लखनऊ पुलिस ने पूर्व आईपीएस अधिकारी एसआर दारापुरी समेत 31 दलित कार्यकर्ताओं को आज हिरासत में ले लिया। आरोप है कि ये लोग मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ सभा करने जा रहे थे।
मेघालय में भाजपा के एक और नेता ने केंद्र सरकार के नए पशु वध और पशु बिक्री के नियमों के विरोध में इस्तीफा दे दिया है। नार्थ गारो हिल्स जिला के पार्टी अध्यक्ष बाचू माराक ने इस्तीफे की घोषणा के बाद कहा कि बीफ खाना उनकी संस्कृति और परंपरा का हिस्सा है। चार दिन पहले वेस्ट गारो हिल्स जिले के अध्यक्ष बर्नाड माराक ने भी इसी मुद्दे पर पार्टी से त्यागपत्र दे दिया था।
फसलों के उचित दाम और कर्ज माफी जैसे मुद्दों को लेकर मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र में किसान आंदोलन उग्र होता जा रहा है। आंदोलन में फूट डालने की भाजपा सरकार की कोशिशें बेअसर होती दिख रही हैं।
केरल में यूथ कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर गाय काटने का आरोप लगा है। केरल भाजपा अध्यक्ष राजशेखरन ने कल रात अपने ट्विटर अकाउंट से एक वीडियो शेयर किया जिसमें कुछ लोग पशु वध करते हुए दिख रहे हैं।
दिल्ली के चांदनी चौक मेन बाजार में सोमवार देर रात आग लग गई, जिससे वहां की करीब 150 दुकानें जलकर खाक हो गईं। आग की घटना कटरा धुलिया बाजार की संकरी गलियों में घटित हुई। जहां दमकल की गाड़ियां भी मुश्किल से पहुंच सकीं। चूंकि इस इलाके के अधिकांश भाग में सिंथेटिक माल और लकड़ी का कारोबार होता है इसलिए आग बड़ी तेजी से फैलती चली गई। आग पर काबू पाने में करीब तीन घंटे का समय लगा।
भारतीय जनता पार्टी के लोकसभा सांसद परेश रावल गहरे विवाद में फंसते दिख रहे हैं। दरअसल रविवार को उन्होंने एक ट्वीट किया जिसमें उन्होंने लिखा कि कश्मीर में किसी पत्थरबाज को सेना की जीप पर बांधने की जगह लेखिका अरुंधति राय को उस जीप पर बांधना चाहिए। परेश रावल के इस ट्वीट के बाद से ही सोशल मीडिया पर हंगामा मचा हुआ है। कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने ट्विटर पर जवाब दिया है कि बेहतर होगा कि जम्मू-कश्मीर में भाजपा-पीडीपी गठबंधन करवाने वाले को जीप पर बांधा जाए।
ऑस्ट्रेलिया के प्रमुख कोच डैरन लेहमन ने स्वीकार किया है कि ऑस्ट्रेलिया के क्रिकेट और ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर्स एसोसिएशन (एसीए) के बीच चल रहे वेतन विवाद का असर इंग्लैंड में 1 जून से शुरू हो रही चैंपियंस ट्रॉफी टीम पर पड़ सकता है।
भारतीय जनसंचार संस्थान (आईआईएमसी) दिल्ली इन दिनों एक सेमिनार को लेकर विवादों में है। 20 मई को होने वाले इस सेमिनार में पत्रकारिता के मौजूदा हालात पर चर्चा होगी। विवाद का मुद्दा यहां सेमिनार से पहले आईआईएमसी परिसर में होने वाला सामूहिक यज्ञ है। इसे लेकर छात्र समर्थन और विरोध में बंटे नजर आ रहे हैं।