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Search Result : "मुकेश खन्ना का निधन"

डालमिया के बाद आसान नहीं बीसीसीआई अध्यक्ष का चयन

डालमिया के बाद आसान नहीं बीसीसीआई अध्यक्ष का चयन

भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के अध्यक्ष जगमोहन डालमिया के निधन के बाद नए अध्यक्ष के चयन की अटकलें तेज हो गई हैं। बोर्ड के लिए हालांकि नए अध्यक्ष का चुनाव आसान तो नहीं होगा, लेकिन इस पद के लिए राजीव शुक्ला, गौतम राय और दिल्ली के सी. के. खन्ना के नाम को लेकर अटकलों का बाजार गर्म है।
भारतीय क्रिकेट को दौलत-शोहरत दिलाने वाले डालमिया का निधन

भारतीय क्रिकेट को दौलत-शोहरत दिलाने वाले डालमिया का निधन

क्रिकेट में अंग्रेजों का दबदबा खत्‍म कर भारतीय क्रिकेट को बुलंदियों पर पहुंचाने वाले भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के अध्यक्ष जगमोहन डालमिया का रविवार शाम दिल का दौरा पड़ने से कोलकाता में निधन हो गया।
नी‍तीश कुमार को मिला बिहार के 'हार्दिक पटेल' का साथ

नी‍तीश कुमार को मिला बिहार के 'हार्दिक पटेल' का साथ

बिहार विधानसभा चुनाव में नीतीश कुमार के महागठबंधन को निषाद समुदाय के उभरते नेता मुकेश सहनी का समर्थन मिला है जिनके तेवर हार्दिक पटेल से काफी मिलते-जुलते हैं।
न्यूजX में पीटर-इंद्राणी के कारनामे भी कम रहस्‍यमय नहीं

न्यूजX में पीटर-इंद्राणी के कारनामे भी कम रहस्‍यमय नहीं

पीटर और इंद्राणी मुखर्जी के न्यूज एक्स चैनल से रूखसत लेने से कुछ दिन पहले न्यूज रूम में घबराहट तारीं थी। भारत के इस पहले उच्च परिभाषा वाले खबरिया चैनल की स्थापना मुखर्जी दंपति ने सिलसिलेवार संदिग्ध सौदों के जरिये की थी। हवा में यह बात गूंज रही थी कि न्यूज एक्स का पैसा खत्म हो गया है और उसका प्रसारण बंद होने वाला है।
बेटी के प्रेम से आपत्ति या संपत्ति से प्रेम

बेटी के प्रेम से आपत्ति या संपत्ति से प्रेम

शीना बोरा की हत्या के तीन साल बाद एक ऐसे रिश्ते और अपराध की परत खुली है कि इसकी गहराई में जाने के बाद ही अनैतिक संबंध, लालच, धोखा और फिर हत्या की गुत्थी को समझा जा सकता है। पीटर मुखर्जी जब स्टार इंडिया के सीईओ थे, तभी उसकी घनिष्ठता एचआर कंसल्टेंट इंद्राणी मुखर्जी से बढ़ते हुए शादी तक पहुंची थी। पीटर की यह दूसरी शादी थी जबकि इंद्राणी की तीसरी। पीटर की पहली शादी से पैदा हुए बेटे राहुल मुखर्जी और इंद्राणी की पहली शादी से पैदा बेटी शीना बोरा के बीच प्रेम-संबंध ही शीना की हत्या का मुक्चय कारण बन गया। पुलिस सूत्रों की मानें तो हत्या का दूसरा कारण मां-बेटी के बीच पैसों का भी विवाद था। पुलिस को हत्याकांड में सबसे बड़ी सफलता इंद्राणी के ड्राइवर श्यामवर राय के अपराध कबूलने से मिली है और उसने इंद्राणी और संजीव खन्ना (इंद्राणी के पूर्व पति) के भी इस हत्या में शामिल होने की बात कही है।
आमिर को नहीं पता ट्विंकल प्रतिभाशाली हैं

आमिर को नहीं पता ट्विंकल प्रतिभाशाली हैं

आमिर खान का मानना है कि ट्विंकल खन्ना बहुत ही मजाकिया हैं। आमिर ट्विकंल खन्ना के लेखन के प्रशंसक हैं और एक अंग्रेजी दैनिक में प्रकाशित हो रहे उनके स्तंभ को नियमित रूप से पढ़ते हैं।
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की पत्‍नी का निधन

राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की पत्‍नी का निधन

रवींद्र संगीत की प्रतिष्ठित गायिका शुभ्रा मुखर्जी 74 वर्ष की थीं और पिछले कुछ समय से बीमार थीं। उन्होंने आज सुबह 10 बजकर 51 मिनट पर आर्मी हाॅस्पिटल में अंतिम सांस ली। वह 11 दिनों तक अस्पताल में भर्ती रहीं।
एक पत्रकार जो फिल्म की कहानी बन गया

एक पत्रकार जो फिल्म की कहानी बन गया

गरीबी और भ्रष्टाचार को कैमरे से कैद करने वाला एक युवा पत्रकार खुद फिल्म की कहानी बन गया। वह छोटे-छोटे सरकारी कार्यालयों में भ्रष्टाचार और गरीबी पर वीडियो बना उन्हें इंटरनेट पर लोड कर देता। उसकी कहानियां वाशिंगटन डीसी के लॉयरेल ग्वीज डेक और ग्रेगरी वॉल्स ने देखी तो उसपर फिल्म बनाने के लिए भारत आ पहुंचे। फिल्म लगभग तैयार है।
बान की मून ने कलाम के निधन पर शोक जताया

बान की मून ने कलाम के निधन पर शोक जताया

बान की मून ने कहा कि कलाम के निधन पर दुनिया भर में व्यक्त की गई संवेदना इस बात का सबूत है कि राष्ट्रपति के कार्यकाल के दौरान और उसके बाद कलाम ने किस कदर सम्मान और प्रेरणा अर्जित की।
कलाम, याकूब और औसत मानस का मानचित्र

कलाम, याकूब और औसत मानस का मानचित्र

30 जुलाई को दो बहुचर्चित जनाजे निकले। एक खुले समुंदर के पास रामेश्वरम में पूरे राजकीय सम्मान के साथ, तिरंगे में लिपटा। दूसरा, नागपुर केंद्रीय कारावास की कालकोठरी से निकाल फंदे पर झुला कर कब्रिस्तान के लिए रुखसत किया गया। एक सिंहासन चढ़ि चला तो एक बंधा जंजीर। काल की दो लीलाएं। मृत्यु के दो थिएटर। लेकिन एक ही देश के दो नागरिक, एक ही मजहब के दो लोग। हालांकि मृत्यु पूर्व जीवन के दो अलग-अलग रंगमंच। अब्दुल कलाम अपने रंगमंच पर भारतीय राज्य प्रतिष्ठान के हीरो और याकूब मेमन भारतीय राज्य प्रतिष्ठान का मुजरिम तो मुजरिम, विलेन भी। पहले को मौत के बाद भी मुख्यधारा जनमानस और सूचना-प्रचार तंत्र से ‘अमर रहे’ और ‘जिंदाबाद’ की विदाई। दूसरे के लिए मौत के पहले ही उसी मानस और तंत्र से ‘फांसी दो, फांसी दो’ तथा ‘मुर्दाबाद’ की गूंज जिसके आगे न्यायपालिका भी नतमस्तक हो गई।
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