बंगाल की खाड़ी के ऊपर भारतीय वायु सेना के लापता हुए एएन-32 विमान की तलाश जारी है। तलाशी अभियान की निगरानी के लिए रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर चेन्नई पहुंच गए हैं।
वरिष्ठ पत्रकार, कवि, अनुवादक और समालोचक नीलाभ अश्क का लंबी बीमारी के बाद शनिवार की सुबह निधन हो गया। नीलाभ जाने-माने साहित्यकार उपेंद्र नाथ अश्क के बेटे थे।
भारतीय वायु सेना का एक ट्रांसपोर्ट विमान खराब मौसम के बीच बंगाल की खाड़ी में लापता हो गया है। शुक्रवार को एयरफोर्स का प्लेन AN-32 चेन्नई से पोर्ट ब्लेयर जा रहा था। सुबह चेन्नई से उड़ान भरी थी और 11.30 बजे इसे पोर्ट ब्लेयर उतरना था। इसमें 29 लोग सवार हैं, जिसमें छह चालक दल के सदस्य हैं।
कांग्रेस नेता शशि थरूर की पत्नी सुनंदा पुष्कर की मौत से कुछ घंटे पहले उनके साथ ट्विटर पर हुए विवाद में शामिल पाकिस्तानी पत्रकार मेहर तरार से दिल्ली पुलिस ने इस मामले में पूछताछ की है। इससे पहले भी फरवरी में मेहर तरार की पसंद के अनुसार नई दिल्ली के एक प्रमुख होटल में उनसे पूछताछ हुई थी।
पश्चिम एशिया गए केरल के कासरगोड़ और पलक्कड़ जिले के कम से कम 15 युवक पिछले एक माह से लापता हैं। परिवार वालों को संदेह है कि ये लोग शायद आईएस में शामिल हो गए हैं। कासरगोड़ के सांसद पी करूणाकरण ने कहा कि मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने पुलिस को मामले की जल्द से जल्द जांच करने का आदेश दिया है।
लगता है एक अंग्रेजी चैनल को दिए इंटरव्यू की हुई आलोचना का कुछ असर हुआ है इसलिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को देश के कुछ चुनिंदा पत्रकारों से मिलने का फैसला किया। हालांकि इन पत्रकारों से भी लिखित में सवाल मांगे गए और उनके जवाब भी लिखित में दिए गए मगर मोदी ने बाद में उनसे एक साथ प्रधानमंत्री आवास पर मुलाकात की और इस बातचीत में भी कई सवालों के जवाब दिए।
उत्तराखंड के पिथौरागढ़ और चमोली जिले के विभिन्न हिस्सों में शुक्रवार तड़के भारी बारिश होने और बादल फटने से 12 लोगों की मौत हो गयी तथा दर्जनों घर जमींदोज हो गये और मलबे में कई लोग दब गये। पिथौरागढ़ जिले के सिंघली क्षेत्र में बादल फटने से आठ लोगों की मौत हुई और 25 अन्य लापता हो गये।
वरिष्ठ पत्रकार इंदर मल्होत्रा का 86 साल की उम्र में दिल्ली में निधन हो गया। मल्होत्रा कई दिनों से बीमार चल रहे थे और दिल्ली के एक अस्पताल में भर्ती थे।
जब हर तरफ सूखे और गर्मी से लोग बेहाल है, तब ऐसे में मध्य प्रदेश के एक छोटे से गांव बघुवार ने पानी बचाने और भूजल सुरक्षित रखने के लिए नई मिसाल कायम की है। हरियाली से भरपूर इस गांव के कुओं और तालाब में इस भीषण गर्मी में भी पर्याप्त पानी है। यह सब संभव हुआ राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के ग्राम स्वराज के सिद्धांतों को अपनाकर।