनिया में एक साल में संक्रमण्‍ा ने 10 लाख नवजात शिशुओं को लील लिया

दुनिया में एक साल में संक्रमण्‍ा ने 10 लाख नवजात शिशुओं को लील लिया

दुनिया में भले ही हर तरफ विकास की बात कही जा रही है लेकिन नवजात बच्‍चों की दुर्दशा पर कुछ खास ध्‍यान नहीं दिया जा रहा है। या यूं कहें कि विश्‍व का मानव समाज इस मसले पर मौन होकर अपनी हार स्‍वीकार करता जा रहा है। मानव समुदाय एक तरह से नवजात श्‍िाशुओं की हिफाजत नहीं कर पा रहा है। संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (यूनीसेफ) की ताजा रिपेार्ट में कहा गया है कि दुनिया में विभिन्‍न तरह के संक्रमण की वजह से पैदा होने के साथ ही दस लाख बच्‍चों ने दम तोड़ दिया।
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