बाल विवाह के खिलाफ कानून चाहे कठोर बन गया हो लेकिन उसे कठोरता से लागू नहीं किया जा रहा है। यही वजह है कि देश में बाल विवाह रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं।
स्नातक और कानून के फर्जी प्रमाण पत्र बनवाने के आरोप झेल रहे दिल्ली के कानून मंत्री जितेंद्र सिंह तोमर ने खुद पर लग रहे सभी आरोपों का खंडन किया और कहा कि यह आम आदमी पार्टी (आप) की छवि धूमिल करने की भाजपा की साजिश है।
21 अप्रैल को आखा तीज यानी अक्षय तृतीया का अबूझ सावां बीत गया। अबूझ सावां मतलब हिंदु विवाह का सर्वव्यापी शुभ लग्न। कहते हैं, इस दिन विवाह के लिए मुहर्त निकालने या जन्मकुंडली मिलान की जरूरत नहीं पड़ती। अक्षय तृतीया को आरंभ विवाह का शुभ काल पीपल पून्यो यानी पीपल पूर्णिमा तक 12 दिन रहता है।
मद्रास उच्च न्यायालय ने एक अहम फैसले में कहा है कि बाल विवाह रोकने संबंधी कानून मुस्लिम पर्सनल लॉ के खिलाफ नहीं है तथा यह पर्सनल लॉ पर भी लागू होगा क्योंकि यह लड़कियों के कल्याण के लिए बनाया गया है।
हमेशा कि तरह इस दफा भी भारत में वेलेंटाइन्स डे के दिन प्यार पर पहरा रहेगा। हिंदू महासभा ने चेतावनी दी है कि अगर उस दिन प्रेमी जोड़े सार्वजनिक स्थलों पर मिले तो उनकी शादी करवा दी जाएगी।