व्हाइट हाउस का कहना है कि राष्टपति बराक ओबामा के शासनकाल में भारत-अमेरिका संबंधों में मजबूती आई है। यह आशा जताई गई है कि डोनाल्ड ट्रंप के कार्यकाल में भी यह गर्मजोशी बनी रहेगी।
अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा ने देश के ऐसे 21 हुनरमंद हस्तियों को देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान से सम्मानित किया है जिन्होंने विगत कई वर्षों से प्रेरणा के स्रोत रहे हैं। अवार्ड पाने वालों में अभिनेता, संगीतकार, खिला़ड़ी और समाजसेवी नवोन्मेषक शामिल हैं।
अमेरिका के निवर्तमान राष्ट्रपति बराक ओबामा ने नवनिर्वाचित अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को चेताया है कि वह ईरानी परमाणु समझौता और पेरिस जलवायु परिवर्तन समझौते जैसे अंतरराष्ट्रीय निर्णयों को रद्द नहीं करें। ओबामा ने कहा कि इन ऐतिहासिक समझौतों पर हस्ताक्षर करने के लिए बहुत प्रयास किए गए हैं।
अमेरिका में भारतीय-अमेरिकी इतिहास बनाते दिख रहे हैं क्योंकि इस समुदाय से रिकॉर्ड संख्या में लोगों के इस बार के आम चुनाव में निर्वाचित होने की पूरी संभावना है। देश की आबादी में करीब एक प्रतिशत इस समुदाय के लोग हैं।
अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने स्वीकार किया है कि राष्ट्रपति चुनाव में उनकी डेमोक्रेटिक पार्टी की हिलेरी क्लिंटन और रिपब्लिकन पार्टी के डोनाल्ड ट्रंप के बीच मुकाबला करीब का होगा। इसके साथ ओबामा ने अपने समर्थकों से बाहर निकलकर बड़ी संख्या में मतदान करने का आग्रह किया।
अमेरिका में राष्ट्रपति पद के चुनाव की तारीख नजदीक आने के साथ ही डेमोक्रेटिक उम्मीदवार हिलेरी क्लिंटन और राष्ट्रपति बराक ओबामा ने रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ हमले तेज करते हुए लोगों को ट्रंप के व्हाइट हाउस पहुंचने के बाद की स्थिति को लेकर आगाह किया है।
अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा ने डेमोक्रेटिक उम्मीदवार हिलेरी क्लिंटन के खिलाफ कथित ईमेल घोटाले में एफबीआई की जांच फिर से शुरू किए जाने के मामले पर अपनी पहली टिप्पणी में कहा कि देश की शीर्ष घरेलू खुफिया एजेंसी अधूरी सूचना या लीक हुई जानकारी पर नहीं बल्कि ठोस निर्णयों पर कार्य करती है।
डोनाल्ड ट्रंप के गुस्से का ताजा शिकार अमेरिका के एक रक्षा विशेषज्ञ हुए हैं। दरअसल, इराकी शहर मोसुल में लड़ाई के संबंध में ट्रंप के विश्लेषण पर विशेषज्ञ ने सवाल उठाए थे जिसके जवाब में ट्रंप ने उन्हें सैन्य रणनीति के पाठ पढ़ाने की पेशकश कर दी।
अमेरिका द्वारा क्यूबा पर लगाए गए कड़े व्यापार प्रतिबंध को खत्म करने के संयुक्त राष्ट्र के एक प्रस्ताव पर मतदान में अमेरिका ने हिस्सा नहीं लिया, जबकि भारत समेत अन्य राष्ट्रों ने इस प्रस्ताव का स्वागत किया।