फर्जी गौरक्षकों के खिलाफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान को सरासर पाखंड करार देते हुए विपक्षी पार्टियों ने आरोप लगाया कि गौरक्षा के नाम पर आतंक फैला रहे लोग उन्हीं के वैचारिक हमसफर हैं।
पुलिस ने दिल्ली की एक अदालत में कहा है कि वर्ष 1992 में हुए बाबरी मस्जिद विध्वंस और वर्ष 2002 के गुजरात दंगों के कारण भारतीय युवकों का झुकाव अलकायदा की ओर हुआ और ये युवा आतंकी संगठन अलकायदा का भारतीय उपमहाद्वीप में आधार (एक्यूआईएस) बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
उज्जैन में चल रहे सिंहस्थ में भारतीय जनता पार्टी के कार्यक्रम वैचारिक कुंभ के समापन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संबोधित किया। इस कार्यक्रम में श्रीलंका के राष्ट्रपति सिरीसेना भी शामिल थे।
प्रतिबंधित संगठन जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) के प्रति वैचारिक रुझान रखने के संदेह में दिल्ली पुलिस द्वारा हिरासत में लिए गए 10 युवकों को पर्याप्त सबूतों के अभाव में रिहा कर दिया गया है। हिरासत में लिए गए अन्य चार युवकों को शनिवार को ही रिहा कर दिया गया था।