स्टार मुक्केबाज विजेंदर सिंह ने शनिवार को सचिन तेंदुलकर को अपना डब्ल्यूबीओ एशिया खिताबी मुकाबला देखने का न्योता दिया और उन्हें पेशेवर मुक्केबाजी के ढांचे और भविष्य के बारे में भी बताया।
ब्रसेल्स में आईएसआईएस के धमाके के बाद यूरोप के देशों में कट्टरपंथियों द्वारा धमकी भरे वीडियो जारी करने का सिलसिला शुरू हो गया है। ताजा मामला ब्रिटेन का है जहां आईएसआईएस के दो समर्थकों ने एक वीडियो जारी कर ब्रसेल्स हमलों पर खुशी जाहिर की है और धमकी दी है कि अगला निशाना लंदन के हीथ्रो और गैटविक हवाईअड्डे और डाउनिंग स्ट्रीट हैं। डाउनिंग स्ट्रीट में ही इंग्लैंड के प्रधानमंत्री का निवास है।
ओलंपिक से पहले सभी खिलाडि़यों को मौका देने की कवायद में हाकी इंडिया ने आज 25वें सुल्तान अजलान शाह कप के लिए सीनियर गोलकीपर और उप कप्तान पी.आर. श्रीजेश सहित सात खिलाडि़यों को विश्राम दिया और मिडफील्डर सरदार सिंह की अगुवाई वाली 18 सदस्यीय टीम में कुछ नए चेहरे जोड़े।
राजद्रोह मामले को लेकर जेएनयू छात्रों की आलोचना कर चुके बॉलीवुड अभिनेता अनुपम खेर ने आज सवाल किया कि देश के बारे में गलत बोलने वाले व्यक्ति का इस तरह से स्वागत कैसे किया जा सकता है जैसे वह ओलंपिक पदक विजेता हो।
लंदन के मेयर के चुनाव में कंजरवेटिव पार्टी के उम्मीदवार ने लेबर पार्टी के अपने पाकिस्तानी मूल के प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ ब्रिटिश-भारतीय मतदाताओं को लामबंद करने के लिए भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम का सहारा ले रहे हैं।
भारत से भागे शराब कारोबारी विजय माल्या ने हालिया घटनाक्रम के दौरान पहली बार मीडिया से बात करते हुए कहा है कि वह अभी भारत नहीं लौटेंगे। ब्रिटेन के ‘द संडे गार्जियन’ अखबार को दिए विशेष साक्षात्कार में माल्या ने कहा कि वह भारत से बहुत प्यार करते हैं इसलिए वह अपने देश जरूर लौटेंगे मगर अभी नहीं।
अब तक भारत के किसी भी मुक्केबाज ने ओलंपिक के लिए क्वालीफाई नहीं किया है। लेकिन इस बार अगर मुक्केबाज इसमें जगह बना भी लेते हैं तो भी अगले महीने के एशियाई ओलंपिक क्वालीफायर्स तक नए राष्ट्रीय महासंघ का गठन नहीं होने की स्थिति में उन पर इस साल के रियो ओलंपिक खेलों से बाहर रहने का खतरा मंडरा रहा है।
खतरनाक आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट ने फेसबुक के संस्थापक मार्क जुकरबर्ग और ट्विटर के सीईओ जैक डोरसी को जान से मारने की धमकी दी है। धमकी एक वीडियो के जरिये दी गई है जिसमें इन सोशल साइटों पर आतंकवादियों से संबंधित सामग्रियों को ब्लॉक करने का मजाक उड़ाया गया है।
इसे वक्त की बेरुखी कहें या किस्मत का खेल, लेकिन शंघाई स्पेशल ओलंपिक में देश के लिए फख्र के लम्हे जुटाने वाला एक दिव्यांग एथलीट इन दिनों रोजी-रोटी के लिए मजदूरी करने को मजबूर है। लखनउ के हामिद ने 2007 में शंघाई में हुए स्पेशल ओलंपिक वर्ल्ड समर गेम्स में 4 गुणा 100 मीटर रिले दौड़ में स्वर्ण पदक हासिल कर देश का सिर गर्व से उंचा कर दिया था। लेकिन अफसोस कि इतनी बड़ी उपलब्धि भी उसकी किस्मत नहीं बदल सकी और आज वह अपने गुजर-बसर के लिए मजदूरी करने को बाध्य है।