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सर्जिकल स्ट्राइक के श्रेय को लेकर सियासत, कांग्रेस और भाजपा में घमासान

सर्जिकल स्ट्राइक के श्रेय को लेकर सियासत, कांग्रेस और भाजपा में घमासान

सर्जिकल स्ट्राइक का श्रेय लेने को लेकर कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी में घमासान छिड़ गया है। रक्षा मंत्री मनोहर पर्रीकर ने इस उपलब्धि का श्रेय आम जनता, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और खुद को देकर कांग्रेस को एक बार फिर उकसा दिया। कांग्रेस ने एक बार फिर भाजपा पर सेना के बलिदान का राजनीतिक लाभ उठाने के प्रयास आरोप लगा दिया। कांग्रेस ने कहा कि भाजपा को इसके लिए माफी मांगनी चाहिए।
इस साल तीन अरब के रक्षा सौदे, निर्यात भी बढ़ा: पर्रीकर

इस साल तीन अरब के रक्षा सौदे, निर्यात भी बढ़ा: पर्रीकर

रक्षा मंत्री मनोहर पर्रीकर के अनुसार, भारत ने रक्षा खरीद में बढ़ोतरी की है। साथ ही, देश में बने आयुधों का निर्यात भी बढ़ा है। मौजूदा वित्त वर्ष में अगले तीन महीने में 50 हजार से 60 हजार करोड़ रपये के और रक्षा अनुबंधों पर हस्ताक्षर होने की उम्मीद है। इससे उनके कार्यभार संभालने के बाद इस क्षेत्र में जारी कुल आर्डर 3,000 अरब रुपए का हो जाएगा।
सर्जिकल स्‍ट्राइक का मुख्य श्रेय तो प्रधानमंत्री को ही जाता है : पर्रिकर

सर्जिकल स्‍ट्राइक का मुख्य श्रेय तो प्रधानमंत्री को ही जाता है : पर्रिकर

लक्षित हमलों के श्रेय को लेकर हो रही राजनीति के बीच रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने बुधवार को कहा है कि संदेह जताने वाले लोगों समेत सभी भारतीय इस सर्जिकल अभियान का श्रेय ले सकते हैं जिसे अंजाम सैन्य बलों ने दिया है ना कि किसी राजनीतिक पार्टी ने।
आउटलुक विशेष- पुतिन के भारत दौरे में रूस से करोड़ों के रक्षा खरीद की तैयारी

आउटलुक विशेष- पुतिन के भारत दौरे में रूस से करोड़ों के रक्षा खरीद की तैयारी

अगले सप्ताह रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमिर पुतिन का भारत दौरा राजनयिक और रक्षा खरीद की तैयारियों के लिहाज से अहम रहने वाला है। गोवा में 16 अक्टूबर से शुरू हो रहे ब्रिक्स देशों की बैठक के एक दिन पहले पुतिन और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच द्विपक्षीय वार्ता होनी है। रक्षा, सुरक्षा, कारोबार और निवेश को लेकर दोनों देशों के बीच आपसी सहयोग बढ़ाने का एजेंडा इस बैठक का है।
सर्जिकल स्ट्राइकः वीडियो जारी करने से पर्रिकर का इंकार

सर्जिकल स्ट्राइकः वीडियो जारी करने से पर्रिकर का इंकार

रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने एलओसी के पार सेना के लक्षित हमलों का कोई भी वीडियो फुटेज जारी करने की संभावना को खारिज कर दिया और सेना पर संदेह करने वालों की निष्ठा पर सवाल उठाया। पर्रिकर ने एलओसी के पास सेना के अभियान को शत प्रतिशत सही बताते हुए कहा कि नरेन्द्र मोदी सरकार में देश की सरहदें सुरक्षित हैं। पर्रिकर ने आगरा में आयोजित भाजपा के एक कार्यक्रम में यह बयान दिया।
ब्रिटेन के तीन वैज्ञानिकों को मिला भौतिकी का नोबेल पुरस्कार

ब्रिटेन के तीन वैज्ञानिकों को मिला भौतिकी का नोबेल पुरस्कार

नोबेल पुरस्कार विजेताओं का चयन करने वाली जूरी ने आज भौतिकी के नोबेल पुरस्कार की घोषणा कर दी। जूरी ने तीन ब्रिटिश वैज्ञानिकों, डेविड थौलेस, डंकन हाल्डेन और माइकल कोस्टरलिट्ज को इस साल भौतिकी के नोबल पुरस्कार के लिए चुना है।
राफेल सौदा: रिलायंस और दसाल्ट ने संयुक्त उद्यम का गठन किया

राफेल सौदा: रिलायंस और दसाल्ट ने संयुक्त उद्यम का गठन किया

देश में निजी रक्षा उद्योग के क्षेत्र में हुए एक बड़े सौदे के तहत अनिल अंबानी की अगुवाई वाले रिलायंस समूह और राफेल विनिर्माता दसाल्ट एविएशन ने संयुक्त उद्यम लगाने की घोषणा की है। यह उद्यम लड़ाकू जेट सौदे के तहत 22,000 करोड़ रुपये के ऑफसेट अनुबंध को पूरा करने में अहम भूमिका निभाएगा।
भारत को अपनी रक्षा करने का पूरा अधिकार: जमात ए इस्लामी हिंद

भारत को अपनी रक्षा करने का पूरा अधिकार: जमात ए इस्लामी हिंद

देश के प्रमुख मुस्लिम संगठन जमात ए इस्लामी हिंद ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में घुसकर सेना द्वारा आतंकी ठिकानों पर की गई कार्रवाई (सर्जिकल स्ट्राइक) का समर्थन करते हुए आज कहा कि भारत एक संप्रभु देश है और उसे अपनी एवं अपने लोगों की रक्षा करने का पूरा अधिकार हासिल है।
चीन अपने फायदे के लिए मनमर्जी से नहीं चुन सकता सिद्धांत: कार्टर

चीन अपने फायदे के लिए मनमर्जी से नहीं चुन सकता सिद्धांत: कार्टर

अमेरिका के रक्षा मंत्री एश्टन कार्टर ने विवादित दक्षिण चीन सागर में बीजिंग द्वारा दबंगई दिखाए जाने की पृष्ठभूमि में कहा है कि ऐसा नहीं चल सकता कि चीन अपने फायदे के लिए कुछ सिद्धांतों को चुने और कुछ सिद्धांतों को छोड़ दे। कार्टर ने कहा कि अमेरिका को चीन की समुद्री गतिविधियों समेत हालिया गतिविधियों को लेकर गंभीर चिंताएं हैं। सिद्धांत हर देश पर समान रूप से लागू करने के लिए होते हैं।
अनिल अंबानी का ज्यादा ध्यान रक्षा उत्पादन कंपनी पर

अनिल अंबानी का ज्यादा ध्यान रक्षा उत्पादन कंपनी पर

रिलायंस घराने के दोनों भाइयों के बीच करीबी बढ़ने के फौरी नतीजे दिखने लगे हैं। मुकेश अंबानी की रिलायंस जियो और अनिल अंबानी की रिलायंस कम्युनिकेशन के बीच बढ़ती साझेदारी बाद बारी रक्षा उत्पादन सेक्टर की है। संकेत हैं कि टेलीकॉम सेक्टर को बड़े भाई मुकेश अंबानी के नेतृत्व में छोड़ छोटे भाई अनिल रक्षा उत्पादन की अपनी कंपनी पर ज्यादा ध्यान दे रहे हैं।
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