Advertisement

Search Result : "वर्चस्व की जंग"

उत्तर प्रदेश: शक्ति प्रदर्शन की तैयारी में जुटे समाजवादी कुनबे के खेमे

उत्तर प्रदेश: शक्ति प्रदर्शन की तैयारी में जुटे समाजवादी कुनबे के खेमे

उत्तर प्रदेश के समाजवादी कुनबे में वर्चस्व की जंग चरम पर पहुंचने के बाद अब दोनों धड़े शक्ति प्रदर्शन की तैयारियों में जुटे हैं। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव जहां तीन नवंबर को रथ यात्रा निकालने जा रहे हैं, वहीं उनके प्रतिद्वंद्वी के तौर पर देखे जा रहे उनके चाचा शिवपाल सिंह यादव पांच नवंबर को सपा के रजत जयन्ती समारोह को मेगा पोलिटिकल शो बनाने की तैयारियों में पूरा जोर लगा रहे हैं।
न्यायिक नैतिकता के साथ समझौता नहीं होना चाहिए: प्रधान न्यायाधीश

न्यायिक नैतिकता के साथ समझौता नहीं होना चाहिए: प्रधान न्यायाधीश

देश के प्रधान न्यायाधीश तीरथ सिंह ठाकुर ने आज कहा कि न्यायिक नैतिकता के साथ कभी भी समझौता नहीं किया जाना चाहिए क्योंकि असामान्य घटनाओं से पूरी न्याय प्रणाली की छवि खराब हो सकती है। इसके साथ ही उन्होंने न्यायाधीशों से कहा कि उन्हें उनकी सत्यनिष्ठा के बारे में लोगों की धारणा के बारे में आत्मचिंतन करना चाहिए।
सरकार सबसे बड़ी वादी, न्यायपालिका पर बोझ कम करने की जरूरत: मोदी

सरकार सबसे बड़ी वादी, न्यायपालिका पर बोझ कम करने की जरूरत: मोदी

सरकार को सबसे बड़ा वादी बताते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज कहा कि न्यायपालिका का बोझ कम करने की जरूरत है क्योंकि उसका अधिकांश समय ऐसे मामलों की सुनवाई करने में लग जाता है जिनमें सरकार एक पक्ष होती है। प्रधानमंत्री ने भारतीय प्रशासनिक सेवा की तर्ज पर अखिल भारतीय न्यायिक सेवा स्थापित करने की भी वकालत की।
समाजवादी परिवार में रार के बीच महागठबंधन की सुगबुगाहट

समाजवादी परिवार में रार के बीच महागठबंधन की सुगबुगाहट

उत्तर प्रदेश के समाजवादी कुनबे में छिड़ी वर्चस्व की जंग के बीच सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी (सपा) की अगुवाई में एक महागठबंधन बनने की सुगबुगाहट शुरू हो गई है और आगामी पांच नवंबर को पार्टी के रजत जयन्ती कार्यक्रम में इस सिलसिले में कोई अहम एलान हो सकता है।
बीएसएफ जवान गुरनाम सिंह शहीद, पिता ने पाक से चाही जंग

बीएसएफ जवान गुरनाम सिंह शहीद, पिता ने पाक से चाही जंग

जम्मू-कश्मीर के आरएस पुरा सेक्टर में पाकिस्तान की ओर से सीजफायर उल्लंघन में हुई गोलीबारी में घायल बीएसएफ जवान गुरनाम सिंह शहीद हो गए है। उनकी शहादत पर गर्व करते हुए उनके पिता ने पाकिस्‍तान से जंग चाही है। उन्‍होंने केंद्र की मोदी सरकार से इसकी अपील की है।
‘सरहद संभलती नहीं,अंदरूनी जंग की तैयारी कर रही सरकार’

‘सरहद संभलती नहीं,अंदरूनी जंग की तैयारी कर रही सरकार’

यूनिफॉर्म सिविल कोड के मुद्दे पर देश के तमाम मुस्लिम संगठन एक मंच पर आ चुके हैं। उन्होंने सरकार को आड़े हाथों लेते हुए चेतावनी भरे लहजे में कहा है कि किसी भी सूरत में यूनिफॉर्म सिविल कोड मंजूर नहीं किया जाएगा। मुस्लिम संगठनों ने यहां तक कहा कि मोदी सरकार से सरहद तो संभल नहीं रही है और वह अंदरूनी जंग के लिए फिजा तैयार कर रही है।
'हर बार हमने शुरू की जंग, भारत से कभी कोई खतरा नहीं'

'हर बार हमने शुरू की जंग, भारत से कभी कोई खतरा नहीं'

भारत-पाक के बीच तनाव के माहौल में इन दिनों पाकिस्तानी वायुसेना के पूर्व प्रमुख एयर मार्शल असगर खान का एक वीडियो सोशल मीडिया पर काफी शेयर हो रहा है। 2011 के एक इंटरव्यू में खान ने पाकिस्तान के डिफेंस प्रमुखों को भ्रष्ट बताते हुए कहा था कि पाकिस्तान की भारत नीति हमेशा से गलत रही है, जबकि पाक को भारत की ओर से कभी खतरा नहीं रहा है। असगर ने कहा था कि पाकिस्तानी हुकूमत और डिफेंस के लोग अपने फायदे के लिए भारत के खिलाफ युद्ध की भावनाएं भड़काते रहते हैं, जबकि असलियत में पाक को भारत से कभी कोई खतरा नहीं रहा।
दिल्ली के प्रगति मैदान में 4 अक्टूबर से विश्वस्तरीय पर्यटन मेला

दिल्ली के प्रगति मैदान में 4 अक्टूबर से विश्वस्तरीय पर्यटन मेला

आगामी 4 अक्टूबर से दिल्ली के प्रगति मैदान के हॉल संख्या 18 में बीआईटीबी के आरंभिक संस्करण के रूप में तीन दिवसीय मेले का शुभारंभ हो रहा है। पर्यटन, वरिष्ठ नेतृत्व और बिजनेस नेटवर्किंग पर विशेष फोकस वाले इस मेले का प्रायोजक आईटीबी बर्लिन है।
चंडीगढ़ पहुंचीं 19 पाकिस्तानी लड़कियां बोलीं, सिर्फ मीडिया में है जंग का माहौल

चंडीगढ़ पहुंचीं 19 पाकिस्तानी लड़कियां बोलीं, सिर्फ मीडिया में है जंग का माहौल

उड़ी हमले की पृष्ठभूमि में भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच पड़ोसी देश की 19 लड़कियां मंगलवार की रात चंडीगढ़ पहुंचीं। इन लड़कियों का मानना है कि जंग का यह अफसाना सिर्फ हमारी सरकारों और मीडिया तक सीमित है जबकि सरहद के दोनों तरफ की आवाम को अमन चाहिए।
जंग के बगैर करें फौजी कार्रवाई

जंग के बगैर करें फौजी कार्रवाई

हम कितनी भी कोशिश कर लें- कूटनीतिक औजार कभी पाकिस्तान के साथ काम नहीं आते। अरसे से भारत का यही अनुभव रहा है। हमारे सामने हमेशा यही स्थिति बन जाती है कि बदनाम देश को हम और कितना बदनाम करें?
Advertisement
Advertisement
Advertisement