बिहार में जारी सियासी ड्रामे के बीच सत्तारूढ़ जदयू के वरिष्ठ नेता शरद यादव ने सोमवार को आखिरकार अपनी चुप्पी तोड़ दी है। शरद यादव ने बिहार में पिछले दिनों जो कुछ भी हुआ उसे दुर्भाग्यपूर्ण बताया।
बिहार में बुधवार रात से जारी सियासी ड्रामे के बीच सत्ताशरूढ़ जदयू के वरिष्ठन नेता शरद यादव ने चुप्पी साध रखी है। ऐसी अटकलें लगाई जा रही है कि शरद यादव, नीतीश कुमार के महागठबंधन तोड़कर एनडीए खेमे में जाने से नाराज हैं।
बिहार में राजनीतिक समीकरण बड़ी तेजी से बदले रहे हैं। नीतीश कुमार द्वारा भाजपा के समर्थन से सरकार बनाने के फैसले को लेकर अब जदयू में फूट के आसार तेज हो गए हैं। अली अनवर जैसे जेडीयू के बड़े नेता इस पर सवाल उठा रहे हैं। वहीं इस फैसले पर शरद यादव भ्ाी नाराज बताए जा रहे हैं।
जदयू-राजद के बीच बढ़ रही दरार को कम करने की कोशिशें तेज है। वहीं रविवार को जदयू विधायक दल की महत्वपूर्ण बैठक होने जा रही है। इसके पहले शरद यादव ने सोनिया गांधी से मुलाकात की है।
जनता दल (यू) के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद शरद यादव ने शिवराज सरकार को घेरते हुए कहा कि मंगलवार को मंदसौर में नरसंहार किया गया है। इस नरसंहार में किसानों की काफी जानें गई हैं, लेकिन सरकार छिपा रही है।
राष्ट्रपति चुनाव की घोषणा से पहले सभी सियासी दल अपनी रणनीति बनाने में जुट गए हैं। एक तरफ जहां कांग्रेस समेत केन्द्र के अन्य विपक्षी दल एक होने की कवायद कर रही है, वहीं शिवसेना ने एनसीपी नेता शरद पवार को राष्ट्रपति बनाने की मांग की है।
देश के वरिष्ठतम राजनेताओं में शुमार और देश में कृषि और रक्षा जैसे महत्वपूर्ण मंत्रालय संभाल चुके राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार भाजपा को रोकने के लिए विपक्षी दलों को एक मंच पर लाने और उनका नेतृत्व करने की पहल कर सकते हैं। इस बात का संकेत उन्होंने उनके जीवन पर लिखी जद(यू) महासचिव केसी त्यागी की किताब के विमोचन के मौके पर दिया है।
नवें दशक से मराठा सरदार के नाम से चर्चित एवं वरिष्ठ राजनीतिक शरद पवार के जीवन पर आधारित उनकी जीवनी ‘स्वयंसिद्धः शरद पवार का जीवन और समय’ का लोकार्पण वरिष्ठ हिन्दी कवि केदारनाथ सिंह एवं पूर्व योजना आयोग सदस्य डॉ. सैयदा हमीद द्वारा कल शाम दिल्ली के ग्रेटर कैलाश-1 में किया गया, जिसमें एनसीपी महासचिव एवं मुख्य प्रवक्ता देवी प्रसाद त्रिपाठी (जीवनी लेखक), पवार की पुत्री सुप्रिया सुले, साहित्यकार अशोक वाजपेयी, हर्षवर्धन नेवटिया, एनसीपी नेता प्रफुल्ल पटेल, जया बच्चन, राजीव शुक्ला समेत प्रकाशन परिवार प्रमुख शिरकत रही|
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) सुप्रीमो शरद पवार ने इन अफवाहों का खंडन किया है कि उनकी पार्टी भाजपा के साथ हाथ मिलाएगी। उनका कहना है कि राकांपा कभी भगवा पार्टी का समर्थन नहीं करेगी, सांप्रदायिक ताकतों से हाथ नहीं मिलाएगी और धर्मनिरपेक्षता पर समझौता नहीं करेगी।