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Search Result : "मुख्य मंत्री"

लोकपाल के 16 दावेदारों में सुप्रीम कोर्ट के तीन जज भी शामिल

लोकपाल के 16 दावेदारों में सुप्रीम कोर्ट के तीन जज भी शामिल

भ्रष्टाचार निरोधक निकाय लोकपाल के अध्यक्ष पद के लिए कुल 16 आवेदन आए हैं। आवेदन करने वालों में उच्चतम न्यायालय के तीन पूर्व न्यायाधीश के अलावा उच्च न्यायालय के एक पूर्व मुख्य न्यायाधीश ने भी आवेदन किया है। इनके अलावा यूजीसी के एक पूर्व सदस्य और एक सूचना आयुक्त समेत कुल 16 लोगों ने लोकपाल के अध्यक्ष पद के लिए अपनी दावेदारी जताई है। यह जानकारी कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग (डीओपीटी) ने सूची जारी कर दी है।
बजट पूर्व सिफारिशः राजकोषीय घाटे के लक्ष्य में नरमी बरतें वित्त मंत्री

बजट पूर्व सिफारिशः राजकोषीय घाटे के लक्ष्य में नरमी बरतें वित्त मंत्री

अर्थशास्त्रियों ने बुधवार को सरकार को सुझाव दिया कि मौजूदा कठिन हालात में आर्थिक वृद्धि को गति देने के लिए सरकार को अगले वित्त वर्ष के राजकोषीय घाटे को सीमित करने में ढील देकर सार्वजनिक व्यय बढाने पर विचार कर सकती है।
पासवान के ग्रीटिंग कार्ड नहीं पहुंचाने पर 3 डाककर्मी सस्‍पेंड

पासवान के ग्रीटिंग कार्ड नहीं पहुंचाने पर 3 डाककर्मी सस्‍पेंड

केंद्रीय खाद्य एवं उपभोक्‍ता मामलों के मंत्री और हाजीपुर से सांसद रामविलास पासवान का नववर्ष का ग्रीटिग कार्ड नहीं पहुंचाने के मामले में तीन डाककर्मियों को निलंबित कर दिया गया है।
पहली महिला विदेश मंत्री कौन?

पहली महिला विदेश मंत्री कौन?

यह कौन बनेगा करोड़पति का सवाल नहीं है। पर हां सवाल तो है। विदेश मंत्रालय की वेबसाइट पर हिंदी में यदि सुषमा स्वराज का प्रोफाइल देखें तो उसकी पहली पंक्ति है, श्रीमती सुषमा स्वराज विदेश मंत्री भारत की पहली महिला विदेश मंत्री हैं
17 जनवरी से फिलीस्‍तीन, इजरायल की यात्रा पर सुषमा स्‍वराज

17 जनवरी से फिलीस्‍तीन, इजरायल की यात्रा पर सुषमा स्‍वराज

विदेश मंत्री सुषमा स्‍वराज 17 और 18 जनवरी को फिलीस्‍तीन और इजरायल की यात्रा पर जाएंगी। यह सुषमा स्‍वराज की पहली पश्चिमी एशिया यात्रा है।
भारत को जो भी दर्द देगा, उसे वैसा ही दर्द देना चाहिए: पर्रिकर

भारत को जो भी दर्द देगा, उसे वैसा ही दर्द देना चाहिए: पर्रिकर

रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने सोमवार को एक बयान में कहा है कि जो भी व्यक्ति या संगठन भारत को दर्द देगा, उसे उसी तरह का दर्द देना चाहिए लेकिन यह कैसे, कब और कहां होगा, वह भारत की पसंद के अनुरूप होना चाहिए। रक्षा मंत्री की यह टिप्पणी पठानकोठ आतंकी हमले की पृष्ठभूमि में सामने आई है।
सेमी हाई स्पीड ट्रेन अगले साल से

सेमी हाई स्पीड ट्रेन अगले साल से

रेलवे के कुछ मार्गों पर 2017 में 160 से 200 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार वाली भूरे, गाढ़े नीले और पीले रंगों में रंगी ट्रेनें दिख सकती हैं। भारतीय रेल ने सेमी हाई स्पीड ट्रेनें शुरू करने की योजना बनायी है और राष्ट्रीय डिजाइन संस्थान (एनआईडी) द्वारा तैयार की गई इन रंगों की योजना वाइटैलिटी (उत्साह) का चयन किया है जो सबसे तेज रफ्तार वाले जानवर चीता से प्रेरित है। इन ट्रेनों के डिब्बे भूरे और गाढ़े नीले रंग में रंग होंगे और उनका किनारा पीले रंग का होगा।
सरकार गठन में देरी से जम्मू-कश्मीर में राज्यपाल शासन

सरकार गठन में देरी से जम्मू-कश्मीर में राज्यपाल शासन

जम्मू-कश्मीर में राज्यपाल शासन लागू कर दिया गया है। सरकार के इस निर्णय की जानकारी केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने दी है। मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद के निधन के बाद नई सरकार के गठन की प्रक्रिया में लग रहे समय की वजह से राज्य में राज्यपाल शासन लागू किया गया है।
बोलीं बादल की बहू, सिखों को अकाली दल से दूर करने की साजिश

बोलीं बादल की बहू, सिखों को अकाली दल से दूर करने की साजिश

‘पंजाब में आम आदमी पार्टी कांग्रेस की बी टीम है। दोनों पार्टियां मिलकर अकाली दल के मूल वोटबैंक में सेंध लगा रही हैं। दोनों ही राज्य में राष्ट्र विरोधी पार्टी के तौर पर काम कर रही हैं।‘ यह कहना है केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री और शिरोमणि अकाली दल की नेता हरसिमरत कौर का। आउटलुक हिंदी से बातचीत में उन्होंने यह बातें कहीं। गौरतलब है कि हरसिमरत कौर पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल की बहू और उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल की पत्नी हैं। पंजाब में वर्ष 2017 में विधानसभा चुनाव होने हैं और बीते दिनों राजनीतिक तौर पर भी पंजाब सुर्खियों में रहा है। इसी संदर्भ में हरसिमरत कौर का कहना है कि चुनावों के मद्देनजर अकाली दल को बदनाम करने की साजिशें रची जा रही हैं।
एक सौम्य राजनेता जिसने कश्मीर की राजनीति बदल दी

एक सौम्य राजनेता जिसने कश्मीर की राजनीति बदल दी

एक गूढ़ वकील से लेकर देश के अब तक के एकमात्र मुस्लिम गृहमंत्री बनने तक का सफर तय करने वाले मुफ्ती मोहम्मद सईद ने एक मंझे हुए राजनीतिक खिलाड़ी की तरह राष्ट्रीय राजनीति और जम्मू-कश्मीर की राजनीति में अपने लिए एक अलग मुकाम बनाया। लगभग छह दशक तक के अपने राजनीतिक जीवन में सईद जम्मू-कश्मीर के ताकतवर अब्दुल्ला परिवार के खिलाफ शक्तिशाली प्रतिद्वंद्वी शक्ति का केंद्र बनकर उभरे। राजनीति के खेल में हमेशा अपने पत्ते छिपाकर रखने वाले सईद अपने राजनीतिक एजेंडे के अनुरूप चलने के लिए विरोधाभासी विचारधाराओं वाले दलों के साथ भी दोस्ती में गुरेज नहीं करते थे।
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