पाकिस्तानी प्रधानमंत्री के विदेश और राष्ट्रीय सुरक्षा मामलों के सलाहकार सरताज अजीज ने कहा कि हाल ही में भारत के साथ विदेश सचिव स्तर की बातचीत हुई है। लेकिन अगले दौर की बातचीत की तारीख तय नहीं हो सकी।
चार मार्च को जयंशकर अफगानिस्तान की यात्रा करेंगे। प्रधानमंत्री मोदी की 12 मार्च को शुरू होने वाली मॉरीशस, मालदीव और श्रीलंका की यात्रा में भी जयशंकर उनके साथ होंगे। मार्च महीने में ही वह पुन: नेपाल, श्रीलंका और माल्दीव जाऐंगे। सार्क देशों की अपनी यात्रा के दौरान विदेश सचिव उन मुद्दों पर प्रगति का भी जायजा लेंगे जो प्रधानमंत्री मोदी ने सार्क सक्वमेलन में काठमांडू में उठाए थे। इस सक्वमेलन में ही सार्क सेटेलाइट और क्षेत्रीय विश्वविद्यालय की बात चली थी। वैसे तो विदेश सचिव की सार्क देशों की प्रस्तावित यात्रा को प्रधानमंत्री मोदी की सोची-समझी रणनीति का एक हिस्सा माना जा रहा है।
मशहूर बांसुरीवादक पंडित रानेंद्र (रोनू) मजूमदार ने हाल ही में सिर्फ बच्चों के लिए एक म्यूजिक ऐलबम निकाला है। पांच हजार से ज्यादा दफा अंतरराष्ट्रीय मंच पर प्रस्तुति दे चुके रोनू मजूमदार का कहना है कि संगीत के क्षेत्र में अब वह सिर्फ बच्चों के लिए काम करना चाहते हैं ताकि अगली पीढ़ी इस विरासत को संभाल सके। वाराणसी में जन्मे मजूमदार वर्ष 1974 से मुंबई में रह रहे हैं। बांसुरी में इनके पहले गुरू इनके पिता डॉ. भानू मजूमदार थे, जो शौकिया बांसुरी बजाते थे।
आउटलुक ने उनसे बात की।
संयुक्त राज्य अमेरिका में लुइसियाना के गवर्नर बॉबी जिंदल ने कहा है कि भारत और अमेरिका के पास आतंकवाद के खिलाफ युद्ध और व्यापारिक संबंध मजबूत बनाने का एक बड़ा अवसर है।
जिनीवा में अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन केरी और उनके ईरानी समकक्ष ने तेहरान के परमाणु कार्यक्रम पर गहन वार्ता की, जिसका उद्देश्य महत्वपूर्ण समय सीमा से पहले करार की राह में आड़े आ रही बाधाओं को दूर करना है।
अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा की भारत यात्रा को एक महीने होने को आए मगर ऐसा लगता है कि दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय बातचीत की राह कोई खास आगे नहीं बढ़ सकी है। अब भी दोनों देश सिर्फ बातचीत आगे बढ़ाने की बात ही कर रहे हैं।
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा कि विदेशी निवेश आकर्षित करने के प्रयासों के तहत भारत की नई सरकार आगामी बजट में सुधारवादी उपाय पेश करेगी। उन्होंने यह भी कहा कि आने वाले दिनों में विदेशी निवेश को आकर्षित करने एवं भारत को उत्पादन के लिए पसंदीदा स्थान बनाने के लिए भी अनुकूल प्रयास किए जाएंगे।
नरेंद्र मोदी ने विदेश नीति में बदलाव के संकेत देने से पहले विदेश मंत्रालय में बदलाव के संकेत पहले दे दिए। विदेश सचिव सुजाता सिंह को कार्यकाल खत्म होने से सात महीने पहले ही उन्हें अचानक उनके पद से हटाकर यह संकेत प्रधानमंत्री ने पूरी नौकरशाही को दिया। इसके बाद उन्होंने कहा, -नौकरशाही को अब समझना चाहिए कि रवैये में अंतर आया है, पहले संतुलन की बात होती थी, सक्रिय, अब तेजी से आगे बढ़ने वाली विदेश नीति अपनानी है।
मुझे लगता है कि प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति ओबामा ने दोनों देशों के बीच बातचीत के तरीके में एक नई विधि जोड़ दी है जिसके कारण अब आपसी विवाद के विषयों पर बातचीत करने में भी कोई हिचक नहीं रही है।
अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा की यात्रा से ठीक पहले रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का भारत आना दोनों मुल्कों के बीच पारंपरिक रिश्तों के नवीनीकरण के तौर पर देखा जा रहा है। भारत और रूस के बीच एक दर्जन से अधिक समझौतों पर सहमति बनी।