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Search Result : "मौसम वैज्ञानिक"

चेन्‍नई में मिला धरातल की ओर लौटने का सबक

चेन्‍नई में मिला धरातल की ओर लौटने का सबक

पानी गुरुत्वाकर्षण के नियमों का पालन करता है। यह ढलान की ओर बहता है। पिछले 15 सालों में हमारे शहर के प्रबंधकों ने बार-बार यह साबित किया है कि हम इस साधारण सी बात को नहीं समझते हैं। पानी को जिस तरह बहना चाहिए, उसे नजरअंदाज कर हम निर्माण कार्य करते जा रहे हैं और इसकी हम बहुत बड़ी कीमत चुकाते आ रहे हैं।
उत्तराखंड में भूकंप के झटके, रिक्टर स्केल पर 5.4 रही तीव्रता

उत्तराखंड में भूकंप के झटके, रिक्टर स्केल पर 5.4 रही तीव्रता

देश के खुबसूरत पहाड़ी राज्य उत्तराखंड के कई हिस्सों में शनिवार के तड़के मध्यम वेग का भूकंप आया जिसकी तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 5.4 मापी गई।
राजस्थान में कोहरे के चलते यातायात प्रभावित

राजस्थान में कोहरे के चलते यातायात प्रभावित

कश्मीर में बर्फबारी के चलते राजस्थान में न्यूनतम और अधिकतम तापमान में गिरावट के साथ सर्दी का असर दिखने लगा है। उत्तर भारत में घने कोहरे के चलते रेल यातायात प्रभावित हो रहा है।
नासा ने दिखाया चेन्‍नई में कैसे हुई 100 साल की सर्वाधिक बारिश

नासा ने दिखाया चेन्‍नई में कैसे हुई 100 साल की सर्वाधिक बारिश

अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा का कहना है कि गत एक और दो दिसंबर को चेन्नई में 24 घंटे में जितनी बारिश हुई थी, उतनी वर्ष 1901 के बाद किसी दिन नहीं हुई थी।
क्या वाकई थम गई पुरस्कार वापसी मुहिम?

क्या वाकई थम गई पुरस्कार वापसी मुहिम?

बिहार चुनाव के नतीजे आने का बाद सोशल मीडिया पर इन दिनों एक कविता काफी प्रसारित हो रही है। इस कविता में कहा जा रहा है कि अब कहीं से भी गोमांस, सम्मान वापसी, अरहर दाल की बढ़ती कीमतों को लेकर कोई बयान नहीं आ रहा है। यह सवाल खड़ा होता है कि क्या ऐसा सहिष्णुता की वजह से है या ऐसा बिहार का चुनाव खत्म हो जाने की वजह से है। स्पष्ट तौर पर यह आरोप लगता रहा है कि लेखकों, कलाकारों और वैज्ञानिकों द्वारा जो पुरस्कार लौटाए जा रहे थे वह बिहार चुनावों को प्रभावित करने की एक पूर्वनियोजित साजिश थी। इस संबंध में आरएसएस का मानना है कि पुरस्कार वापसी की मुहीम राजनीतिक ताकतों के हित में बहुत सलीके से संयोजित की गई थी। केंद्रीय मंत्री जनरल वी के सिंह ने तो यहां तक कहने में भी गुरेज नहीं किया कि पुरस्कार वापसी के इस मुहिम में बहुत ज्यादा पैसा सम्मिलित था। जो कुछ भी हुआ, यह उसकी पूरी तरह से एक प्रायोजित और विकृत व्याख्या है।
क्या रहस्‍यमय एक्स-फैक्टर है गंगाजल की खासियत?

क्या रहस्‍यमय एक्स-फैक्टर है गंगाजल की खासियत?

क्या गंगाजल को खास बनाने के पीछे इसमें मौजूद किसी विशेष एक्स फैक्टर का योगदान है? गंगा निश्चित तौर पर भारत की सबसे पवित्रतम नदियों में से एक है और अनंतकाल से इसके जल को इसके जादुई गुणों के लिए जाना जाता है। इसी खूबी के चलते यदि गंगाजल वर्षों तक रखा जाए, तो भी यह खराब नहीं होता। इसे इस नदी का आत्म-शोधन का गुण कहा जाता है। भारतीय वैज्ञानिक इसी रहस्‍य से पर्दा उठाने की कोशिश में जुटे हैं।
तमिलनाडु में बेमौसम बारिश से अबतक 120 मरे, कल फिर आफत

तमिलनाडु में बेमौसम बारिश से अबतक 120 मरे, कल फिर आफत

तमिलनाडु में तेज बारिश और उसके कारण हुई घटनाओं में मरने वालों की संख्या 120 हो गई है। इस बीच चेन्नई में रात भर बारिश हुई है जिससे और बाढ़ आने की आशंका बढ़ गयी है। हालांकि आज दिन में धूप निकली मगर मौसम कार्यालय ने 21 नवंबर को राज्य में फिर बारिश होने का पूर्वानुमान जताया है। इससे स्थिति और बिगड़ सकती है।
त्योहारी मौसम से वाहन बाजार में बहार, कार बिक्री 22 फीसदी बढ़ी

त्योहारी मौसम से वाहन बाजार में बहार, कार बिक्री 22 फीसदी बढ़ी

कार बिक्री में लगातार 12वें महीने बढ़ोतरी का रुख है। अक्टूबर माह में कारों की बिक्री 21.8 प्रतिशत बढ़ गई है। दरअसल त्योहारी मौसम में लगातार मांग से वाहन उद्योग में यह रौनक आई है। सोसायटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्यूफैक्चरर्स (सियाम) द्वारा जारी आंकड़े के मुताबिक घरेलू बाजार में अक्टूबर माह के दौरान कारों की बिक्री बढ़कर 1,94,158 इकाइयों की रही जो 2014 के इसी माह में 1,59,408 इकाइयों की थी।
जाने-माने वैज्ञानिक पीएम भार्गव लौटाएंगे अपना पद्म भूषण

जाने-माने वैज्ञानिक पीएम भार्गव लौटाएंगे अपना पद्म भूषण

देश में बढ़ती असहिष्‍णुता और तर्कवादियों की हत्‍या के खिलाफ चल रही मुहिम में देश के जाने-माने वैज्ञानिक पीएम भार्गव भी शामिल हो गए हैं। भार्गव ने कहा कि वह अपना पद्म भूषण पुरस्कार लौटा रहे। उन्होंने आरोप लगाया कि राजग सरकार भारत को हिंदू धार्मिक निरंकुश तंत्रा में बदलने का प्रयास कर रही है।
असहिष्णुता के खिलाफ वैज्ञानिकों ने राष्‍ट्रपति को लिखा पत्र

असहिष्णुता के खिलाफ वैज्ञानिकों ने राष्‍ट्रपति को लिखा पत्र

कन्नड़ विचारक एमएम कलबुर्गी की हत्या सहित असहिष्णुता की घटनाओं पर चिंता जताते हुए वैज्ञानिकों के एक समूह ने राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से उपयुक्त कार्रवाई करने का अनुरोध किया है। उन्होंने केन्द्र और राज्य सरकारों से मानवता विरोधी और सभ्यता विरोधी गतिविधियों के खिलाफ कार्रवाई करने की अपील भी की है।
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