प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी श्रीलंका, मॉरीशस और सेशेल्स की पांच दिवसीय यात्रा पर कल रवाना होंगे और उम्मीद है कि इससे देश के हिंद महासागर क्षेत्रा के देशों से रिश्ते और प्रगाढ होंगे। इसके साथ ही यह भी उम्मीद है कि इस यात्रा के दौरान मोदी श्रीलंका में तमिलों के गढ़ जफना का भी दौरा करेंगे।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के श्रीलंका दौरे से पहले प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने यह कह कर विवाद खड़ा कर दिया कि अगर भारतीय मछुआरे श्रीलंका के जल क्षेत्र में प्रवेश करते हैं तो उन्हें गोली मारी जा सकती है। उन्होंने भारतीय मछुआरों पर उत्तरी श्रीलंका के मछुआरों की आजीविका छीनने का आरोप लगाते हुए तमिल तांती टीवी से कहा अगर कोई मेरे घर में घुसने की कोशिश करता है तो मैं गोली मार सकता हूं। अगर वह मारा जाता है तो कानून मुझे ऐसा करने की अनुमति देता है।
भारत के विदेश सचिव एस जयशंकर अपनी सार्क यात्रा के अगले चरण में पाकिस्तान पहुंच गये हैं। भारत की ओर से विदेश सचिव स्तरीय वार्ता रद्द किए जाने के सात महीने बाद जयशंकर आज अपने पाकिस्तानी समकक्ष एजाज अहमद चौधरी से बातचीत करेंगे।
चार मार्च को जयंशकर अफगानिस्तान की यात्रा करेंगे। प्रधानमंत्री मोदी की 12 मार्च को शुरू होने वाली मॉरीशस, मालदीव और श्रीलंका की यात्रा में भी जयशंकर उनके साथ होंगे। मार्च महीने में ही वह पुन: नेपाल, श्रीलंका और माल्दीव जाऐंगे। सार्क देशों की अपनी यात्रा के दौरान विदेश सचिव उन मुद्दों पर प्रगति का भी जायजा लेंगे जो प्रधानमंत्री मोदी ने सार्क सक्वमेलन में काठमांडू में उठाए थे। इस सक्वमेलन में ही सार्क सेटेलाइट और क्षेत्रीय विश्वविद्यालय की बात चली थी। वैसे तो विदेश सचिव की सार्क देशों की प्रस्तावित यात्रा को प्रधानमंत्री मोदी की सोची-समझी रणनीति का एक हिस्सा माना जा रहा है।
चीन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अरुणाचल प्रदेश की यात्रा को लेकर भारत के साथ कड़ा विरोध दर्ज कराया और कहा कि सीमा विवाद को सुलझाने के लिहाज से यह यात्रा कारगर नहीं है।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी अपने राज्य और बांग्लादेश के बीच संबंधों को मजबूत करने के लिए गुरुवार को यहां तीन दिवसीय दौरे पर पहुंची। उनके दौरे से तीस्ता जल बंटवारा करार और भूमि सीमा करार पर आगे बढ़ने की उम्मीदें है। सन 2011 में मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद उनका यह पहला दौरा है।
आली बुग्याल बेदनी से तीन-चार किलोमीटर की दूरी पर है। खूबसूरती में भी वो बेदनी बुग्याल के उतना ही नजदीक है। कुछ रोमांचप्रेमी घुमक्कड़ आली को ज्यादा खूबसूरत मानते हैं।
भूटान की रोमांचक यात्रा का अनुभव रहस्यमय होने के साथ ही किफायती भी है, बशर्ते कि आप योजनाबद्ध तरीके से सैर-सपाटे को निकलते हैं और मोलभाव करते हैं। प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर इस देश की यात्रा करते हुए आप कई अद्भुत और रहस्यमयी चीजों से रूबरू हो पाएंगे।