भाजपा के एक सांसद द्वारा एक टोल प्लाजा पर एक गार्ड की कथित तौर पर पिटाई किए जाने का मामला सामने आया है। घटना का वीडियो वायरल हो गया है। वायरल हुई इस सीसीटीवी फुटेज में भरतपुर से भाजपा सांसद बहादुर सिंह कोली बीकानेर-आगरा राष्ट्रीय राजमार्ग स्थित लुधाबई टोल प्लाजा पर अपनी स्कॉर्पियो को रोकने वाले टोल नाका गार्ड की पिटाई करते नजर आ रहे हैं। इसमें उनके समर्थक भी गार्ड की पिटाई करते नजर आते हैं।
वेश्या से आपत्तिजनक तुलना के बाद भाजपा पर बिफ़रीं बसपा सुप्रीमो अब एक एक क़दम फूँक फूँक कर रख रही हैं । दरअसल उनकी योजना बिखर रहे अपने दलित वोट बैंक को इस मुद्दे पर संगठित करने की थी मगर उनके ही सिपहसलार नसीमुद्दीन सिद्दीक़ी और राम अचल राजभर जैसो ने उनका खेल बिगड़ दिया।
बिहार के मुख्यमंत्री और जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के अध्यक्ष नीतीश कुमार ने नए सियासी समीकरणों का संकेत देते हुए मंगलवार को उत्तर प्रदेश में कहा कि देश में दलितों को उनका हक दिलाने के लिए अभी बहुत लड़ाई बाकी है और यदि मौका मिला तो वह बीएस-4 के साथ मिलकर इस लड़ाई को आगे बढ़ाएंगे।
कश्मीर घाटी के हालात पर चर्चा के लिए भाजपा महासचिव राम माधव बुधवार की शाम श्रीनगर पहुंचे। घाटी में जारी गतिरोध को खत्म करने के लिए माधव मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती से मुलाकात करेंगे।
केंद्रीय खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्राी रामविलास पासवान ने राजद प्रमुख लालू प्रसाद के उस दावे को गलत बताया, जिसमें उन्होंने कहा था कि लोजपा सुप्रीमो ने बिहार के विकास से संबंधित उनके ट्वीट को लाइक किया है। लालू ने ट्वीट कर कहा था कि बिहार की विकास दर :15.6 प्रतिशत: भाजपा शासित विकसित प्रदेशों से अधिक है। उन्होंने यह भी कहा था कि पासवान ने उनके ट्वीट को लाइक किया है।
भारत सरकार का पर्यटन मंत्रालय जल्द ही बुद्ध सर्किट की तरह भारत भर में कृष्ण और राम सर्किट बनाने पर विचार कर रहा है। रामायण से जुड़े स्थानों पर काम भी शुरू हो गया है।
उन्होंने शराब तो पी ही, नशे की झोंक में ‘अपने नेता’ नीतीश कुमार के लिए जमकर अपशब्द कहे। कोई उनका वीडियो मोबाइल में बना रहा है- इसका होश भी उन्हें नहीं रहा। वह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया और बिहार पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। नाम है- ललन राम। जनता दल (यूनाइटेड) के पूर्व विधायक। वे औरंगाबाद से 2010-2015 की अवधि में विधायक रहे।
नेपाल में प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली नीत गठबंधन सरकार आज गंभीर संकट में फंस गई। सत्तारूढ़ गठबंधन में शामिल सीपीएन (माओवादी सेंटर) ने नौ महीने पहले सत्ता में आई ओली सरकार से समर्थन वापस ले लिया। इस पार्टी ने प्रधानमंत्री पर पुराने समझौतों को लागू करने में नाकाम रहने का आरोप लगाया।
छह दिवसीय संघ की बैठक इन दिनों चर्चा में है। मिशन यूपी और मिशन मंदिर पर भी मंथन हो रहा है। ऐसा पहली बार हुआ है कि संघ के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख डॉ. मनमोहन वैद्य ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कार्यक्रम और उद्देश्यों के बारे में बात की।