सुप्रीम कोर्ट ने एक मामले पर कहा कि माता-पिता के फैसले मानने के लिए लड़कियां अपना प्यार तक कुर्बान कर देती हैं। प्रेमिका की हत्या के मामले में उम्रकैद काट रहे व्यक्ति को बरी करते हुए कोर्ट ने यह टिप्पणी की है।
बोको हराम समूह ने नाइजीरिया के पूर्वोत्तर इलाके में हुए दो अलग-अलग हमलों में 22 लड़कियों एवं महिलाओं को अगवा कर लिया। पहली घटना पुलिका गांव में जबकि दूसरी घटना दुम्बा गांव में हुई।
उड़ी हमले की पृष्ठभूमि में भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच पड़ोसी देश की 19 लड़कियां मंगलवार की रात चंडीगढ़ पहुंचीं। इन लड़कियों का मानना है कि जंग का यह अफसाना सिर्फ हमारी सरकारों और मीडिया तक सीमित है जबकि सरहद के दोनों तरफ की आवाम को अमन चाहिए।
रियो ओलंपिक में भारत को पहला तमगा दिलाने वाली साक्षी मलिक के अखाड़े में उतरने के फैसले पर बिरादरी के लोगों का विरोध झेलने वाले उनके पिता सुखबीर मलिक का सीना आज फख्र से चौड़ा है और उन्होंने कहा कि अब उनसे कोई नहीं कहेगा कि लड़कियां पहलवानी करती अच्छी नहीं लगतीं। साक्षी की उपलब्धि अन्य लड़कियों के लिए प्ररेणा बनेगी।
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की 10वीं की बोर्ड परीक्षा में लड़कियों ने 96.36 प्रतिशत पास प्रतिशत के साथ लड़कों को एक बार फिर पीछे छोड़ दिया। लड़कों का पास प्रतिशत 96.11 रहा। पूरे देश में परीक्षा में 1,68,541 छात्रों को पूरे 10 ग्रेड प्वायंट (सीजीपीए) प्राप्त हुए हैं जिनमें से 85,316 लड़के और 83,225 लड़कियां हैं।
फैशन करना तो सब चाहते हैं पर छोटी-छोटी गलतियां फैशनेबल लोगों की मुसीबत का सबब भी बन जाती हैं। कुछ बातें जो देख कर सीखी जाती हैं, उनमें भी सावधानी जरूरी है।
समाज में हाशिए पर रहने महिलाओं और लड़कियों को भी सशक्त बनाया जा सकता है बशर्तें की खास रणनीति के तहत उन्हें प्रशिक्षित किया जाए। यह बात गैर सरकारी संस्था केयर इंडिया द्वारा कराए गए एक सर्वेक्षण में सामने आया है।
महाराष्ट्र के कोंकण क्षेत्र में पड़ने वाले रायगढ़ में सोमवार को एक दर्दनाक हादसे ने लोगों को हिला कर रख दिया। रायगढ़ स्थित मुरुड बीच पर पिकनिक मानाने आए 12 छात्रों की समुद्र में डूब जाने की वजह से मौत हो गई। मरने वालों में तीन लड़कियां भी शामिल हैं। सभी छात्र पुणे से पिकनिक मनाने रायगढ़ के मुरुड बीच पर आए थे।
कुसुम अब पहले की तरह आए दिन स्कूल से छुट्टी नहीं करती। अब पढ़ाई के दौरान न तो उसे नींद आती है और न ही उसका सिर चकराता है। पहले से ज्यादा अब उसका मन पढ़ाई में लगता है और उसकी बाकी सहेलियां भी स्कूल में रेगुलर हो गई हैं। गौतम बुद्ध नगर जिले के दनकौर खंड के करीब 209 स्कूलों की लगभग सारी लड़कियों का लगातार स्कूल जाने का ग्राफ बढ़ा है। ये सभी लड़कियां निम्न और मध्यम लर्ग से आती है जिसमें कुछ तो घर से ही टिफिन लाती है और बाकी मिड डे मील खाती हैं।