Advertisement

Search Result : "लाल बहादुर शास्त्री इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट"

भाजपा की निगाहें पूर्वोत्तर पर, खुलेगा फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टीट्यूट

भाजपा की निगाहें पूर्वोत्तर पर, खुलेगा फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टीट्यूट

लंबे समय से भारतीय जनता पार्टी पूर्वोत्तर में अपनी पैठ बनाने की कोशिश में लगी हुई है। इसके लिए कोशिश भी शुरू कर दी गई है। केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री वेंकैया नायडू ने कहा कि अरूणाचल प्रदेश में प्रस्तावित फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया पूर्वोत्तर में फिल्म निर्माण के विभिन्न क्षेत्रों में हुनर को बढ़ावा देने का काम करेगा।
सिंध का भारत का हिस्सा नहीं होना दुखदः आडवाणी

सिंध का भारत का हिस्सा नहीं होना दुखदः आडवाणी

भाजपा के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी ने आज कहा कि यह अफसोस की बात है कि पाकिस्तान का सिंध प्रांत, जहां उनका जन्म हुआ था, वह आजाद भारत का हिस्सा नहीं है।
कनकुनी जमीन घोटाले के याचिकाकर्ता की मौत जनजाति आयोग ने दिया नोटिस

कनकुनी जमीन घोटाले के याचिकाकर्ता की मौत जनजाति आयोग ने दिया नोटिस

केंद्रीय जनजाति आयोग ने कनकुनी जमीन घोटाले के याचिकाकर्ता जय लाल राठिया की मौत की जांच के लिए अपनी टीम रायगढ़ (छत्‍तीसगढ) रवाना कर दी है। जनजाति आयोग ने जय लाल राठिया की संदेहास्‍पद स्‍थितियों में मृत्‍यु से संबंधित समाचारों का स्‍वत: संज्ञान लेते हुए छत्‍तीसगढ के मुख्‍य सचिव एवं पुलिस महानिदेशक को नोटिस जारी किया है।
जलियांवाला बाग की अतृप्त आत्माएं : फिल्लौरी

जलियांवाला बाग की अतृप्त आत्माएं : फिल्लौरी

टिपिकल पंजाबी भाषा में कहें तो कनेड्डे (कनाडा) से आया एक लड़का और शादी के जश्न में डूबा घर का कोना-कोना। कनन (सूरज शर्मा) की शादी बचपन की दोस्त अनु (महरीन पीरजादा) से हो रही है। कनन मांगलिक है और शादी को लेकर थोड़ा असमंजस में भी। फिर एक अच्छी आत्मा की एंट्री और अनु-कनन में प्यार। कहानी बस इतनी सी ही है। लेकिन यह कहानी हल्के फुल्के कॉमेडी अंदाज और चुटीले संवाद के साथ कही गई है।
जाट आंदोलनकारियों ने दिल्ली कूच का कार्यक्रम रद्द किया

जाट आंदोलनकारियों ने दिल्ली कूच का कार्यक्रम रद्द किया

जाट आरक्षण संघर्ष समिति ने जाट आरक्षण की मांग को लेकर सरकार और आंदोलनकारियों के बीच समझौता वार्ता सफल होने के बाद दिल्ली कूच का अपना कार्यक्रम रद्द कर दिया। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने जाट आरक्षण संघर्ष समिति के अध्यक्ष यशपाल मलिक के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में यह घोषणा की।
बीएसएफ जवान तेजबहादुर से मिली पत्नी

बीएसएफ जवान तेजबहादुर से मिली पत्नी

सैनिकों को दिए जाने वाले भोजन की गुणवत्ता के खिलाफ सोशल मीडिया के जरिए आवाज उठाने वाले सीमा सुरक्षा बल के जवान तेज बहादुर यादव से उनकी पत्नी ने मुलाकात की। मुलाकात के बाद जवान की पत्नी ने दिल्ली उच्च न्यायालय से आज कहा कि वह उनके कुशलक्षेम को लेकर संतुष्ट हैं।
बीएसएफ जवान तेज बहादुर की वीआरएस अर्जी खारिज

बीएसएफ जवान तेज बहादुर की वीआरएस अर्जी खारिज

खाने की गुणवत्ता को लेकर सोशल मीडिया पर वीडियो डालने वाले सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवान तेज बहादुर यादव की स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति की याचिका को इस आधार पर खारिज कर दिया गया है कि उनके आरोपों पर एक कोर्ट ऑफ इंक्वायरी लंबित है और उनके खिलाफ अनुशासनात्मक आधार पर आरोप भी लगे हैं।
खाने की शिकायत करने वाले बीएसएफ जवान की वीआरएस अर्जी खारिज

खाने की शिकायत करने वाले बीएसएफ जवान की वीआरएस अर्जी खारिज

खाने की गुणवत्ता को लेकर सोशल मीडिया पर वीडियो डालने वाले सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवान तेज बहादुर यादव की स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति की याचिका को इस आधार पर खारिज कर दिया गया है कि उनके आरोपों पर एक कोर्ट आॅफ इन्क्वायरी लंबित है और उनके खिलाफ अनुशासनात्मक आधार पर आरोप भी लगे हैं। बीएसएफ के इस कदम को यादव का परिवार सही नहीं मान रहा जिनका आरोप है कि उन्हें धमकाया जा रहा है और मानसिक रूप से प्रताडि़त किया जा रहा है। यादव की वीआरएस अजर्ी को खारिज करते हुए बीएसएफ ने कहा कि कोर्ट आॅफ इन्क्वायरी (सीओआई) और इसकी सिफारिशों को अंतिम रूप दिये जाने के लंबित रहने के चलते अर्जी को निरस्त कर दिया गया है।
26 जनवरी से लाल किले में किया जाएगा ‘भारत पर्व’ का आयोजन

26 जनवरी से लाल किले में किया जाएगा ‘भारत पर्व’ का आयोजन

गणतंत्र दिवस 2017 के आयोजन के तहत केंद्र सरकार लालकिले पर छह दिवसीय ‘भारत पर्व’ का आयोजन कर रही है। 26 से 31 जनवरी, 2017 तक चलने वाले एस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्यल लोगों में देशभक्ति की भावना को जागृत करने के साथ देश की समृद्ध सांस्कृ तिक विविधता को बढ़ावा देना है।
शास्त्री जी की मृत्यु का विवाद खत्म हो

शास्त्री जी की मृत्यु का विवाद खत्म हो

पंडित जवाहरलाल नेहरू की विरासत को भारत के दूसरे प्रधानमंत्री के रूप में संभालने वाले लाल बहादुर शास्त्री के निधन को 51 साल हो गए हैं, पर उनके परिवार के कुछ सदस्यों को आज भी संदेह है कि उनकी मृत्यु प्राकृतिक नहीं थी। ऐसे में शास्त्री जी के परिजनों को उनके साथ गए सहयोगियों द्वारा ताशकंद समझौते के विवरणात्मक तथ्यों को एक बार अवश्य देख लेने की आवश्यकता है।
Advertisement
Advertisement
Advertisement