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Search Result : "विज्ञान लेखक"

आधी आबादी की आवाज

आधी आबादी की आवाज

महिलाओं को आवाज उनके विचारों से मिलती है, उनके विचार उनकी भावनाओं से उपजते हैं और भावनाएं जब उफान पर होती है तब एक स्त्री कविता रचती है। दलितों और महिलाओं के संघर्ष को आवाज देने और उनके अधिकारों के लिए काम करने वाली संस्था रमणिका फाउंडेशन और दलित लेखक संघ कविता और कहानी पाठ के कार्यक्रम आयोजित करता रहा है।
शर्मः 25 फीसदी भारतीयों ने कबूला छूआछूत

शर्मः 25 फीसदी भारतीयों ने कबूला छूआछूत

अस्पृश्यता यानी छूआछूत उन्मूलन के 65 साल बाद भी हर चार भारतीयों में एक अपने घरों में किसी न किसी रूप में छूआछूत का पालन करता है। चौंकाने वाला यह तथ्य एक अखिल भारतीय सर्वेक्षण में सामने आया है जिसे यहां दलित बुद्धिजीवियों, लेखकों एवं विद्वानों की एक सम्मेलन में पेश किया गया।
मोदी पर्यावरण पाठशाला में चांदनी रात

मोदी पर्यावरण पाठशाला में चांदनी रात

विज्ञान भवन में आयोजित कार्यक्रम में मोदी ने 10 शहरों में प्रदूषण स्तर की निगरानी करने के लिए राष्ट्रीय वायु गुणवत्ता सूचकांक की शुरुआत की। उन्होंने कहा, ‘प्रदूषण स्तर पर हमारा योगदान दुनिया में सबसे कम है लेकिन हमें पर्यावरण संरक्षण पर भाषण देने वाले लोग स्वच्छ उर्जा के लिए आवश्यक परमाणु ईंधन देने से हमें इनकार कर देते हैं।’
हां मैं सलमान का पापा हूं

हां मैं सलमान का पापा हूं

इंडिया हार्मोनी फाउंडेशन ने दिल्ली में चिश्ती इंडिया हार्मोनी अवॉर्ड के अवसर पर शोले, दीवार जैसी फिल्मों के पटकथा लेखक सलीम खान ने दिल खोल कर बात की। धर्म पर, अपने लेखन पर
फिफ्टी शेड्स ऑफ ग्रे पर विवाद

फिफ्टी शेड्स ऑफ ग्रे पर विवाद

फिल्म फिफ्टी शेड्स ऑफ ग्रे में कई बोल्ड सीन हैं और यह कहानी अपने आप में ही काफी काम वासना से भरपूर है। फिल्म की प्रचार सामग्री पर सबसे ज्यादा आपत्ति उठाई गई है।
पटकथा लेखक बने एआर रहमान

पटकथा लेखक बने एआर रहमान

दो बार अकादमी पुरस्कार जीत चुके संगीतकार एआर रहमान संगीत से इतर एक अलग क्षेत्र में हाथ आजमाने जा रहे हैं। नई चुनौती स्वीकार करते हुए रहमान अपनी खुद की पटकथा पर काम कर रहे हैं।
न्याय के लिए अदालत में लेखक

न्याय के लिए अदालत में लेखक

तमिल लेखक पेरूमल मुगरुगन ने हिंदुत्ववादी धमकियों का मुक़ाबला करने के लिए अदालत में गुहार लगाई है। कुछ समय पहले उन्होंने कट्टरपंथियों के दबाव में आकर अपनी लेखकीय मौत की घोषणा कर दी थी। इस घटना ने बड़ी संख्या संख्या में देश-विदेश के बुद्धिजीवियों का ध्यान खींचा था।
दिल्ली पुस्तक मेला: पाठक कम लेखक ज्यादा

दिल्ली पुस्तक मेला: पाठक कम लेखक ज्यादा

विश्व पुस्तक मेले में इस बार हिंदी लेखकों की आमद ने पाठकों को भी पछाड़ दिया है। देश के कोने-कोने से पधारे लेखकों को देख कर लगता है कि हिंदी साहित्य की परंपरा बहुत समृद्ध हो रही है। किताबों की संख्या बढ़ रही है क्योंकि एक-एक लेखक साल भर में कम से कम पांच किताबें लिखने का माद्दा रखता है।
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