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गुजरात राज्यसभा चुनावः दो वोट को लेकर  कांग्रेस-भाजपा में जंग

गुजरात राज्यसभा चुनावः दो वोट को लेकर कांग्रेस-भाजपा में जंग

गुजरात राज्यसभा चुनाव की जंग अब चुनाव आयोग में चल रही है। कांग्रेस और भाजपा दोनों दो वोटों की वैधता को लेकर आमने सामने हैं। दोनों दलों के दिग्गज आयोग के सामने अपनी दलील रख रहे हैं। कांग्रेस का कहना है कि दो विधायक ने वोट देने के दौरान अपने वोट भाजपा अध्यक्ष अमित शाह को दिखाए हैं, इन्हें खारिज किया जाना चाहए तो भाजपा ने उऩके आरोप को निराधार बताया है।
राज्यसभा में टूटा कांग्रेस का वर्चस्व, अब भाजपा सबसे बड़ी पार्टी

राज्यसभा में टूटा कांग्रेस का वर्चस्व, अब भाजपा सबसे बड़ी पार्टी

उच्च सदन में भाजपा अब कांग्रेस को पछाड़ते हुए पहले नंबर की पार्टी बन गई है। लोकसभा के बाद अब राज्य सभा में भी भारतीय जनता पार्टी बड़े दल के रूप में उभरी है।
फेसबुक पोस्ट को लेकर बंगाल में सांप्रदायिक हिंसा, ममता-केसरी में जंग

फेसबुक पोस्ट को लेकर बंगाल में सांप्रदायिक हिंसा, ममता-केसरी में जंग

पश्चिम बंगाल में भड़की सांप्रदायिक हिंसा को लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और राज्यपाल केसरी नाथ त्रिपाठी के बीच जुबानी जंग छिड़ गई हैैै।
कश्मीर बन रहा जंग का मैदान, सिर्फ मोदी और महबूबा जिम्मेदार: कांग्रेस

कश्मीर बन रहा जंग का मैदान, सिर्फ मोदी और महबूबा जिम्मेदार: कांग्रेस

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शकील अहमद ने आरोप लगाया कि कश्मीर जंग का मैदान बनता जा रहा है और इसके लिए सिर्फ मोदी और महबूबा जिम्मेदार हैं।
सेना प्रमुख बिपिन रावत ने कहा- ‘ढाई जंग’ लड़ने लिए भारतीय सेना पूरी तरह तैयार

सेना प्रमुख बिपिन रावत ने कहा- ‘ढाई जंग’ लड़ने लिए भारतीय सेना पूरी तरह तैयार

भारतीय सेना के प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने आज कहा कि भारत बाहरी खतरों के साथ-साथ आंतरिक खतरों से भी एकसाथ निपटने को तैयार है। आने वाले समय में यह बात साबित भी हो जाएगी। उन्होंने कहा कि भारत ढाई मोर्चे (चीन, पाकिस्तान और आंतरिक सुरक्षा) पर युद्ध लड़ने के लिए सक्षम है।
चंबल की जनक्रांति की याद में पचनदा में होगा जनसंसद का आयोजन

चंबल की जनक्रांति की याद में पचनदा में होगा जनसंसद का आयोजन

जंग-ए-आजादी और चंबल’ यह 1857 की जनक्रांति की स्मृति में आयोतित उस जन-समागम का शीर्षक है, जो अगले हफ्ते 25 मई को चंबल की पांच नदियों के संगम और क्रांति का ह्रदयस्थल ‌रहे पचनदा में आयोजित है। यह दिन चंबल के इतिहास में बहुत अहम है।