एक तरफ गृह मंत्री राजनाथ सिंह दादरी कांड को राजनीतिक रंग न देने पर जोर दे रहे हैं जबकि दूसरी तरफ भारतीय जनता पार्टी के विधायक और मुजफ्फरनंगर दंगों में आरोपी रहे ठाकुर संगीत सोम ने दादरी पहुंचकर माहौल गरमा दिया। संगीत सोम ने एकतरफा कार्रवाई का आरोप लगाते हुए कहा है कि गौहत्या करने वालों को यूपी सरकार हवाई जहाज से लखनऊ बुला रही है।
आपके फेसबुक, वाट्स एप और जीमेल पर सरकारी शिकंजे का खतरा फिलहाल टल गया है। केंद्र सरकार ने नेशनल इन्क्रिप्शन पॉलिसी का विवादित मसौदा वापस ले लिया है। मसौदा के अनुसार वाट्स एप, फेसबुक जैसे मैसेज 90 दिनों से पहले डिलीट करना गैर-कानूनी करार दिया जा सकता था। हालांकि, मामले के तूल पकड़ने के बाद सरकार को सफाई देनी पड़ी है कि वाट्स एप, फेसबुक जैसे सोशल मीडिया, ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म और ऑनलाइन पेमेंट गेटवे को इस नीति से छूट दी जाएगी। इस पर भी विवाद शांत नहीं हुआ तो सरकार को विवादित ड्राफ्ट वापस लेना पड़ा।
चुनाव आयोग ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘मन की बात’ रेडियो कार्यक्रम पर रोक लगाने की संभावना से इनकार किया। आयोग ने यह बात इन खबरों के बीच कही कि कांग्रेस यह आरोप लगाकर चुनाव आयोग से प्रतिबंध की मांग कर सकती है कि कार्यक्रम बिहार विधानसभा चुनाव की वजह से लागू आचार संहिता का उल्लंघन करता है।
भोपाल में शुरू होने वाले 10वें विश्व हिन्दी सम्मेलन शुरुआत से पहले ही जमकर विरोध में साहित्यकारों की जमात हो रही है।। एक दिन पहले केन्द्रीय मंत्री वी.के. सिंह के विवादास्पद बयान ने हंगामा खड़ा कर दिया है।
समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव एक बार फिर विवादास्पद बयान की वजह से सुर्खियों में हैं। अब उनका बयान सामने आया है कि एक महिला के साथ चार पुरुष रेप (दुष्कर्म) कर ही नहीं सकते। रेप एक व्यक्ति करता है लेकिन चार लोगों को नामजद कर दिया जाता है।
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ पहल से अभिनेत्री परिणीति चोपड़ा को जोड़ने के हरियाणा सरकार के कदम पर सवाल उठाकर विवाद पैदा करने वाले राज्य सरकार के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने आज दावा किया कि उन्हें अभियान से संबंधित महत्वपूर्ण कार्यक्रम में आमंत्रिात नहीं किया गया है।
बेटी बचाओ के जज्बे के साथ बरखा बहार नाम से एक संगीतमय समारोह का आयोजन नंदिनी फाउंडेशन और पीपल फर्स्ट की ओर से दिल्ली के मुक्तधारा ऑडिटोरियम में किया गया। समारोह में गायिका मंदाकिनी बोरा के सावन पर गाए गीतों और सुफियाना गीतों ने लोगों को झूमने और तालियां बजाने पर मजबूर कर दिया। लोक गायिका पूजा झा के गीत भी लोगों को खूब पसंद आए।