जम्मू और कश्मीर की बागडोर जल्द ही महबूबा मुफ्ती संभाल सकती हैं। मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद ने भी बेटी महबूबा के राज्य की कमान संभालने की बातों को खारिज नहीं किया है।
मोहम्मद अखलाक का परिवार फिलहाल गांव में ही रहेगा। वह कहीं नहीं जाएगा। बीते दिनों गांव बिसाहड़ा में गोमांस की अफवाह के चलते हिंदू चरमपंथियों ने अखलाक को पीट-पीट कर कत्ल कर दिया था।
दंगों के फार्मूला में अफवाहें सबसे तेज दौड़ती हैं। मुजफ्फरनंगर दंगों में भी ऐसा ही हुआ था। दादरी में गोमांस खाने की अफवाह के चलते कत्ल हुए अखलाक वाले मसले पर भी यही हो रहा है। अखलाक को उन्हीं के पड़ोसियों ने बेरहमी से कत्ल कर दिया। एसएसई परीक्षा की तैयारी कर रहे उनके बेटे दानिश को जख्मी कर दिया। नोएडा के कैलाश अस्पताल में दानिश की हालत बहुत अच्छी नहीं है। भाई सरताज दिन-रात दौड़-धूप में लगे हैं। अखलाक तो चला गया लेकिन गंभीर मसला यह है कि फिलहाल दादरी तरह-तरह की तैर रही अफवाहों की चपेट में है। अफवाहों का ऐसा बारूद जिन्हें सिर्फ तीली दिखाने की जरूरत है।
नेताओं की आवाजाही और इलाके में व्याप्त तनाव के बीच दादरी के बिसाहड़ा में गोमांस की अफवाह पर मारे गए अखलाक के परिवार ने अपना गांव छोड़ दिया है। परिवार अब दिल्ली में एयरफोर्स की एक रिहायशी कॉलोनी में रहेगा।
दिल्ली के करीब दादरी के एक गांव में मीट के टुकड़े मिलने से तनाव फैल गया। प्रशासन ने ऐतियात के तौर पर इलाके में सुरक्षा बढ़ा दी है। इसी इलाके के बिसाहड़ा गांव में उग्र भीड़ ने गोमांस खाने के संदेह पर अखलाक नामक व्यक्ति को पीट-पीट कर मार दिया था।
गौमांस की अफवाह पर पीट-पीटकर मारे गए मोहम्मद अखलाक के परिजनों से मिलने के लिए नेताओं का तांता लगा हुआ है। असदुद्दीन ओवैसी, महेश शर्मा, राहुल गांधी और अरविंद केजरीवाल के बाद अब उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को अखलाक के परिजनों से मिलने की सुध आई है। लेकिन दादरी जाकर पीड़ितों से मिलने के बजाय अखिलेश यादव ने उन्हें लखनऊ बुलवा लिया।
एक तरफ गृह मंत्री राजनाथ सिंह दादरी कांड को राजनीतिक रंग न देने पर जोर दे रहे हैं जबकि दूसरी तरफ भारतीय जनता पार्टी के विधायक और मुजफ्फरनंगर दंगों में आरोपी रहे ठाकुर संगीत सोम ने दादरी पहुंचकर माहौल गरमा दिया। संगीत सोम ने एकतरफा कार्रवाई का आरोप लगाते हुए कहा है कि गौहत्या करने वालों को यूपी सरकार हवाई जहाज से लखनऊ बुला रही है।
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी शनिवार को दादरी पहुंचकर अखलाक के परिजनों से मिले और संवेदना प्रकट की। शनिवार की सुबह दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल दादरी गए लेकिन उन्हें गांव वालों के विरोध का सामना करना पड़ा। वहीं राहुल गांधी के पहुंचने के समय कोई ज्यादा विरोध नहीं हुआ।