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चर्चाः ‌हथियारों के दलालों को कानूनी मान्यता | आलोक मेहता

चर्चाः ‌हथियारों के दलालों को कानूनी मान्यता | आलोक मेहता

हथियारों की दलाली को लेकर लगभग 30 वर्षों तक राजनीति करने वालों ने आखिरकार दिमाग ही नहीं बदला, नियम-कानून भी बदल दिये। राजीव गांधी की कांग्रेस सरकार ने हथियारों से सौदों में किसी भी तरह के दलाल और दलाली पर प्रतिबंधात्मक कड़ा कानून बना दिया था और दुनिया के देशों को कहा गया कि रक्षा संबंधी समझौते और खरीदी सीधे सरकारों के माध्यम से ही होगी।
राम बहादुर राय के इंटरव्यू पर आउटलुक का यह कहना है

राम बहादुर राय के इंटरव्यू पर आउटलुक का यह कहना है

आउटलुक हिंदी ने अपनी वेबसाइट पर तीन जून को वरिष्ठ पत्रकार और इंदिरा गांधी नेशनल सेंटर फॉर आर्ट्स के अध्यक्ष राम बहादुर राय के इंटरव्यू के आधार पर खबर प्रकाशित की थी। आउटलुक की प्रज्ञा सिंह ने उनसे लंबी बातचीत की थी, जो आउटलुक पत्रिका (अंग्रेजी) के 13 जून, 2016 के अंक में प्रकाशित हुई।
'मोदी की सफलता मतलब भारत की सफलता’

'मोदी की सफलता मतलब भारत की सफलता’

सिंहस्थ की कामयाबी से गदगद मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान वहां ड्यूटी करने वाले सरकारी मुलाजिमों को इनाम और मैडल से नवाज रहे हैं। मोदी के पदचिन्हों पर चलते हुए शिवराज अगले छह महीनों में दो बड़े आयोजनों की तैयारी में जुट गए हैं। इंदौर में अक्टूबर में ग्लोबल इन्वेस्टर मीट और दूसरा, नवंबर से नर्मदा के उद्गम स्थल अमरकंटक से नर्मदा बचाने के लिए पदयात्रा। अपनी उज्जैन यात्रा के दौरान आउटलुक के साथ बातचीत में शिवराज ने बेबाकी से जवाब दिए। पेश है राजेश सिरोठिया से उनकी बातचीत के संपादित अंश:
अब स्मृति ने जोड़ा यूपी से नाता, कहा मुरादाबाद की हूं

अब स्मृति ने जोड़ा यूपी से नाता, कहा मुरादाबाद की हूं

जिस दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सहारनपुर की रैली में खुद को यूपी वाला बताया उसी दिन उनकी कैबिनेट मंत्री स्मृति ईरानी ने भी एक समाचार चैनल को दिए साक्षात्कार में खुद को यूपी की बता दिया। क्या यह महज संयोग है या इसमें भविष्य की राजनीति के कुछ संदर्भ तलाशे जा सकते हैं।
भारतीय छोड़ अमेरिकी मीडिया को मोदी ने दिया इंटरव्यू

भारतीय छोड़ अमेरिकी मीडिया को मोदी ने दिया इंटरव्यू

सत्ता की सालगिरह पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिका के अखबार वॉल स्ट्रीट जर्नल को इंटरव्यू दिया है। यह इंटरव्यू मंगलवार की शाम को प्रधानमंत्री आवास के अहाते में लिया गया और आज जारी किया गया है। भारत के तमाम मीडिया घराने इंतजार में बैठे रह गए। यहां तक कि सरकारी आकाशवाणी और दूरदर्शन, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का मुखपत्र कहे जाने वाले पांचजन्य और ऑब्जर्वर से भी उन्होंने बातचीत नहीं की। इंटरव्यू की दौड़ में द पॉयनियर भी पिछड़ गया, जिसके संपादक चंदन मित्रा हैं। वे भाजपा के राज्यसभा सांसद भी हैं।
राहुल के काम को 12 साल की उनकी सांसदी से आंकोः स्मृति

राहुल के काम को 12 साल की उनकी सांसदी से आंकोः स्मृति

केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने एक बार फिर कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी पर निशाना साधा है। एक अंग्रेजी अखबार को दिए इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि संसद में रोहित वेमुला मामले में हुई बहस के दौरान राहुल गांधी का रवैया ऐसा था कि देखो हमने इस मुद्दे पर स्मृति ईरानी को पछाड़ दिया।
आरटीआई का उपयोग कर राजीव प्रताप रूडी ने हटवाया मेट्रो का कार्यालय

आरटीआई का उपयोग कर राजीव प्रताप रूडी ने हटवाया मेट्रो का कार्यालय

सूचना के अधिकार का उपयोग केवल पत्रकार ही नहीं करते बल्कि नेता, मंत्री और अधिकारी भी करते हैं। कई बार इसके दुरुपयोग को लेकर भी चर्चा होती है।
कांंग्रेस की हार और राजीव की याद, भावुक सोनिया ने बढ़ाया हौंसला

कांंग्रेस की हार और राजीव की याद, भावुक सोनिया ने बढ़ाया हौंसला

पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की 25 वीं पुण्‍यतिथि पर कांग्रेस अध्‍यक्ष सोनिया गांधी ने एक बेहद भावुक भाषण दिया। लगातार पराजय का सामना रही देश की सबसे पुरानी पार्टी के कार्यकर्ताओं के लिए यह भाषण एक नया संबल हो सकता है। उन्‍हें नई ऊर्जा के साथ आत्‍मविश्‍वास से उठने के लिए और मजबूती दे सकता है।
‘राजनीति में सोनिया नहीं मेनका की मदद चाहती थीं इंदिरा’

‘राजनीति में सोनिया नहीं मेनका की मदद चाहती थीं इंदिरा’

दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी अपने पुत्र संजय गांधी के निधन के बाद चाहती थीं कि उनकी छोटी बहू राजनीति में उनकी मदद करे लेकिन मेनका ऐसे लोगों के साथ थीं जो राजीव के विरोधी थे। हालांकि दिवंगत प्रधानमंत्री का सोनिया के प्रति अनुराग अधिक था लेकिन संजय की मौत के बाद उनका झुकाव मेनका की ओर भी हो गया था।
शशांक मनोहर के बाद कौन बनेगा बीसीसीआई का बॉस

शशांक मनोहर के बाद कौन बनेगा बीसीसीआई का बॉस

बीसीसीआई के अध्यक्ष शशांक मनोहर ने मंगलवार को अचानक पद से इस्तीफा दे दिया। मनोहर ने आईसीसी के अध्‍यक्ष पद का चुनाव लड़ने के लिए यह इस्‍तीफा दिया है। मनोहर वर्तमान में आईसीसी के मनोनीत अध्‍यक्ष हैं।